नौसेना के लिए अतिरिक्त आर्थिक प्रावधान जरुरी – नौसेनाप्रमुख करमबिर सिंग

नई दिल्ली: नौसेना की चुनौतियों में बढोतरी होते समय नौसेना के लिए और ज्यादा आर्थिक प्रावधान करने की जरूरत है, यह बात नौसेनाप्रमुख एडमिरल करमबिर सिंग ने डटकर कही है| साथ ही भारतीय नौसेना के बेडे में करीबन तीन विमान वाहक युद्धपोत रखने का प्लैन भारतीय नौसेना ने तय किया है, यह जानकारी भी एडमिरल करमबिर सिंग ने साझा की|

नौसेना दिवस से पहले आयोजित की वार्तापरिषद में एडमिरल करमबिर सिंग बोल रहे थे| वर्ष २०१२१३ में रक्षादलों के लिए किए गए प्रावधान में से नौसेना के लिए १८ प्रतिशत राशि प्राप्त हुई थी| पर, २०१८१९ के वित्तीय वर्ष में नौसेना को कुल रखा खर्च में से १३ प्रतिशत रकम प्राप्त हो रही है| इस ओर नौसेनाप्रमुख ने ध्यान आकर्षित किया| नौसेना के लिए अधिक नीधि की जरूरत है| नौसेना का आधुनिकीकरण और अन्य प्रावधानों के लिए अधिक नीधि की जरूरत रहेगी, यह जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय से साझा की गई है, यह भी नौसेनाप्रमुख ने स्पष्ट किया|

अगले समय की चुनौतियां ध्यान में रखे तो अपने बेडे में तीन विमान वाहक युद्धपोत रखने का प्लैन नौसेना के सामने है| इस वजह से किसी भी क्षण दो विमान वाहक युद्धपोतों का सुसज्जित बेडा तैनाती के लिए तैयार रह सकता है, यह भी नौसेनाप्रमुख ने कहा| वर्ष २०२२ तक स्वदेशी विमान वाहक युद्धपोत कार्यान्वित होगी| इस युद्धपोत पर ‘मिग२९के’ लडाकू विमानों की तैनाती होगी, यह जानकारी भी नौसेनाप्रमुख ने साझा की|

फिलहाल भारतीय नौसेना के बेडे में ‘आयएनएस विक्रमादित्य’ यह एक ही विमानवाहक युद्धपोत मौजूद है| वर्ष २०२२ तक दुसरा युद्धपोत नौसेना को प्राप्त होगा और उसके बाद तीसरां विमान वाहक युद्धपोत प्राप्त करने के लिए नौसेना की कोशिश होगी, यह जानकारी एडमिरल करमबिर सिंग ने इस दौरान प्रदान की| साथ ही नौसेना के लिए ५० युद्धपोत और पनडुब्बीयों के निर्माण का काम शुरू होने की बात भी एडमिरल करमबिर सिंग ने कही| अल कायदा जैसे आतंकी संगठनों की हरकतों की चुनौती नौसेना के सामने है, इसका एहसास भी नौसेना प्रमुख ने इस दौरान कराया| तटरक्षक बल एवं सुरक्षा दलों के सहयोग से नौसेना इन चुनौतियों का पुरी ताकत के साथ मुकाबला करेगी, यह भरौसा भी उन्होंने व्यक्त किया|

भारतीय नौसेना ने आयोजित किए मिलान नौसेना युद्धाभ्यास में शामिल होने के लिए ४१ देशों को निमंत्रित किया गया है| इसमें चीन का समावेश नही है, क्यों की भारत ने इस युद्धाभ्यास के लिए समान विचारधारा के देशों को निमंत्रित करने का तय किया है, यह भी एडमिरल करमबिर सिंग ने स्पष्ट किया|

भारतीय नौसेना ने चीन के युद्धपोत को बाहर खदेड दिया

नई दिल्ली: चीन के शी यान १ नाम का पोत भारत के पोर्ट ब्लेअर के नजदिकी समुद्री क्षेत्र में संदिग्ध तरिके से मंडरा रहा था| भारतीय नौसेना ने समय पर इस पोत का संज्ञान लेकर इस पोत को खदेड दिया|

यह घटना सितंबर महीने की होने की बात कही जा रही है| इससे पहले भी चीन के पोत भारत की समुद्री सीमा के नजदिकी क्षेत्र में मंडराने की बात सामने आयी थी| पर, भारतीय नौसेना चीन की इन हरकतों पर कडी नजर रखकर है, यह कहकर नौसेना प्रमुख ने किसी भी चुनौती का मुकाबला करने के लिए नौसेना तैयार होने का भरौसा देशवासियों को दिया है|

यदि चीन को भारत के ‘स्पेशल इकॉनॉमिक झोन’ में अपने पोत भेजने है तो इसके लिए पहले भारत की अनुमति प्राप्त करनी ही होगी, यह चेतावनी नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबिर सिंग ने दी है|

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