ब्रिटेन सऊदी अरेबिया के मार्ग से जा रहा है – नेदरलैंड के विरोधी पक्ष नेता गिरी विल्डर की आलोचना

हेग / लंदन: पिछले हफ्ते में ब्रिटेन में जो कुछ हुआ है, वह अत्यंत घृणास्पद है। अभिव्यक्ति स्वतंत्रता को यूरोप में दबाया जा रहा और ब्रिटन में भी वही हो रहा है। ब्रिटन अब सऊदी अरेबिया के मार्ग जा रहा है, ऐसे कड़े शब्दों में नेदरलैंड के विरोधी पक्ष नेता गीर्ट विल्डर ने ब्रिटन पर आलोचना की है। नेदरलैंड की राजधानी हेग में ब्रिटेन के दूतावास के सामने प्रदर्शन करनेवाले विल्डर ने ब्रिटिश कार्यकर्ता टॉमी रॉबिंसन इनकी गिरफ्तारी के विरोध में यह आलोचना की है। रॉबिंसन ने ब्रिटेन में इस्लाम धर्मियों से हुए लैंगिक अत्याचार के मुकदमे के बारे में जानकारी उजागर करने के बारे में उन्हें कारावास की सजा मिली है। इसके विरोध में विल्डर ने आवाज उठाया है।

यूरोपीय देशों में शरणार्थियों के विरोध में आक्रामक भूमिका लेनेवाले नेताओं में नेदरलैंड्स के गीर्ट विल्डर का समावेश है। उन्होंने ब्रिटेन के दूतावास के सामने टॉमी रॉबिंसन इनके गिरफ्तारी के बारे में प्रश्न पूछा है। टॉमी रॉबिंसन यह ब्रिटेन में आक्रामक बाये गट के प्रतिनिधि होकर उन्हें इंग्लिश डिफेंस लीग नामक संगठन स्थापित की है। इस्लाम धर्म के शरणार्थियों के लिए ब्रिटेन के दरवाजे बंद करें। ब्रिटेन में बड़ी संख्या से निर्माण होनेवाले उनके प्रार्थना स्थल बंद करें। इसकी मांग करके रॉबिंसन ने आंदोलन छेड़ा था। उसे ब्रिटेन में कई लोगों से प्रतिक्रिया मिल रही थी। रॉबिंसन इनका कहना समझने वाले लोगों की संख्या लाखों में होने की बात कही जाती है। यह चेतावनी को एवं विदेशी विचारधारा का पुरस्कार करने की आलोचना भी शुरू हुई है।

ब्रिटेन, मार्ग, सऊदी अरेबिया, नेदरलैंड, गिरी विल्डर, आलोचना, हेग, लंदनब्रिटेन में सामूहिक अत्याचार के कई मामले उजागर हुए हैं और छोटे बच्चे इस अत्याचार को बली जाने की भयंकर बातें सामने आई थी। इन अत्याचारों के मामलों में कट्टरपंथिय होने का आरोप करके रॉबिंसन ने उनके विरोध में जोरदार प्रचार मुहिम शुरू की थी। लीडस के एक न्यायालय में प्रस्तुत मुकदमों में कामकाज शुरू किया था। तभी रॉबिंसन ने न्यायालय के बाहर से इस मुकदमों की जानकारी सोशल मीडिया पर देने का प्रयत्न किया किया है। तथा आरोपियों से बोलने का भी रॉबिंसन ने प्रयत्न शुरू किया है। वैसा करना ब्रिटेन के कानून का भंग होगा ऐसा आरोप करके टॉमी रॉबिंसन की गिरफ्तारी की गई है। तथा न्यायालय का अपमान करने के कारण उन्हें १३ महीने का कारावास की सजा सुनाई गई है।

महत्वपूर्ण बात यह है कि रॉबिंसन पर होनेवाले इस कार्रवाई की जानकारी उजागर न करने की सूचना न्यायालय ने दी है। सामूहिक अत्याचार के मामले का निर्णय लगने तक रॉबिंसन इनके गिरफ्तारी की खबर न दें, इसका न्यायालय के प्रक्रिया पर परिणाम हो सकता है, ऐसा ब्रिटेन के न्यायालय ने सूचित किया है। इसकी वजह से रॉबिंसन इनके गिरफ्तारी के बारे में जानकारी हर जगह पहुंच नहीं सकी है।

पर इस गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया उमड़ रही है। रविवार को लीडस शहर में रॉबिंसन के समर्थन में बहुत बड़ा मोर्चा निकलने का वृत्त है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के कार्यालय पर रॉबिंसन के रिहाई के लिए बड़ा मोर्चा आने की खबरें आई है। और ४ लाख लोगों ने रॉबिंसन की रिहाई की जाए इस मांग पर हस्ताक्षर किए हैं। टॉमी रॉबिंसन पर दबाव डालते हुए ब्रिटेन के यंत्रणा एवं न्यायालय सत्य दबाने का प्रयत्न कर रही है, ऐसी भावना यह समर्थक व्यक्त कर रहे हैं। इनके साथ अन्य यूरोपीय देशों में रॉबिंसन पर हुए कार्रवाई के विरोध में निषेध का सुर उमड़ रहा है। नेदरलैंड के विरोधी पक्ष नेता विल्डर इस मामले में ब्रिटेन को पूछें प्रश्न इसकी गवाही दे रहे है।

दौरान ‘जिहाद वॉच’ जैसे संकेत स्थल से यूरोपीय देशों में सामूहिक लैंगिक अत्याचार के पीछे परधर्मीय शरणार्थियों का षड्यंत्र होने का आरोप किया जा रहा है। इस पृष्ठभूमि पर टॉमी रॉबिंसन एवं बाए गट के कार्यकर्ताओं ने शुरू किया प्रचार मुहिम को मिलनेवाली प्रतिक्रिया बढ़ रही है। रॉबिंसन के कारावास के विरोध में ब्रिटेन के प्रमुख नेता निगेल फैराज के यूके इंडिपेंडेंस पार्टी ने तीव्र नाराजगी व्यक्त की है। इसकी वजह से रॉबिंसन को राजनीतिक समर्थन मिलने की बात सामने आ रही है।

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