‘सर्जिकल स्ट्राईक’ की वजह से ‘लश्कर-ए-तोयबा’ का सबसे ज़्यादा नुकसान; २० आतंकी मारे गए

नवी दिल्ली/बारामुल्ला, दि. ९ (पीटीआय) – भारतीय सेना द्वारा ‘पीओके’ में  किए गए ‘सर्जिकल स्ट्राईक’  में ४० आतंकवादी मारे गए हैं| मारे गए आतंकवादियों में ‘लश्कर-ए-तोयबा’ के लगभग २० आतंकी शामील हैं| भारतीय एजन्सियों ने पकड़े रेडिओ संदेश से यह बात उजागर हुई है| इतना ही नहीं, बल्कि कश्मीर की नियंत्रण रेखा पर के आतंकवादियों के ठिकानें, और आठ किलोमीटर तक पिछे हटा दिए गए हैं| जरुरत पड़ी, तो भारतीय सेना फिर से ‘सर्जिकल स्ट्राईक’ कर सकती है, ऐसा भारत के रक्षामंत्री ने कुछ ही दिन पहले कहा था|

‘लश्कर-ए-तोयबा’‘सर्जिकल स्ट्राईक’ के बाद भारतीय रक्षा एजन्सियाँ पाकिस्तान के रेडिओ संभाषणों तथा वायरलेस संदेशों पर कड़ी नजर जमाए बैठी हैं| भारतीय सेना के ‘फिल्ड युनिट्स’ ने पाकिस्तानी अधिकारी और अन्य एजन्सियों के संभाषण के रेडिओ संदेश पकड़े हैं और इसपर एक अहवाल तैयार किया है| भारतीय सेना के हमले में सबसे अधिक नुकसान आतंकी संगठन ‘लश्कर’ का हुआ है| भारतीय सेना के हमले में ‘लश्कर’ के क़रीब २० आतंकवादियों की मौत हुई है| भारत में घातपात करनेवाले इस आतंकी संगठन को अब तक का सबसे बड़ा झटका लगा है| भारतीय सेना के पाच गुटों ने ‘पीओके’ में ‘केल’ और ‘दुदनियाल’ इन इलाकों में रहनेवाले आतंकी ठिकानें नष्ट किए हैं| २८ तारीख को देर रात किए हमले में, नियंत्रण रेखा से तक़रीबन ७०० मीटर दूरी तक के आतंकवादियों के चार ठिकानों को नेस्तनाबूद किया गया है|

भारतीय सेना इस तरह का हमला कर सकती है, इसकी ज़रा-सी भी भनक आतंकवादियों को नहीं थी| हमले के बाद आतंकी अपनी जान बचाने के लिए पाकिस्तानी सेना की चौकी की ओर भागने लगे थे| इसकी जानकारी इस अहवाल में दर्ज़ की गई है| इस हमले की जानकारी मिलने के बाद पाकिस्तानी सेना के वाहनों की गतिविधियों में बढ़ोत्तरी हुई थी| मारे गए आतंकवादियों के शव इन वाहनों में लादकर यहाँ से अन्य जगह ले जाये गए और ‘सर्जिकल स्ट्राईक’ के सबूत मिटाए गए| यहाँ के आतंकवादियों की दफनविधि ‘पीओके’ में निलम घाटी में की गयी|

साथ ही, भारतीय सेना के दूसरे युनिट ने, पुँछ की दूसरी ओर रहनेवाले ‘बालनोई’ में आतंकवादियों पर हमला किया था| यहाँ पर भारतीय सेना ने मौत के घाट उतारे आतंकवादियों में ‘लश्कर’ के तक़रीबन ९ आतंकवादी थे| इसी के साथ पाकिस्तान के ‘८ नॉर्दन लाईट इन्फंट्री’ के दो जवान भी इस हमले में मारे गये, ऐसा पकड़े गए रेडिओ संदेशों से स्पष्ट हो रहा है|

इन रेडिओ संदेशों की वजह से, ‘सर्जिकल स्ट्राईक’ का इन्कार करनेवाले पाकिस्तान की पोल खुली है, ऐसा दिखाई दे रहा है| साथ ही, ‘लश्कर’ जैसे खतरनाक आतंकी संगठन को जो झटका लगा है, वह भारत की सुरक्षा की दृष्टि से काफ़ी अहम है| ‘पीओके’ और पाकिस्तान के अन्य इलाक़ों से, भारत के खिलाफ़ हमले की साज़िश रचनेवाले इन आतंकवादी संगठनों पर भारत किसी भी प्रकार की कारवाई नहीं करेगा, ऐसे भ्रम में अब तक ‘लश्कर’ के आतंकवादी थे| लेकिन ‘सर्जिकल स्ट्राईक’ की वजह से ‘लश्कर’ के साथ पाकिस्तान के अन्य आतंकी संगठनों को भी झटका लगा है, ऐसा दावा भारत के सामरिक विश्‍लेषक कर रहे है| इसका काफी बड़ा परिणाम आनेवाले समय में दिखाई देगा, ऐसा भी सामरिक विश्‍लेषकों का कहना है|

इसी दौरान, मारे गए आतंकवादियों की दफनविधि को निबटाने के बाद हुई एक सभा में बात करते समय, आतंकवादी संगठनों के नेताओं ने पाकिस्तानी सेना के खिलाफ़ नाराज़गी जताई| अपने ठिकानों को सुरक्षा मुहैय्या करने में पाकिस्तानी सेना ने आनाकानी की, ऐसा इल्ज़ाम इन आतंकी संगठनों के नेताओं ने किया|

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