भारत के विरोध में तैयार किया गया आतंकवाद का भस्मासुर पाकिस्तान के ही पीछे पड़ गया : संयुक्त राष्ट्रसंघ में भारत की आलोचना

जीनिव्हा, दि. २: ‘भारत के खिलाफ पाकिस्तान ने आतंकवाद का भस्मासुर तैयार किया और अब यही भस्मासुर अपने ही जनक के पीछे पड़ गया है| जम्मू-कश्मीर में तथाकथित मानवाधिकार हनन का मसला उपस्थित करनेवाले पाकिस्तान ने पहले अपने देश की जनता पर वह कर रहे आतंकवाद के प्रयोग बंद कर देने चाहिए| आतंकवाद यही मानवाधिकार का सबसे बड़ा हनन है,’ ऐसे ज़ोरदार शब्दों में भारत ने पाकिस्तान के आरोपों को प्रत्युत्तर दिया| संयुक्त राष्ट्रसंघ के मानवाधिकार आयोग में कश्मीर का मसला उपस्थित करने के बाद पाकिस्तान का मुखभंग करनेवाला प्रत्युत्तर भारत ने दिया है|

 आतंकवाद का भस्मासुर

संयुक्त राष्ट्रसंघ की मानवाधिकार परिषद का ३४ वाँ सत्र २७ फरवरी से शुरू हुआ| बुधवार के दिन इस सत्र में बोलते हुए पाकिस्तान के कानूनमंत्री जाहीद हमीद ने कश्मीर का मसला उठाया| ‘भारत जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकार का हनन कर रहा है’ ऐसा इल्ज़ाम हमीद ने रखा| साथ ही, भारत आतंकवाद का मसला उपस्थित करके, कश्मीरी जनता पर के अत्याचारों से पूरी दुनिया का ध्यान दूसरी तरफ मोड़ने की कोशिश कर रहा है, ऐसा आरोप भी पाकिस्तान के कानूनमंत्री ने किया| इसका जवाब देते हुए भारत के प्रतिनिधि ‘अलोक रंजन झा’ ने पाकिस्तान को खरी खरी सुनायी| भारत पर इल्ज़ाम लगानेवाले पाकिस्तान ने, पहले अपने भूभाग से पड़ोसी देश के खिलाफ किये जानेवाले आतंकवादी हमलें रोकने चाहिए, ऐसी माँग ‘अलोक झा’ ने की|

‘पाकिस्तान में आतंकवाद की जड़ें इतनी गहरी हैं कि पाकिस्तान अपनी ही जनता पर आतंकवाद का प्रयोग कर रहा है| इसी कारण पाकिस्तान के बलुचिस्तान, सिंध और खैबर-पख्तुनवाला इन प्रांतों में जनता की हालत दयनीय हुई होकर, यह जनता आतंकवाद के साथ साथ चरमपंथियों का और पंथवाद का शिकार बन गई है, ऐसी कड़ी आलोचना भारत के प्रतिनिधी ने की| इतना ही नहीं, बल्कि अपने ही देश की जनता पर हवाई हमले करते समय पाकिस्तान सोचता तक नहीं है, इसपर भी झा ने ग़ौर फ़रमाया| इसके साथ ही, पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर मामले में किये आरोपों की भी ख़बर लेते हुए झा ने ‘जम्मू-कश्मीर में क़ानून का राज होकर, यहाँ मानवाधिकार सुरक्षित हैं’ ऐसा दावा किया| ये मानवाधिकार पाकिस्तान के क़ब्जेवाले कश्मीर (पीओके) की जनता को और पाकिस्तान के अन्य भूभाग की जनता को नकारे जाते हैं, इसपर भी झा ने सबका ध्यान खींचा|

आतंकवाद यही पाकिस्तान की स्वीकृत नीति बन गई है| भारत के विरोध में पाकिस्तान ने आतंकवाद का निर्माण किया और यही आतंकवाद का भस्मासुर अब अपने ही मालिक रहनेवाले पाकिस्तान के पीछे लग गया है, ऐसी टिप्पणी अलोक झा ने की है| साथ ही, पाकिस्तान जागतिक आतंकवाद का केंद्र बन गया है| पिछले दो दशक के काल में दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकवादी पाकिस्तान में ही मिले थे, इसकी याद अलोक झा ने कराके दी|

पिछले साल मानवाधिकार आयोग के सत्र में भारत ने, पाकिस्तान द्वारा बलुचिस्तान के भूभाग में होनेवाले अत्याचारों का मसला उठाया था| अब तक भारत ने पाकिस्तान की अंतर्गत व्यवस्था पर बोलना टाला था| लेकिन जम्मू-कश्मीर मामले में पाकिस्तान और ज़्यादा आक्रामक रवैय्या अपना रहा है; ऐसे में भारत ने, बलुचिस्तान का मसला उठाकर उसे प्रत्युत्तर देने की तैयारी की है, ऐसा दिख रहा है| भारत के इसी रवैय्ये पर, बलुचिस्तान की आज़ादी की माँग करनेवाले नेता भी संतोष व्यक्त कर रहे हैं|

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