ईरान को चेतावनी देने के लिए अमरिकी बॉम्बर्स तथा इस्रायली विमानों की गश्त

जेरूसलेम/वॉशिंग्टन – अमरीका के परमाणु अस्त्र वाहक ‘बी-५२’ बॉम्बर्स विमान और इस्रायल के लड़ाकू विमानों ने हाल ही में खाड़ी क्षेत्र में हवाई गश्त की। ‘खाड़ी क्षेत्र के अपने मित्र देशों की सुरक्षा को लेकर और उनपर होनेवाले आक्रमण का जवाब देने के लिए अमरीका उत्तरदाई है, इसका एहसास करा देने के लिए अमरीका ने इस हवाई मुहिम का आयोजन किया था’, ऐसा अमरीका के लष्कर ने कहा है। हालांकि ठेंठ उल्लेख नहीं किया गया है, फिर भी इस्रायल के हैफा और तेल अविव शहर नष्ट करने की धमकी देनेवाले ईरान को अमरिकी लष्कर ने यह चेतावनी दी होने का दावा अन्तर्राष्ट्रीय माध्यम कर रहे हैं।

us-bombers-iran-israelपरमाणुअस्त्र तथा क्षेपणास्त्रों का वहन करने की क्षमता होनेवाले और दीर्घ पहुँच के उड़ान भर सकनेवाले दो ‘बी-५२’ बॉम्बर्स विमान हाल ही में खाड़ी क्षेत्र में दाखिल हुए हैं। अमरीका के नॉर्थ डकोटा स्थित मिनॉट हवाई अड्डे से उड़ान भरे हुए इन विमानों ने भूमध्य सागर लाँघते ही इस्रायल के आठ ‘एफ-१५’ लड़ाकू विमान होने अमरिकी बॉम्बर्स के साथ प्रवास किया। इस्रायल के लष्कर ने इसके फोटोग्राफ्स जारी किए। साथ ही, ‘इस्रायली तथा खाड़ी देशों के हवाई क्षेत्र की सुरक्षा के लिए यह गश्त महत्वपूर्ण होकर, यह मुहिम अमरीका के साथ जारी सामरिक सहयोग का हिस्सा है’, ऐसी जानकारी इस्रायल के लष्कर ने जारी की।

इस्रायल की तरह ही अमरीका के लष्कर ने सोशल मीडिया में इस हवाई गश्त की जानकारी जारी करके, अमरीका खाड़ी क्षेत्र के अपने मित्रदेशों की सुरक्षा के लिए उत्तरदाई होने के लिए आश्वस्त किया। साथ ही, खाड़ी क्षेत्र के मित्रदेशों की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करनेवाले देशों को इस सहयोग का एहसास करा देने के लिए यह गश्त आवश्यक थी, ऐसा अमरिकी लष्कर ने कहा है। इस्रायल की हवाई सीमा लाँघने के बाद सऊदी अरब और कतार के लड़ाकू विमानों ने अमरिकी बॉम्बर्स का साथ दिया। लेकिन इसके फोटोग्राफ्स प्रकाशित नहीं किए गए हैं। बाद में अमेरिकी बॉम्बर्स को खाड़ी क्षेत्र में कहाँ तैनात किया गया, इसका विवरण भी सामने नहीं आया है।

us-bombers-iran-israelपिछले चार महीनों में अमरीका ने खाड़ी क्षेत्र में की ‘बी-५२’ बॉम्बर्स विमानों की यह पाँचवी बड़ी तैनाती है। बायडेन के प्रशासन में ही दूसरी बार इन बॉम्बर्स को खाड़ी क्षेत्र में तैनात किया गया है। वहीं, इससे पहले पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प के कार्यकाल में तीन बार इन बॉम्बर्स विमानों को खाड़ी क्षेत्र में तैनात किया गया था। पर्शियन खाड़ी में ईरान की आक्रामकता को जवाब देने के लिए इन बॉम्बर्स की तैनाती की है, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने उस समय घोषित किया था। लेकिन बायडेन प्रशासन ने ‘बी-५२’ बॉम्बर्स की तैनाती करते समय दोनों बार ईरान का जिक्र करना टाला था।

इसी बीच, दो दिन पहले ईरान के रक्षामंत्री आमिर हतामी ने इस्रायल को धमकाया था। इस्रायल पर हमला करने की ब्ल्यू प्रिंट तैयार होकर, सर्वोच्च नेता आयातुल्ला खामेनी के एक इशारे की प्रतीक्षा कर रहे हैं, ऐसी धमकी हतामी ने दी थी। खामेनी के आदेशों पर इस्रायल के तेल अविव और हैफा ये दोनों शहर जमीनदोस्त किए जाएँगे, ऐसा हतामी ने डटकर कहा था। ईरान की इस धमकी की पृष्ठभूमि पर, बी-५२ बॉम्बर्स की इस तैनाती का महत्त्व बढ़ा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.