अमरिका, इस्रायल और ‘यूएई’ की ‘एफ-३५ डिप्लोमसी’

जेरूसलम – अमरीका से प्रगत हथियार खरीद रहे ‘संयुक्त अरब अमीरात’ (यूएई) को इस्रायल विरोध नहीं करेगा, यह ऐलान इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू और रक्षामंत्री बेनी गांत्झ ने किया है। दोनों इस्रायली नेताओं ने सार्वजनिक स्तर पर ज़िक्र नहीं किया हो, लेकिन यह ‘यूएई’ ने ‘एफ-३५’ की खरीद करने के लिए इस्रायल ने दी हुई यह सहमति होने की बात स्पष्ट हो रही है। तभी, अरब देशों के साथ हथियारों के लिए सहयोग करते समय इस्रायल की सुरक्षा से किसी भी तरह का समझौता नहीं करेंगे, यह बात अमरिकी रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट की है। इसी बीच ‘यूएई’ को अतिप्रगत लड़ाकू विमानों की आपूर्ति के लिए अमरीका तैयार है, फिर भी कतार से संबंधित निर्णय अमरीका ने अभी घोषित ना करने की बात सामने आ रही है।

US-Israel-F-35सितंबर में इस्रायल और यूएई के बीच ऐतिहासिक सहयोग स्थापित हुए हैं। बीते डेढ़ महीनों की अवधि में दोनों देशों के बीच वीसा सेवा, पर्यटन एवं ईंधन सहयोग के साथ अन्य समझौते हुए हैं। लेकिन, अमरीका से ‘यूएई’ को ‘एफ-३५’ स्टेल्थ लड़ाकू विमानों की बिक्री करने को इस्रायल के रक्षामंत्री बेनी गांत्झ ने कड़ा विरोध किया था। इस्रायली वायुसेना के बेड़े में ‘एफ-३५’ विमानों का दल मौजूद है और खाड़ी क्षेत्र के अन्य देशों के बेड़े में यह अतिप्रगत लड़ाकू विमान ना हो, यह भूमिका इस्रायली रक्षामंत्री ने अपनाई थी।

लेकिन, बीते सप्ताह में अमरीका में इस्रायल और यूएई के रक्षामंत्री की बैठक हुई। इस दौरान अमरिकी रक्षामंत्री मार्क एस्पर ने गांत्झ को इस्रायल की सुरक्षा को लेकर आश्‍वस्त करन की जानकारी सामने आ रही है। यूएई, बहरीन को प्रगत हथियार प्रदान किए जाएं तब भी इस्रायल की सुरक्षा को लेकर अमरीका किसी भी तरह का समझौता नहीं करेगी, यह बात गांत्झ के साथ हुई बैठक के दौरान एस्पर ने स्पष्ट की थी। इसके बाद स्वदेश लौटे इस्रायली रक्षामंत्री ने अमरीका से प्रगत हथियारों की खरीद कर रहे यूएई को इस्रायल का विरोध नहीं रहेगा, यह ऐलान किया।

US-Israel-F-35इस्रायली रक्षामंत्री के इस ऐलान की वजह से अमरीका और यूएई के बीच अतिप्रगत ‘एफ-३५’ लड़ाकू विमानों की खरीद करने के लिए अरबों डॉलर्स का समझौता आगे बढ़ना संभव हुआ, यह दावा किया जा रहा है। अब दिसंबर में अमरीका और यूएई के बीच इससे संबंधित समझौता होगा, ऐसा कहा जा रहा है। अगले सप्ताह अमरिका में राष्ट्राध्यक्ष पद के चुनाव हो रहे हैं और इन चुनावों के नतिजे का असर अमरीका-यूएई समझौते पर ना हो, इस वजह से अमरीका यह जल्दबाजी कर रही है, यह दावा भी किया जा रहा है। इसके लिए अमरिकी रक्षामंत्री जल्द ही खाड़ी क्षेत्र के देशों की यात्रा भी कर रहे हैं।

येमन में स्थित ईरान समर्थक हौथी बागियों के विरोध में कार्रवाई करने के लिए ही अमरीका यह विमान यूएई को प्रदान कर रही है और जल्द ही इसी तरह का समझौता सौदी अरब के साथ भी करेगी। इस वजह से इस्रायल की एक सहमति की वजह से अमरीका अब यूएई और सौदी को भी इन विमानों की बिक्री करेगी, यह चर्चा खाड़ी क्षेत्र के माध्यमों में है। लेकिन, दो सप्ताह पहले कतार ने ‘एफ-३५’ प्रदान करने के लिए रखी माँग पर अमरीका ने अभी प्रतिक्रिया नहीं दी है। ईरान एवं तुर्की के साथ कतार का बढ़ रहा सहयोग अमरीका एवं इस्रायल, सौदी और यूएई के विरोध का कारण बना होने का दावा किया जा रहा है। साथ ही कतार ने गाज़ापट्टी स्थित हमास के आतंकियों को प्राप्त हो रही सहायता का मुद्दा भी इस्रायल ने पहले ही अमरीका के सामने उपस्थित किया था। इस वजह से ‘एफ-३५’ के समझौते से कतार को अलग रखा गया हुआ दिख रहा है।

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