ब्रह्मपुत्रा की उपनदी पर के बाँध के बारे में चीन का खुलासा

बीजिंग, दि. ९ (पीटीआय) – चीन ने ब्रह्मपुत्रा की उपनदी पर बाँध बनाने का फैसला करने के बाद भारत से तीव्र प्रतिक्रिया आयी थी| इसके बाद चीन ने इस संदर्भ में अपना खुलासा किया है| इस बाँध के कारण भारत में उस नदी से होनेवाले पानी के विसर्ग पर कोई भी असर नही होगा, यह दावा चीन कर रहा है| भारत ने पाकिस्तान के साथ ‘सिंधू जलसंधि समझौते’ पर अपनायी भूमिका को करारा जवाब देने के लिए चीन ने ‘ब्रह्मपुत्रा’ के संदर्भ में यह फैसला करके पाकिस्तान को अपना समर्थन दर्शाया है, ऐसी चर्चा भारत और साथ ही पाकिस्तान में शुरू थी|

ब्रह्मपुत्राभारत ने पाकिस्तान के साथ ‘सिंधू जलसंधि समझौते’ पर पुनर्विचार करने की चेतावनी दी थी| इसके दो ही दिन बाद चीन ने ब्रह्मपुत्रा की उपनदी पर बाँध बनाने की गतिविधियाँ शुरू कीं| चीन ने यह बाँध बन गया, तो भारत के अरुणाचल प्रदेश और असाम से बहनेवाली नदी के प्रवाह पर असर होगा, यह चिंता भारत ने जतायी थी| इस नदी पर बाँध बनाकर चीन भारत को घेरने की कोशिश कर रहा है, ऐसी आलोचना हो रही थी|

भारत से हुई इस आलोचना के बाद, चीन के विदेश मंत्रालय ने इस संदर्भ में खुलासा किया| यह बाँध बनने से सिर्फ ०.२ इतने प्रमाण में ही पानी जमा होगा, यह दावा चीन ने किया है| साथ ही, इस बाँध से तिबेट का विकास होगा, यह भी चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा| लेकिन यह बाँध बनाने से, भारत में आनेवाले पानी का प्रवाह कम होगा और इसका असर इस नदी के पानी पर निर्भर रहनेवाले भारत के दो राज्यों पर होगा, यह भारत का आक्षेप है| इसी कारण, यह बाँध बनाकर चीन भारत को घेर रहा है, इस आरोप को पुख्ता समर्थन मिल रहा है और इनका असर दोनों देशों के संबंधों पर होगा, ऐसे संकेत मिल रहे हैं|

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