अमरिका ने लगाए करों की वजह से चीन की अर्थव्यवस्था की भारी गिरावट – राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प की फटकार

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरबीजिंग/वॉशिंगटन: अमरिका ने चीन पर लगाए करों के कारण चीन की अर्थव्यवस्था की भारी गिरावट होने की टिप्पणी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने की हैं| वर्ष २०१९ के दूसरे आर्थिक त्रैमासिक में चीन का आर्थिक विकास दर ६.२ प्रतिशत तक गिरने का सोमवार को खुलासा हुआ हैं| यह पिछले २७ सालों का सबसे निम्नतम अंक साबित हुआ हैं| चीन के पतन के पीछे अमरिका के साथ शुरू आर्थिक और व्यापारी युद्ध जिम्मेदार होने की बात स्पष्ट हो रही है और इस पृष्ठभूमि पर ट्रम्प की टिप्पणी ध्यान आकर्षित करने वाली साबित होती हैं|

पिछले ही सप्ताह में चीन के कुछ प्रमुख विशेषज्ञों ने व्यापार युद्ध की पृष्ठभूमि पर अमरिकी अर्थव्यवस्था से होनेवाले संबंध तोड़ने चाहिए, ऐसी आक्रामक भूमिका अपनाई थीं| उससे पहले अमरिका के प्रमुख समाचार माध्यम, विशेषज्ञ और अर्थ संस्थाओं ने दो देशों के बीच शुरू व्यापार युद्ध के कारण अरबों की अर्थव्यवस्था को झटका लगते हुए वैश्विक अर्थव्यवस्था मंदी की ओर जा सकती हैं, ऐसा सूचित किया था| उसी समय जापान में हुई ‘जी-२०’ की बैठक में अमरिका और चीन ने व्यापारी प्रस्ताव के लिए फिर से चर्चा शुरू करने की घोषणा की थीं|

यह चर्चा शुरू होने के संकेत मिलते ही चीन की अर्थव्यवस्था में रेकॉर्ड गिरावट शुरू हो गई हैं| चीन का आर्थिक पतन चीन के विरोध में व्यापार युद्ध शुरू करने वाले अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष और उनके गट को जबरदस्त शक्ति देने वाला साबित होता हैं| चीन की आर्थिक रिपोर्ट आने के बाद ट्रम्प ने ट्विटर पर दी प्रतिक्रिया इस की पुष्टि करती हैं|

‘दूसरे त्रैमासिक में चीन की अर्थव्यवस्था की वृद्धि २७ वर्षों की सबसे अधिक मंद गति वाली साबित हुई हैं| अमरिका ने चीन पर लगाए करों के कारण चीन की अनेक कंपनियां ऐसे कर नहीं लगाने वाले देशों में जा रही हैं| हजारों कंपनियां चीन छोड़ रही हैं| इसके कारण चीन को अमरिका के साथ समझौता करने की जल्दी हो गई हैं| मूल रूप से उन्हें इस मुद्दे पर पहला समझौता तोड़ना ही नहीं चाहीए था| अमरिका को चीन पर लगाए करों से अरबों डॉलर्स मिल रहे हैं’, ऐसे शब्दों में ट्रम्प ने व्यापार युद्ध का जोरदार समर्थन किया हैं|

ट्रम्प का यह समर्थन व्यापारी चर्चा में चीन के विरोध में अमरिका आक्रमक भूमिका कायम रखेगी, यह संकेत दे रहा हैं| पिछले कुछ दिनों में चीन ने अमरिका की सभी मांगों को स्वीकार नहीं किया जाएगा एवं वे अमरिका के आगे नहीं झुकेंगे, ऐसी आग्रही भूमिका लेना आरंभ किया था| परंतु अभी आर्थिक स्तर पर नकारात्मक कार्यसिद्धि चीन के आक्रामक स्वर को सौम्य करने वाली साबित होगी, ऐसा माना जाता हैं|

अमरिका के साथ शुरू व्यापार युद्ध के कारण चीन की अर्थव्यवस्था को पिछले कुछ महीनों से लगातार बड़े झटके लग रहे हैं| जिसमें आर्थिक विकास का निम्न स्तर यह सबसे बड़ा झटका साबित होता हैं| इस साल के पहले त्रैमासिक में भी चीन का आर्थिक विकास दर ६.४ प्रतिशत तक गिरा था| उसके पश्चात देश के आयात-निर्यात तथा अर्थव्यवस्था का आधार होने वाले उत्पादन क्षेत्र के सेंसेक्स भी लगातार गिर रहे थे| परंतु फिर भी चीन का सत्ताधारी शासन यह स्थिति ‘न्यू नॉर्मल’ होने का बताकर अर्थव्यवस्था में अतिरिक्त पैसा लगाने की और उसको गति देने की गतिविधियां कर रहा था| परंतु नकारात्मक विकास दर ने चीन की यह कोशिश नाकाम होने की बात स्पष्ट हुई है|

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