युक्रेन के क्रीमिया पर रशिया ने किये कब्जे को अमरीका मान्यता नहीं देगी – अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन

वॉशिंग्टन – सन २०१४ में रशिया ने युक्रेन का हिस्सा होनेवाले क्रीमिया के उपद्विप पर कब्जा किया था। इसे अमरीका कभी भी मान्यता नहीं देगी। अपना सहयोगी देश होनेवाले युक्रेन के पीछे अमरीका ड़टकर खड़ी रहेगी, ऐसा ऐलान अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने किया है। यूक्रेन की राजधानी किव्ह में, अति आक्रामक समझे जा रहें दक्षिणपंथी गुटों के तीव्र प्रदर्शन हो रहे हैं। इन प्रदर्शनों को रशिया का समर्थन होने के दावे किए जा रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर, अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ने क्रीमिया के मुद्दे पर रशिया को दी चेतावनी गौरतलब साबित होती है।

ukraine-russia-us-bidenअमरीका के राष्ट्राध्यक्ष होने के बाद ज्यो बायडेन ने, चीन को अमरीका का प्रतिस्पर्धी देश बताकर, रशिया को अमरीका का सबसे बड़ा शत्रु घोषित किया था। इसके ज़रिये राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने अपनी विदेश नीति ही स्पष्ट की हैं, ऐसा विश्‍लेषकों ने कहा था। अमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने रशिया से भी अधिक चीन से अमरीका को खतरा होने की बात कहकर चीन को लक्ष्य करनेवाली नीति अपनाई थी। लेकिन, बायडेन ने इस नीति में बदलाव करके, रशिया ही अमरीका का सबसे बड़ा शत्रु है, ऐसा कहकर रशिया के विरोध में आक्रामक कदम उठाना शुरू किया हुआ दिख रहा है।

पहले के प्रशासन ने जैसें रशिया के सामने घुटने टेके थे, वैसा बायडेन प्रशासन नहीं करेगा, ऐसी चेतावनी राष्ट्राध्यक्ष बायडेन और उनके सहयोगी दे रहे हैं। युक्रेन के क्रीमिया के मुद्दे पर राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने रशिया को दी नयी चेतावनी इशारा इसी की गवाही दे रही हैं। सन २०१४ में रशिया ने हमला करके, क्रीमिया का उपद्विप युक्रेन से तोड़कर रशिया के साथ जोड़ दिया था। इसकी काफी बड़ी गुँज सुनाई पड़ी थी। अमरीका के उस समय के राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा ने रशिया पर कुछ प्रतिबंध भी लगाए थे। लेकिन, रशिया की लष्करी कार्रवाई पर जवाब देने का साहस अमरीका एवं अन्य किसी भी देश ने दिखाया नही था।

इसको सात साल पूरे हो चुके हैं और इस उपलक्ष्य में अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष बायडेन दोबारा क्रीमिया का मुद्दा उपस्थित कर रहे हैं। रशिया ने क्रीमिया पर किए अवैध कब्जे को अमरीका कभी भी मान्यता नहीं देगी। अमरीका अपने सहयोगी देश युक्रेन के पीछे ड़टकर कड़ी रहेगी, यह वादा राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने किया है। बायडेन की ओर से रशिया के खिलाफ ऐसी आलोचना हो रही हैं; वहीं अमरिकी विदेशमंत्री ब्लिंकन ने रशिया की बढ़ती असहिष्णुता और अभिव्यक्ती स्वतंत्रता का गला दबाया जाना, ये बातें खतरनाक होने का दावा किया।

ukraine-russia-us-bidenरशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन के आलोचक बोरिस नेमत्सेव्ह की २७ फ़रवरी, २०१५ के दिन हत्या हुई थी। इसे अवसर बनाकर ब्लिंकन ने रशिया पर आलोचना की। रशियन राष्ट्राध्यक्ष पुतिन को चुनौती दे रहें ऐलेक्सी नैव्हेल्नी को फिलहाल जेल में बंद किया गया हैं। इसकी मिसाल देकर, रशिया की स्थिति पर अमरिकी विदेशमंत्री ने गंभीर चिंता व्यक्त की है।

अभिव्यक्ती आज़ादी का दमन और विरोधकों पर हुई कार्रवाई के मुद्दे पर बायडेन प्रशासन ने रशिया को लक्ष्य करना शुरू किया हुआ दिख रहा है। उइगरवंशियों का नरसंहार और मानव अधिकारों का खुलेआम हनन कर रहें चीन को लेकर इतनी सख्त भूमिका अपनाने के लिए बायडेन प्रशासन तैयार नहीं है। इस विरोधी स्थिति पर राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन के विरोधक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। इस मुद्दे पर बायडेन प्रशासन से अभी भी संतोषजनक खुलासा प्राप्त नहीं हुआ है।

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