भारतीय सेना को होगी स्वदेशी ‘बुलेट प्रूफ जैकेट’ की आपूर्ति

नई दिल्ली – रक्षा राज्यमंत्री श्रीपाद नाईक ने सेनाप्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे को एक लाख ‘बुलेट प्रूफ जैकेट’ प्रदान किए। यह सभी जैकेट स्वदेशी निर्माण के हैं और इन्हें ‘मेक इन इंडिया’ के तहत बनाया गया है। साथ ही निर्धारित समय से पहले ही इन ‘जैकेट्स’ की सेना को आपूर्ति की गई है। देश के सैनिकों की सुरक्षा के लिए सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। साथ ही रक्षा बलों को आवश्‍यक हथियार एवं अन्य सामान उपलब्ध कराना सरकार की ज़िम्मेदारी है, यह बयान भी रक्षा राज्यमंत्री श्रीपाद नाईक ने किया।

indian-army-bullet-proof-jacketचीन और पाकिस्तान की सीमा पर तनाव की पृष्ठभूमि पर भारत सरकार ने रक्षाबलों को आवश्‍यक रक्षा सामान से सज्जित करने के लिए गति प्रदान की है। भारतीय सेना को तीन लाख बुलेट प्रूफ जैकेट्स की आवश्‍यकता थी। इन जैकेट्स की आपूर्ति करने के लिए निजी कंपनियों के साथ समझौता किया गया है। इनमें से एक ‘एसएमपीपी प्राइवेट लिमिटेड’ कंपनी को प्रदान की गई ऑर्डर के जैकेट निर्धारित समय से पहले ही तैयार हुए हैं और यह जैकेट्स रक्षा राज्यमंत्री के हाथों सेना को प्रदान किए गए।

सेना को प्रदान किए गए यह जैकेट्स स्वदेश का निर्माण हैं। ‘एसएमपीपी प्राइवेट लिमिटेड’ ने ही यह जैकेट्स विकसित किए थे। साथ ही इसी कंपनी को ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम के तहत ऑर्डर प्रदान की गई थी। कंपनी ने चार महीने पहले ही यह जैकेट्स तैयार करके इनकी आपूर्ति की है। बीते चार महीनों में ही कंपनी ने ४ हज़ार बुलेट प्रूफ जैकेट्स तैयार किए। इस उपलब्धी पर केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री ने वर्णित कंपनी की सराहना की। यह प्रगत तकनीक के बुलेट प्रूफ जैकेट्स अपने सैनिकों के अनमोल प्राणों की रक्षा करेंगे, यह बयान भी श्रीपाद नाईक ने किया। ‘एके-४७’ जैसी घातक राइफल की गोलियों से भी यह ‘बुलेट प्रूफ जैकेट्स’ सैनिकों की रक्षा करेंगे, यह दावा कंपनी ने पहले ही किया था।

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