अचानक हमला करके भारत देगा चीन को झटका – चीन के पूर्व लष्करी अधिकारी का इशारा

बीजिंग – भारत यकायक हमला करके चीन को झटका दे सकता है। इसके लिए भारत ने पूरी तैयारी की है और चीन से तिगुनी सेना भारत ने लद्दाख की प्रत्यक्ष नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तैनात की है, ऐसी चेतावनी चीन के पूर्व लष्करी अधिकारी जनरल वैंग हाँगजुआंग ने दी है। तैवान की खाड़ी में बढ़ रहा तनाव और अमरीका के चुनावों की पृष्ठभूमि पर भारत ‘कुछ तो भयंकर’ करने की तैयारी में है, जनरल वैंग ने दिया यह इशारा चीन की मानसिक स्थिति की सच्चाई दिखा रहा है। भारत अक्साई चीन पर कब्ज़ा करने के लिए हमला करेगा, इस ड़र से चीन ने इस क्षेत्र में बारूदी सुरंगें लगाई हैं, ऐसी ख़बरें पहले ही प्राप्त हुई थीं।

India-china-wangचीन की ‘पिपल्स लिब्रेशन आर्मी’ के ‘ईस्टर्न थिएटर कमांड’ के नानजिंग मिलिटरी के उप-प्रमुख के तौर पर कार्यरत रहे जनरल वैंग ने ‘ली जियान’ नामक लष्करी सोशल मीडिया पर लेख लिखकर भारत को लेकर इशारा दिया है। जनरल वैंग का यह इशारा आगे हाँगकाँग स्थित अंग्रेजी समाचार पत्र ने भी प्रसिद्ध किया है। लद्दाख की सीमा पर निर्माण हुए तनाव पर लिखते समय जनरल वैंग ने यह आरोप भी किया है कि, भारत अपनी सेना तैनाती की असल जानकारी प्रदान नहीं कर रहा है।

‘भारत को ‘एलएसी’ पर तैयारी करने के लिए सीर्फ ५० हज़ार सैनिकों की आवश्‍यकता है। ठंड़ से पहले वहां की तैनाती कम करने के बजाय भारत ने लद्दाख में अतिरिक्त १ लाख सैनिकों की तैनाती की है। भारत ने ‘एलएसी’ पर दोगुनी या तिगुनी सेना तैनात की है और चीन की सीमा से मात्र ५० किलोमीटर दूरी पर यह तैनाती की गई है। मात्र कुछ घंटों में भारतीय सैनिक आसानी से चीन की सीमा में दाखिल हो सकते हैं’, यह दावा भी जनरल वैंग ने किया।

तैवान की खाड़ी में बढ़ा हुआ तनाव और अमरीका में हो रहे राष्ट्राध्यक्ष पद के चुनावों की पृष्ठभूमि पर भारत-चीन संघर्ष का खतरा बढ़ा है। ऐसी स्थिति में कुछ तो भयंकर करने का अवसर भारत को प्राप्त हो सकता है। इसी कारण नवंबर के अन्त तक चीनी सेना किसी भी तरह की ढ़िलाई ना दिखाए, ऐसा इशारा भी जनरल वैंग ने दिया है। भारत और चीन के लष्करी कमांडर्स की हुई छठे चरण की चर्चा के बाद जनरल वैंग ने यह अंदाज़ा व्यक्त किया है।

निवृत्त लष्करी अधिकारी जनरल वैंग ने दिए इस इशारे का कुछ लष्करी विश्‍लेषकों ने भी समर्थन किया है। लद्दाख की प्रत्यक्ष नियंत्रण रेखा के करीब अतिरिक्त सेना की तैनाती कर रहे भारत के साथ चीन बड़ी सावधानी से व्यवहार करे, ऐसी सलाह भी हाँगकाँग स्थित लष्करी विश्‍लेषक साँग झाँगपिंग ने दी है। ‘भारत को कथित प्रत्यक्ष नियंत्रण रेखा कभी भी स्वीकार नहीं थी। इस वजह से भारतीय अपने हक के क्षेत्र पर कब्ज़ा करने के लिए हमले करेगा’, यह ड़र भी साँग ने व्यक्त किया। भारत में माहौल चीन के खिलाफ़ है और ऐसे दिनों में भारत को ‘एलएसी’ पर तैनात सैना पीछे हटाना संभव नहीं होगा। इसी वजह से भारत लंबे समय के लिए ‘एलएसी’ पर सेना तैनात रखेगा, यह इशारा चीन के विश्‍लेषक झोउ चेनमिंग ने दिया है।

गलवान में हुए संघर्ष के बाद भारत को उकसानेवाली हरकत करके हमने बड़ी गलती की है, यह अहसास भी चीन को हुआ है। इसी वजह से अब ‘एलएसी’ पर हमें वर्चस्व बनाए रखना संभव नहीं होगा। ऐसी कोशिश की गई तो भारत का जोरदार प्रत्युत्तर प्राप्त होगा। इसके लिए भारतीय सेना अवसर की प्रतिक्षा कर रही है, इस बात का भी ज्ञान अब चीन को प्राप्त हुआ है। आनेवाले दिनों में भारतीय सेना अक्साई चीन में प्रवेश करेगी, इस ड़र ने चीन को परेशान किया हुआ है और तिब्बत अपने हाथ में रहेगा या नहीं, यह आशंका भी चीन को सता रही है। साथ ही इस क्षेत्र की कडाके की ठंड़ में खड़े रहने की क्षमता ना रखनेवाले अपने सैनिक ऊंचा आत्मविश्‍वस रखनेवाली भारतीय सैनिकों का मुकाबला कर सकेंगे क्या? इस चिंता ने चीन को असुरक्षित किया है। यही असुरक्षितता जनरल वैंग के इशारे से व्यक्त हो रही है।

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