जर्मनी में रासायनिक हमले की साजिश नाकाम की गई – दो ईरानी नागरिक गिरफ्तार

बर्लिन – साइनाईड और रिसीन जैसे ज़हरिले रसायनों का इस्तेमाल करके जर्मनी में बडे आतंकी हमले की साजिश जर्मन सुरक्षा यंत्रणाओं ने नाकाम की है। इस मामले में दो ईरानी नागरिकों को हिरासत में लेने की जानकारी जर्मन यंत्रणाओं ने प्रदान की। अमरिकी गुप्तचर विभाग ने साझा की हुई जानकारी के आधार पर जर्मन यंत्रणा ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। इसी बीच, इससे पहले से ही ईरान में प्रदर्शनों को लेकर यूरोपिय देश प्रतिबंध लगाने के इशारे दे रहे हैं।

जर्मनी के वायव्य ओर के डॉर्टमंड प्रांत के कैस्ट्रोप-रॉशेल शहर में शनिवार देर रात सुरक्षा यंत्रणा ने कार्रवाई करके दो भाईयों को हिरासत में लिया। चरमपंथी विचारधारा से प्रभावित यह दोनों ईरानी नागरिक जर्मनी में बड़े आतंकी हमले को अंजाम देने की तैयारी में थे, यह जानकारी जर्मन यंत्रणा ने प्रदान की। साइनाईड और रिसीन का इस्तेमाल करके या ज़हर एवं इससे अधिक खतरनाक रासायनिक हमला करने की साज़िश दोनों रचि थी, ऐसा जर्मन यंत्रणा का कहना है।

इनमें से एक ने इस साजिश की बात मानी है। संबंधितों के घर से साइनाईड और रिसीन का भंड़ार बरामद किया गया है और इसके बाद जर्मन यंत्रणाओं ने शहर के दो गैरेजस्‌‍ तलाशे। जानलेवा हमला करने की साजिश करने के मामले में दोनों भाईयों को या कम से कम मुख्य आरोपी को ३ से १५ साल जेल की सज़ा हो सकती है। जर्मन सुरक्षा यंत्रणा ने दोनों आरोपियों के नाम गुप्त रखे हैं।

पिछले कुछ सालों से जर्मनी आतंकियों के निशाने पर होने के कई मामले स्पष्ट हुए हैं। साल २०१६ में ईसाईयों के पावन त्योहार के दौरान राजधानी बर्लिन में ‘आयएस’ के आतंकियों ने ट्रक का इस्तेमाल करके किए हुए हमले में १२ लोग मारे गए थे। इस वारदात में १० से अधिक घायल हुए थे। तुर्की और खाडी के रास्ते यूरोप पहुँचे शरणार्थियों के झुंड़ में शामिल होकर आतंकियों ने घुसपैठ की है, ऐसी चेतावनी पश्चिमी यंत्रणाओं ने दी थी। लेकिन, जर्मनी ने इसे अनदेखा किया था।

जर्मनी में रासायनिक हमला की साज़िश का यह दूसरा मामला है। पांच साल पहले आतंकी संगठन आयएस के प्रभाव से ट्युनिशियन पती-पत्नि ने जर्मनी में रिसीन से हमला करने का प्लान बनाया था। लेकिन, जर्मन पुलिस ने सही समय पर इन दोनों को गिरफ्तार किया था। रिसीन, काफी ज़हरिले रसायन के तौर पर जाना जाता है। रेंड़ी के बीज से निकाले गए तेल का इस्तेमाल करके बनाया गया यह रसायन शरीर में जाते ही इनसान की मृत्यु हो सकती है। जर्मनी में रिसीन खरीदना काफी आसान होने की वजह से आतंकी ऐसे हमलों की साजिश कर रहे हैं, ऐसा दावा किया जाता है।

इससे पहले ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ ने जर्मनी की तरह फ्रान्स, बेल्जियम जैसे यूरोपिय देशों में भी आतंकी हमला करने की साज़िश रचने की बात स्पष्ट हुई थी। इस मामले में रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ पर गंभीर अपराधिक मामले दर्ज़ करके संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की गई थी। ईरान ने यह आरोप खारिज किए थे। इसी बीच ब्रिटेन ने ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ को आतंकी संगठन घोषित करने की तैयारी शुरू की है। ऐसे में जर्मनी में रासायनिक हमला करने की साजिश करने के मामले में ईरानियों की गिरफ्तारी होना ध्यान आकर्षित करता है।

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