येमेन के ‘होदैदा’ पर हुए हमले में ३०० लोगों की मौत – येमेनी लष्कर और अरब मित्र देशों का हवाई अड्डे पर नियंत्रण पाने का दावा

रियाध/सना: येमेन के ‘होदैदा’ बंदरगाह के लिए शुरू हुआ संघर्ष अधिक तीव्र हुआ है और उसमें पिछले तीन दिनों में ३०० लोगों की जान गई है। सऊदी अरेबिया और अरब मित्र देशों ने एक ही समय पर सेना, नौसेना और हवाई दल की सहायता से यहाँ पर जोरदार हमले किए हैं और हौदेदा के हवाई अड्डे पर कब्ज़ा पाने का दावा शनिवार को किया गया है। यह सऊदी अरेबिया और मित्र देशों के मोर्चे को मिली बड़ी सफलता मानी जा रही है। लेकिन सऊदी और मित्र देशों के पीछे अमरिका और ब्रिटन का हाथ है, ऐसा आरोप येमेन के हौथी बागी कर रहे हैं।

येमेन के ईरान समर्थक हौथी बागियों के वर्चस्व को झटका देने के लिए सऊदी के साथ साथ अरब मित्र देशों ने पिछले कुछ महीनों से व्यापक और आक्रामक मुहीम शुरू की थी। ‘येमेन के मुख’ के तौर पर पहचाने जाने वाले हौदेदा पर कार्रवाई इसीका ही एक हिस्सा माना जाता है। सऊदी और मित्र देशों ने येमेनी लष्कर की सहायता से हौथी बागियों पर तीनों मोर्चों पर हमले शुरू किए हैं। बुधवार से हौदेदा पर लष्करी हमलों के साथ साथ युद्धपोत और लड़ाकू विमानों की सहायता से कार्रवाई शुरू हुई है, ऐसा कहा जाता है।

येमेन, होदैदा, हमले, ३०० लोगों, मौत, लष्कर, अरब मित्र देशों, हवाई अड्डे, नियंत्रण पाने, दावा, रियाध, सनातीन दिनों से चल रही इस मुहीम में येमेनी सेना, सऊदी और मित्र देशों के मोर्चे को सफलता मिली है। हौदेदा में स्थित अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कब्जा पाने की बात येमेनी सेना ने शनिवार को ट्विटर पर दी। हौदेदा हवाई अड्डे पर कब्ज़ा अत्यंत महत्वपूर्ण है और इस वजह से येमेन के युद्ध के दबाव को हटाने में मदद होगी, ऐसा दावा संयुक्त अरब अमिरात के विदेश राज्यमंत्री अनवर गर्गश ने किया है।

हौदेदा पर की गई कार्रवाई में लगभग ३०० लोगों की मौत होने की जानकारी सामने आई है। इसमें स्थानीय नागरिकों के साथ साथ हौथी बागी और येमेनी और अरबी देशों के मोर्चे के जवानों का समावेश है। हौदेदा पर शुरू हमलों की वजह से येमेन को की जाने वाली अनाज और मानवतावादी सहायता का रास्ता रोक दिया जाएगा, ऐसी चिंता मानवतावादी संगठनों ने व्यक्त की है। हौदेदा की जनसंख्या लगभग ६ लाख है और उसमें से लाखों नागरिकों को आने वाले कुछ दिनों में शहर छोड़ना पड़ेगा, ऐसी चेतावनी ‘रेडक्रॉस’ संगठन ने दी है।

पिछले कुछ हफ़्तों से येमेन के हौथी बागियों की तरफ से सउदी के सीमा इलाके में जोरदार रॉकेट हमले और मिसाइल हमले शुरू हैं। इसके अलावा हौथी बागियों ने एडन की खाड़ी में तैनात संयुक्त अरब अमिरात (युएई) और इजिप्त के विध्वंसकों की दिशा में भी रॉकेट हमले किए थे। हौदेदा पर कारवाई की वजह से हौथी बागियों को नुकसान पहुँचने वाला है और ईरान की तरफ से मिलने वाली सहायता का रास्ता बंद होगा, ऐसा कहा जाता है।

वही हौदेदा पर सऊदी और मित्र देशों को अमरिका और ब्रिटन की तरफ से मिल रही सहायता की वजह से सफलता मिल रही है, ऐसा दावा हौथी बागियों ने किया है। लेकिन अमरिका ने येमेन पर हमले के लिए सहायता करने की खबर को ख़ारिज किया है।

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