उइगरों के वंशसंहार के संदर्भ में बायडेन जिनपिंग की ही भाषा बोल रहे हैं – अमरीका के पूर्व विदेश मंत्री की आलोचना

वॉशिंग्टन – ‘चीन झिंजियांग में उइगरों का वंशसंहार करा रहा है। यह मानवता के विरोध में सबसे बड़ा गुनाह साबित होता है। इसके विरोध में आवाज उठाने के बजाय, राष्ट्राध्यक्ष बायडेन चीन के राष्ट्राध्यक्ष के सुर में सुर मिलाकर उनका बचाव कर रहे हैं’, ऐसी तीखी आलोचना अमरीका के पूर्व विदेश मंत्री माईक पॉम्पिओ ने की। ऐसा ना करते हुए राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ट्रम्प की तरह चीन को टक्कर देनेवाली आक्रामक नीति अपनाएं, ऐसा आवाहन पॉम्पिओ ने किया है।

वंशसंहारकुछ ही दिन पहले अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग के साथ फोन पर चर्चा की थी। उसके बारे में अमरिकी न्यूज़ चैनल से बात करते हुए बायडेन ने यह कहा था कि राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग चीन की एकता बनाये रखने के लिए कोशिश कर रहे हैं। उसके लिए जिनपिंग को सख्त भूमिका अपनानी पड़ती है, ऐसा दावा बायडेन ने किया था। सांस्कृतिक दृष्टि से चीन स्वतंत्र देश होकर हॉंगकॉंग, उइगर और तैवान के बारे में चीन की होने वाली नीतियों में अमरीका दखलअंदाजी नहीं कर सकती, ऐसा बायडेन ने इस इंटरव्यू में कहा था।

वंशसंहारबायडेन के इस इंटरव्यू की तीव्र गूँजें अमरीका में सुनाई दीं। पूर्व विदेश मंत्री पॉम्पिओ ने, बायडेन चिनी राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग की भाषा बोल रहे हैं, ऐसी टिप्पणी की। ‘ अमरीका का वर्तमान प्रशासन बहुत ही नर्म रवैया अपना रहा होने का एहसास जिनपिंग को हुआ है। केवल विरोध करना है इसके लिए बायडेन प्रशासन विरोध करेगा, इससे अधिक कोई भी कृति नहीं कर सकता, यह जिनपिंग जान चुके हैं’, ऐसा पॉम्पिओ ने अमरीकी न्यूज़ चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा है।

वंशसंहार

उसी के साथ, ‘ पिछले ५० सालों में चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत ने अमरीका में घुसपैठ की। करोड़ों लोगों की रोजगार नष्ट किए, हमारी बुद्धि संपदा की चोरी की। अमरीका के तंत्रज्ञान-विज्ञानविषयक संगठनों में प्रवेश किया। लेकिन ट्रम्प ने सभी मोरचों पर चीन को करारा जवाब दिया। राष्ट्राध्यक्ष बायडेन भी ट्रम्प की तरह चीन को वैसी ही टक्कर दें’, ऐसा आवाहन अमरीका के पूर्व विदेश मंत्री माईक पॉम्पिओ ने किया।

साथ ही, झिंजियांग के उइगरवंशियों का वंशसंहार करानेवाले चीन में सन २०२२ में होनेवाले विंटर ओलंपिक का बहिष्कार करें, ऐसी मांग पॉम्पिओ ने की है। पॉम्पिओ के साथ, अमरीका तथा अन्य देशों से भी चीन की विंटर ओलंपिक का बहिष्कार करने की मांग हो रही है। यदि ऐसा किया गया, तो उसका करारा जवाब दिया जाएगा, ऐसी धमकी चीन ने दी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.