‘कश्मीर की जनता को पाकिस्तान का हमेशा समर्थन रहेगा’ : पाकिस्तान के लष्करप्रमुख जनरल बाजवा

इस्लामाबाद, दि. ३०: पाकिस्तान के लष्कर प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने कश्मीर मुद्दे को लेकर फिर एक बार भारत को उक़साने की कोशिश की है| जनरल बाजवा ने रविवार को पाकिस्तान के कब्जेवाले कश्मीर (पीओके) का दौरा किया| ‘कश्मीरवासियों के संघर्ष को पाकिस्तान का राजकीय समर्थन बरकरार रहेगा’ ऐसी चेतावनी जनरल बाजवा ने इस समय दी| ‘पाकिस्तान के कब्जेवाले कश्मीर (पीओके)में भारत अराजकता फैला रहा है’ ऐसा इल्जाम भी इस वक़्त जनरल बाजवा ने लगाया|

कश्मीर

जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्से में फिलहाल प्रदर्शन जारी है| भारत के सुरक्षाबलों को निशाना बनाते हुए अलगाववादी प्रदर्शनकारियों की ओर से पथराव किये जा रहे हैं| इन अलगाववादियों को पाकिस्तान से सहायता मिल रही है, ऐसा कई बार स्पष्ट हुआ है| जनरल बाजवा का यह बयान, यानी पाकिस्तान द्वारा की जा रही सहायता को कबुलने जैसा ही है| ख़ास बात तो यह है कि ‘पीओके’ में फिलहाल पाकिस्तान सरकार के खिलाफ प्रदर्शन जारी हैं| पाकिस्तान की सेना के दमनतंत्र के खिलाफ़ जारी यह विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा| ऐसे में जनरल बाजवा ने ‘पीओके’ का दौरा किया है|

पीओके’ के हाजीपर सेक्टर का जनरल बाजवा ने दौरा किया| इस वक्त उन्होंने, ‘भारत की ओर से नियंत्रण रेखा पर बारबार संघर्षबंदी का उल्लंघन हो रहा है’ ऐसे इल्ज़ाम लगाए| साथ ही, पाकिस्तानी लष्कर किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है, ऐसा दावा भी बाजवा ने किया| ‘भारत नियंत्रणरेखा पर अशांति निर्माण कर रहा है| साथ ही, ‘आज़ाद’ कश्मीर में अराजकता फैलाने के लिए कोशिश कर रहा है’ ऐसा इल्ज़ाम भी पाकिस्तान के लष्करप्रमुख ने लगाया| इसीके साथ, ‘पाकिस्तान के कब्ज़ेवाले कश्मीर की जनता भारत साज़िश पहचानती है’ ऐसा भी जनरल बाजवा ने कहा|

‘जम्मू-कश्मीर की जनता पर भारत द्वारा दमनतंत्र का इस्तेमाल किया जा रहा है| अपने हक के लिए जम्मू-कश्मीर में जारी राजनीतिक संघर्ष को पाकिस्तान आगे भी समर्थन देता रहेगा’ ऐसा कहते हुए जनरल बाजवा ने भारत को उक़साने की कोशिश की है|

फिलहाल भारत-पाकिस्तान के बीच संबंध कई मुद्दों पर तनावपूर्ण बने हैं| नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को ‘आतंकवादी’ और ‘भारतीय जासूस’ करार देकर पाकिस्तानी लष्करी अदालत ने उन्हें फाँसी की सज़ा सुनाई है| भारत की ओर से कुलभूषण जाधव की रिहाई के लिए कोशिश की जा रही है| जाधव को क़ानूनी सहायता देने की अनुमति पाकिस्तान दे दें, ऐसी माँग भारत की ओर से की जा रही है|

इसके लिए पाकिस्तान पर दबाव बढ़ाया जा रहा है| ऐसे में, ‘जम्मू-कश्मीर के संघर्ष को पाकिस्तान का समर्थन रहेगा’ ऐस फिर एक बार कहकर, दोनो देशों के बीच तनाव बढ़ाने का काम जनरल बाजवा ने किया है| लेकिन ‘जम्मू-कश्मीर में मानवी अधिकारों (ह्युमन राईट्स) का उल्लंघन हो रहा है, ऐसा डंका पीटनेवाले पाकिस्तान द्वारा, बलुचिस्तान और सिंध प्रांत की जनता पर दमनतंत्र के प्रयोग किए जा रहे हैं| ‘पाकिस्तान ने पहले अपनी जनता के मानवाधिकारों की चिंता करनी चाहिए’ ऐसा जवाब भारतीय विश्‍लेषकों की ओर से दिया जा रहा है|

 बलुचिस्तान की जनता भारत के पक्ष में होने का बलुच नेता का दावा

नयी दिल्ली: बलुचिस्तान में सभी लोगों का मत पूछा गया, तो बलुचिस्तान की जनता भारत के पक्ष में खड़ी हो सकती है, ऐसा दावा बलुच नेता अब्दुल हमिद खान ने किया है|

चीन पाकिस्तान में बना रहे ‘इकॉनॉमिक कॉरिडॉर’ के लिए पाकिस्तान ने गिलगिट-बाल्टिस्तान और बलुचिस्तान में अतिरिक्त लष्कर तैनात किया है| बलुचिस्तान में हिंसक प्रदर्शनों की वजह से, पाकिस्तान और चीन के ‘सीपीईसी’ को ख़तरा पैदा हो सकता है| इस वजह से इस परियोजना की सुरक्षा के लिए पाकिस्तान ने यहाँ पर जवानौ की तैनाती बढ़ाई है, ऐसी खबर है|

इस पृष्ठभूमि पर, ‘बलुचिस्तान नॅशनल फ्रन्ट’ के अध्यक्ष अब्दुल हमिद खान ने, पाकिस्तानी लष्कर द्वारा बलुचिस्तान में जारी दमनतंत्र का मुद्दा उपस्थित किया है| साथ ही, बलुचिस्तान एवं गिलगिट-बाल्टिस्तान में यदि कनमतसंग्रह लिया गया, तो यहाँ की जनता भारत के पक्ष में ख़ड़ी होगी| क्योंकि ‘भारत उनपर अत्याचार नहीं करेगा’ इस बात का यहाँ की जनता को विश्‍वास है, ऐसा खान ने कहा|

सीपीईसी’ परियोजना की वजह से बड़े पैमाने पर विकास होगा और लाखों रोजगारों का निर्माण होगा, ऐसा दावा किया जा रहा है, लेकिन इस परियोजना का विरोध करनेवाले हज़ारों लोगों को पाकिस्तान ने जेल में डाल दिया है| लेकिन कुछ लोगों को जेल में बंद करने से, ४६ अरब डॉलर्स की इस परियोजना में आनेवालीं मुश्किलें कम हुई हैं, ऐसा पाकिस्तान ना समझे| यह आपका ख़्वाब है, ऐसी चेतावनी खान ने दी है|

बलुचिस्तान में जारी पाकिस्तानी लष्कर के दमनतंत्र का मुद्दा पिछले साल भारतीय प्रधानमंत्री ने उठाया था| इसके बाद दुनियाभर में अलग-अलग जगह आश्रय लिये हुए बलुच नेताओं ने इसका स्वागत किया था| भारत ने बलुचियों पर होनेवाले अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठायी है, ऐसा कहते हुए बलुच नेताओं ने शुक्रिया अदा किया था|

Leave a Reply

Your email address will not be published.