पाकिस्तान नये सबूतों के साथ संयुक्त राष्ट्रसंघ में भारत की शिकायत करेगा

इस्लामाबाद, दि. ३१: पाकिस्तान की सागरी सीमा में भारत की पनडुब्बी की तथाकथित घुसपैंठ और भारत की जासूसी के सिलसिले में पाकिस्तान के पास होनेवाले सबूत संयुक्त राष्ट्रसंघ के समक्ष प्रस्तुत करने की तैयारी पाकिस्तान ने की है| पाकिस्तान की संयुक्त राष्ट्रसंघ स्थित राजदूत मलिहा लोधी, यह सारी जानकारी जल्द ही संयुक्त राष्ट्रसंघ के नये महासचिव के सामने रखनेवालीं हैं| इससे पहले भी पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ संयुक्त राष्ट्रसंघ में सबूत पेश किये थे| लेकिन ‘ये सबूत ठोस नहीं है’ ऐसा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के ही सलाहकार सरताझ अझिज ने सार्वजनिक तौर पर कबूल किया था|

संयुक्त राष्ट्रसंघपाकिस्तान ने भारतीय नौसेना के अधिकारी कुलभूषण जाधव को बलुचिस्तान प्रांत में गिरफ्तार किया था| ‘मैं भारत के लिए जासूसी का काम कर रहा हुँ’ ऐसा जाधव ने कबूल किया था, ऐसा कहते हुए पाकिस्तान ने इसकी व्हिडिओ जारी की थी| साथ ही, ‘भारत बलुचिस्तान में कर रहा हस्तक्षेप सबके सामने आया है’ ऐसा पाकिस्तान ने कहा था| लेकिन भारत ने इन इल्ज़ामों को नकारा था| शुरुआत में इस मामले में बडा हंगामा करनेवाले पाकिस्तान को, कुछ समय बाद, ‘अपने पास ठोस सबूत नहीं हैं’ ऐसा कबूल करना पडा था| पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताझ अझिज ने संसद के सामने इस बात को कबुला था|

इसके बाद, भारतीय नौसेना की पनडुब्बी पाकिस्तान की सागरी सीमा में घुस आने का इल्ज़ाम पाकिस्तान ने लगाया| ‘लेकिन ‘सतर्क’ पाकिस्तानी नौसेना ने भारतीय पनडुब्बी को यहाँ से वापस लौट जाने के लिए मजबूर किया’ ऐसा भी पाकिस्तानी नौसेना के अधिकारी ने कहा था| इससे पाकिस्तानी नौसेना की पनडुब्बीविरोधी युद्ध की क्षमता सिद्ध हुई है, ऐसा दावा भी इस अधिकारी ने किया| पाकिस्तान और चीन विकसित कर रहे इकॉनॉमिक कॉरिडॉर परियोजना पर नज़र रखने के लिए भारत की पनडुब्बी ने यहा पर घुसपैंठ की थी, ऐसा दावा पाकिस्तान की ओर से किया जा रहा है|

इन दोनों मामलों में रहनेवाले सबूत संयुक्त राष्ट्रसंघ के महासचिव के सामने रखने की तैयारी की होने के दावे पाकिस्तानी मिडिया में प्रकाशित हुए हैं| लेकिन ‘भारत के खिलाफ के सबूत इतने पक्के हैं, तो पाकिस्तान सरकार इसकी जानकारी जनता के सामने उजागर क्यों नहीं करती’ ऐसा सवाल पाकिस्तान के पत्रकार और विश्‍लेषक कर रहे हैं| ‘अगर सच में पाकिस्तान के पास भारत के सहभागी होने के सबूत होते, तो हमारे देश की सरकार इतनी चुपचाप नहीं बैठती’ ऐसा कहते हुए कुछ समझदार पत्रकार, ‘इन सबुतों में सच्चाई नहीं है’ ऐसा कह रहे हैं| लेकिन भारत के पाकिस्तानविरोधी प्रचार को हम मुहतोड़ जवाब दे रहे हैं, ऐसा दिखाने के लिए पाकिस्तान सरकार ये प्रयास कर रही है| इसीलिए आंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कोई भी पाकिस्तान के इन दावों की ओर गंभीरता से नहीं देखता, ऐसी नाराज़गी ये पत्रकार जता रहे हैं|

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