भारत में रशिया की ‘स्पुटनिक वी’ वैक्सीन के इस्तेमाल के लिए विशेषज्ञों की समिती की मंजूरी

नई दिल्ली – भारत में कोरोना की तीसरी वैक्सीन का आपात्कालिन इस्तेमाल करने के लिए ‘सेंट्रल ड्रग्ज स्टैण्डर्ड कंट्रोल ऑर्गनायज़ेशन’ (सीडीएससीओ) के विशेषज्ञों की समिती ने मंजूरी दे दी है। रशिया ने विकसित किए ‘स्पुटनिक वी’ नामक वैक्सीन को ‘सीडीएससीओ’ ने मंजूरी देने के बाद जल्द ही ‘द ड्रग्ज कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया’ (डीसीजीआय) भी विशेषज्ञों के समिती की सिफारिशों के अनुसार इस वैक्सीन के इस्तेमाल के लिए मंजूरी देने की संभावना है। इसके बाद देश में इस वैक्सीन का इस्तेमाल शुरू होगा। देश में फिलहाल ‘ऑक्सफर्ड-एस्ट्राजेनेका’ की ‘कोविशिल्ड’ और भारत बायोटेक की ‘कोवैक्सीन’ इन दो टीकों का प्रयोग करने की अनुमति दी गई है। तीसरी वैक्सीन उपलब्ध होने के बाद देश में टीकाकरण की गति बढ़ेगी, ऐसा दावा किया जा रहा है। साथ ही अगस्त तक सभी परीक्षण पूरे होने के बाद कोरोना की छह वैक्सीन उपलब्ध होने की संभावना है।

sputnik-v-vaccine-indiaभारत में जनवरी के आरंभ में ‘कोविशिल्ड’ और ‘कोवैक्सीन’ इन दो वैक्सीन्स के प्रयोग के लिए ‘डीसीजीआय’ ने विशेष समिती की रपट प्राप्त होने के बाद अनुमति प्रदान की थी। इसके बाद १६ जनवरी से देश में टीकाकरण की शुरूआत हुई। फिलहाल देश में १० करोड़ से अधिक लोगों का टीकाकरण हुआ है। आरंभिक चरण में डॉक्टर्स और फ्रन्टलाईन वर्कर्स का टीकाकरण शुरू किया गया था, इसके बाद ६० वर्ष से अधिक उम्र के जेष्ठ नागरिक और ४५ वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों के टीकाकरण का कार्यक्रम शुरू हुआ। लेकिन, इस टीकाकरण के कार्यक्रम के दौरान कुछ राज्यों ने टीके की कमी निर्माण होने की शिकायतें दर्ज़ की थीं और टीकाकरण के कुछ केंद्र भी बंद किए गए थे।

इस पृष्ठभूमि पर अब रशिया की ‘स्पुटनिक वी’ वैक्सीन भी टीकाकरण के लिए उपलब्ध होगी। इसके लिए रशिया ने भारतीय कंपनी डॉ.रेड्डीज्‌ लैब के साथ समझौता किया। भारत में डॉ.रेड्डीज्‌ कंपनी इस टीके का उत्पादन करेगी और इसके परीक्षण करना शुरू किया गया था। स्पुटनिक और डॉ.रेड्डीज्‌ लैब ने पेश किए इस वैक्सीन के ट्रायल डाटा के बुनियाद पर ‘सीडीएससीओ’ के विशेषज्ञों की समिती इस टीके के इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे, ऐसी सिफारिश ‘डीसीजीआय’ से की गई है। इसी कारण ‘डीसीजीआय’ जल्द ही इस वैक्सीन के इस्तेमाल को मंजूरी देगी और इसका भारत में इस्तेमाल शुरू होगा। सरकार कभी भी इस मुद्दे से संबंधित ऐलान करेगी, ऐसी खबरें प्राप्त हो रही हैं।

इस वजह से देश में अधिक मात्रा में टीके उपलब्ध होंगे और टीकाकरण का दायरा बढ़ाना संभव होगा, ऐसा विश्‍वास व्यक्त किया जा रहा है। देश में अन्य कंपनियां भी वैक्सीन तैयार कर रही हैं और जॉन्सन ऐण्ड जॉन्सन कंपनी ने भी भारत में अपनी वैक्सीन का इस्तेमाल करने के लिए अनमुति माँगी है। इस पृष्ठभूमि पर अगस्त तक छह और कंपनियों की कोरोना वैक्सीन उपलब्ध होगी, ऐसा अनुमान है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.