हिजबुल्लाह इस्रायल के तेल अवीव और हैफा जमीन दोस्त करेगा – इरान के दूसरे क्रमांक के धर्मगुरु अयातुल्ला खातामी की धमकी

हिजबुल्लाह, इस्रायल, तेल अवीव, हैफा जमीन, दोस्त करेगा, धर्मगुरु अयातुल्ला खातामी, धमकी, तेहरान, ईरानतेहरान: लेबनॉन में ईरान समर्थक हिजबुल्लाह के पास सबसे सामर्थ्यशाली शस्त्रास्त्र है। इसकी वजह से अगर इस्रायल ने लेबनॉन में हिजबुल्लाह के जगहों पर हमला किया, तो इस्रायल के तेल अवीव और हैफा यह दोनों शहर जमीन दोस्त हो जायेंगे, ऐसा दावा ईरान के दूसरे क्रमांक के धर्मगुरु आयातुल्ला अहमद खातामी ने किया है। इस वर्ष में इस्रायल और हिजबुल्लाह में संघर्ष भड़क सकता है, ऐसा इशारा कई दिनों पहले इस्रायल के रक्षामंत्री ने दिया था। इस पर ईरान के धर्मगुरु ने इस्रायल को धमकाने की बात दिखाई दे रही है। दौरान तेल अवीव इस्रायल की आर्थिक राजधानी तथा हैफा शहर इस्रायल के ऐतिहासिक व्यापारी बंदरगाह के तौर पर पहचाने जाते हैं।

पिछले कई दिनों से ईरान से इस्रायल को दिए जानेवाली धमकियों में बढ़ोतरी हो रही है। ईरान के सर्वोच्च धर्मगुरु अयातुल्ला खामेनी, राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी, विदेशमंत्री जावेद जरीफ और रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के वरिष्ठ अधिकारी जनरल कासेम सुलेमानी इनके बाद अब खातामी ने इस्रायल को कड़ा इशारा दिया है। खामेनी इनके अनुपस्थिति में ईरान में धार्मिक नेताओं का नेतृत्व करनेवाले खातामी ने इस्रायल को सन २००६ वर्ष के हिजबुल्लाह के साथ हुए युद्ध की याद दिलाई है।

हिजबुल्लाह, इस्रायल, तेल अवीव, हैफा जमीन, दोस्त करेगा, धर्मगुरु अयातुल्ला खातामी, धमकी, तेहरान, ईरानसन २००६ में इस्रायल ने दूसरे लेबनॉन युद्ध में हिजबुल्लाह पर विजय प्राप्त करने का असफल प्रयत्न किया था। इस युद्ध मे इस्रायल को विजय प्राप्त करना संभव नहीं हुआ था। इस युद्ध में हिजबुल्लाह के मिसाइलों ने तेल अवीव और हैफा शहर को मानवरहित किया था। वर्तमान समय में हिजबुल्लाह के लष्करी सामर्थ्य में इस्रायल के शहरों पर निशाना साधने वाले मिसाइलों की संख्या में बढ़त हुई है। इसकी वजह से तेल अवीव और हैफा यह दोनों शहर जमीनदोस्त करने है तो इस्रायल लेबनॉन में हिजबुल्लाह के जगहों पर हमले करे, ऐसी बात खातामी ने कही है।

१२ वर्षों पहले इस्रायल ने सैनिकों का अपहरण करके लेबनॉन में ले जाने वाले हिजबुल्लाह के विरोध मे इस्रायलने संघर्ष पुकारा था। दूसरे लेबनॉन युद्ध के तौर पर पहचाने जानेवाला यह संघर्ष ३४ दिन शुरू था। इस संघर्ष में हिजबुल्लाह ने इस्राइल के सीमा के पास के शहर पर ४००० से अधिक कत्युषा रॉकेट दागे थे। लगभग ७० किलोमीटर अंतर की दुरी से दागे इन मिसाइलों के हमले में इस्रायली शहर का बहुत बड़ा नुकसान हुआ था। इस संघर्ष में इस्रायल के १६३ सैनिकों की जान गई थी। हिजबुल्लाह ने किया यह प्रतिकार सामर्थ्यशाली इस्रायल को चकित करने वाला था।

उसके बाद ईरान की सहायता प्राप्त करनेवाले हिजबुल्लाह ने मिसाईल की संख्या में बढ़ोतरी की है और फिलहाल हिजबुल्लाह के पास लगभग सवा लाख मिसाइल का भंडार होने का दावा किया जाता है। इस्रायल के सीमा के पास खंदक खोदकरयह मिसाइल छुपाने की तथा कई जगहों पर मिसाइल के निर्माण का कारखाना शुरू करने का आरोप इस्रायल ने किया है और गाझा पट्टी में हमास को एक ही समय पर शस्त्र सज्ज करके, ईरान ने इस्रायल पर हमले करने की योजना बनाई है। पर हिजबुल्लाह के इन हमलो को जोरदार प्रत्युत्तर देने के लिए इस्रायल की सेना तैयार हैं, ऐसी घोषणा इस्रायल के रक्षा मंत्री एविग्दोर लिबरमन ने की है। इस्रायल के रक्षा मंत्रियों के इस घोषणा पर खातामी से यह प्रतिक्रिया आने की बात दिखाई दे रही है।

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