पाकिस्तान की सरकार और सेना कर रही है ‘पीओके’ के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री पद रद्द करने की तैयारी

मुझफ्फराबाद: ‘मैं पाकिस्तान व्याप्त कश्मीर का आखरी प्रधानमंत्री रहुंगा, यह ऐलान करके राजा फारूख हैदर ने पाकिस्तान में सनसनी फैलाई है| पीओके के प्रधानमंत्री हैदर अपने इस बयान पर खुलासा करें, यह मांग पीओकेके विपक्ष कर रहे है| भारत को जवाब देने के लिए पाकिस्तान की सरकार और सेना पीओकेका राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री पद रद्द करने का निर्णय करेगी, यह कडी संभावना इस अवसर पर व्यक्त की जा रही है|

भारत ने धारा ३७० और ३५ एहटाकर जम्मूकश्मीर को प्रदान किया गया विशेष दर्जा भी हटाया है| अब जम्मू और कश्मीर एवं लद्दाख भारत के केंद्रशासित प्रदेश बने है| इसके बाद पाकिस्तान ने भारत के विरोध में जहरिला दुष्प्रचार शुरू किया था| और साथ ही युद्ध की धमकियां देने का प्रयोग भी किया| पर, इससे भारत पर जरा भी असर ना होने की बात की ओर ध्यान आकर्षित करके पीओकेके प्रधानमंत्री राजा फारूख हैदर ने इसके लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान की सरकार पर कडी आलोचना की थी|

कश्मीर की समस्या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उपस्थित करने के बजाए वह अवसर हमें कश्मीरी नेताओं को प्रदान करें, यह मांग राजा फारूख हैदर कर रहे थे| पाकिस्तान को यह समस्या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ठिक से पेश भी करना मुमकिन नही हुआ, इस ओर ध्यान आकर्षित करके वह अपनी यह मांग डटकर आगे रख रहे थे| पर, अब पाकिस्तान की सरकार पीओकेके राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री पद रद्द करने का विचार कर रही है| कश्मीर की नियंत्रण रेखा अब अंतरराष्ट्रीय सीमा में तब्दील करने के लिए पाकिस्तान की सेना और सरकार यह निर्णय करेंगे, ऐसी चर्चा भी शुरू हुई है|

पीओकेको अबतक पाकिस्तान में आजाद कश्मीरकहा जा रहा था| पर, अब इस प्रांत को नाम के लिए प्रदान की गई आजादीभी पाकिस्तान छिनने की तैयार कर रहा है| इसकी गुंज पीओके में सुनाई देने लगी है| प्रधानमंत्री राजा फारूख हैदर ने हम कथित आजाद कश्मीरके आखरी प्रधानमंत्री हो सकते है, यह कहकर वहां की जनता को खतरे की चेतावनी दी है| इसके बाद पीओकेके विपक्षी दलों ने राजा फारूख हैदर से खुलासा मांगा है| पाकिस्तान की सरकार और सेना ने यह निर्णय किया भी तो, इस निर्णय का पीओके में कडा विरोध हो सकता है|

इससे पहले पाकिस्तान यहां के नैसर्गिक स्रोत की लूट कर रहा है, यह आलोचना पीओके की स्थानिय जनता कर रही है| साथ ही पाकिस्तान के अन्य प्रांत के लोगों को पीओकेमें लाकर स्थापित किया जा रहा है, यह आरोप भी स्थानिय लोग कर रहे है| ऐसी स्थिति में इस प्रांत में पाकिस्तान के विरोध में नारेबाजी भी हो रही है और इन लोगों के प्रदर्शन कुचलने के लिए पाकिस्तानी सेना निर्दयता से बल का प्रयोग कर रही है| ऐसी स्थिति में पाकिस्तान की सरकार?और सेना पीओकेके नेताओं को दुख देकर आक्रामक निर्णय करती है तो इसपर जनता की काफी बडी प्रतिक्रिया प्राप्त हो सकती है|

इसी दौरान, ‘पीओकेके प्रधानमंत्री इस तरह चिंता व्यक्त कर रहे है, तभी पीओकेके राष्ट्रपति सरकार मसूद खा ने कश्मीर की समस्या का हल युद्ध से ही निकलेगा, यह दावा भी किया है|

बल्कि भारत के साथ युद्ध शुरू होता है तो पाकिस्तानी सेना के साथ जनता भी युद्ध में उतरेगी, यह दावा सरकार मसूद खान ने किया है| पर, उससे पहले पुरे पाकिस्तान को एक होकर खडा करना जरूरी है| साथ ही पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था संवरकर लष्करी नजरिए से पाकिस्तान को और भी मजबूत करने की जरूरत होने का दावा सरदार मसूद खान ने किया है|

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