२०१९ के पहले तीन महीनों में १,०५३ टन सोने की मांग दर्ज – केंद्रीय बैंक एवं भारत की मांग का असर

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरलंदन – अमरिकी अर्थव्यवस्था और शेअर बाजार विक्रमी कामगिरी दर्ज कर रहे है, इसके बावजूद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की मांग में हो रही बढोतरी बरकरार है| ‘वर्ल्ड गोल्ड कौन्सिल’ इस अंतरराष्ट्रीय गुट ने प्रसिद्ध किए अहवाल में वर्ष २०१९ के पहले तीन महीनों में सोने की मांग मे करीबन १,०५३ टन से भी अधिक दर्ज होने की जानकारी दी गई है| दुनियाभर की केंद्रीय बैंकों ने सोने की ऐतिहासिक खरीद शुरू की है और साथ ही भारत में जेवर के साथ ‘गोल्ड बार’ और ‘सिक्के’ की मांग में हो रही बढोतरी का असर सोने की मांग पर हो रहा है, यह ‘वर्ल्ड गोल्ड कौन्सिल’ ने स्पष्ट किया है|

पिछले महीने में ही अमरिका की अर्थव्यवस्था ने पहले तीन महीनों में ३.२ प्रतिशत बढोतरी दर्ज करने की बात सामने आयी थी| इसके साथ ही अमरिकी शेअर बाजार में वर्ष २०१९ के पहले चार महीनों में १५ प्रतिशत से अधिक उछाल दिखाई दिया है| अमरिका में ईंधन निर्माण एवं हथियारों की बिक्री के भी विक्रमी आकडें सामने आ चुके है| अमरिकी अर्थव्यवस्था का प्रदर्शन बेहतर होने के बावजूद सोने की मांग और इसमें हो रहे निवेश में बढोतरी होना ध्यान आकर्षित करता है|

‘वर्ल्ड गोल्ड कौन्सिल’ ने २०१९ के पहले तीन महीनों के आंकडे देने के साथ अमरिकी अर्थव्यवस्था और शेअर बाजार का खास जिक्र किया है| इसके पहले अमरिकी अर्थव्यवस्था, डॉलर की किमत और सोने की मांग की उपलब्धि एक दुसरे के विरोध में होने की बात लगातार दिखाई दे रही थी| लेकिन, इस बार अमरिकी अर्थव्यवस्था अच्छी गती दिखा रही है इसके बावजूद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की मांग तेजीसे बढती दिखाई दे रही है| इस वर्ष के पहले तीन महीनों में अंतरराष्ट्रीय स्तरपर सोने १,०५३.० टन दर्ज हुई है|

इसमें आभूषण का हिस्सा ५३० टन है और ‘गोल्ड बार’ और ‘सिक्कों’ का हिस्सा करीबन ३०० टन है| भारत में पहले तीन महीनों में १२५ टन से अधिक सोने के जेवर की खरीद हुई है और यह पिछले चार वर्षों का उच्चांक है| इस दौरान भारत ३३.६ टन ‘गोल्ड बार’ और ‘सिक्कों’ की मांग भी दर्ज की है| आभूषण, ‘गोल्ड बार’ और ‘सिक्कों’ की भारत ने की मांग में हुई बढोतरी जागतिक स्तर पर हुई सोने की विक्रमी बढोतरी में अहम साबित हुई है, यह ‘वर्ल्ड गोल्ड कौन्सिल’ ने कहा है|

दुनिया भर की केंद्रीय बैंकों ने की सोने की खरीद ध्यान केंद्रीत करती है| वर्ष २०१३ के बाद पहली बार केंद्रीय बैंकों की सोने की खरीद में ऐतिहासिक बढोतरी दिखाई दे रही है| दुनिया की प्रमुख केंद्रीय बैंकों ने पहले तीन महीनों में करीबन १४५ टन सोने की खरीद की है और इसमें रशिया ने ५५ और चीन ने ३२ टन सोने की खरीद की है| भारत की केंद्रीय बैंक ने इस दौरान करीबन १० टन सोना खरीदा है|

सोने की मांग में हो रही बढोतरी आर्थिक अनिश्‍चितता के संकेत दे रही है| अमरिका और चीन में हो रहा व्यापारयुद्ध और अमरिका के यूरोपीय देशों के साथ शुरू हुए विवाद का जागतिक अर्थव्यवस्था पर दबाव बन रहा है| चीन जैसा देश इस दबाव में है और इस वजह से निवेशकों ने सुरक्षा के लिए सोने में निवेश करने का विकल्प स्वीकारने की बात दिख रही है|

रशिया और चीन ने सोने की खरीद बढाई है और साथ ही भारत में भी सोने की मांग में बढोतरी होती दिख रही है| नजदिकी समय में सोने की मांग में कमी आने की बजाए यह मांग और भी बढने की कडी संभावना है| उसी तादाद में सोने के दामों में बढोतरी जारी रहेगी, यह विश्‍लेषक कह रहे है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.