सायबर हमले और चुनावों में दखलअंदाज़ी करने का आरोप लगाकर अमरीका ने रशिया पर लगाए नए प्रतिबंध

वॉशिंग्टन – तकरीबन ३० रशियन अधिकारी और संस्थाओं के खिलाफ सख्त प्रतिबंध जारी करके लगभग १० रशियन राजनीतिक अफसरों को देश के बाहर खदेड़ निकालने के आदेशों पर राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने हस्ताक्षर किए। सोलविंड सायबर हमला और अमरीका के चुनावों में दखलअंदाज़ी करने से रशिया पर यह कार्रवाई की गई है, ऐसी जानकारी वाईट हाऊस ने प्रदान की है। अमरीका बीते कुछ दिनों से रशिया के खिलाफ कार्रवाई करेगी, ऐसे स्पष्ट संकेत प्राप्त हो रहे थे। यह कार्रवाई करके अमरीका ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अस्थिरता निर्माण कर रही रशिया को उचित संदेश दिया है, ऐसा दावा वाईट हाउस ने किया है। इस कार्रवाई की वजह से अमरीका और रशिया के संघर्ष का नया अध्याय शुरू हुआ है और इस पर रशिया की तीखी प्रतिक्रिया प्राप्त होने की उम्मीद है।

us-new-sanctions-russiaअमरीका की सोलरविंड पर हुए सायबर हमले के पीछे रशिया का हाथ होने का आरोप बायडेन प्रशासन ने लगाया था। अमरीका की सुरक्षा से संबंधित करीबन नौं एजन्सीस के डाटा की रशियन सायबर हमलावरों ने चोरी की थी, ऐसा अमरिकी अफसरों का कहना है। इसके बाद अमरीका ने रशिया को गंभीर परिणामों की धमकी दी थी। इसके अलावा कुछ महीने पहले अमरीका में हुए चुनावों में रशिया ने दखलअंदाज़ी की थी, यह आरोप भी बायडेन प्रशासन लगा रहा है। डोनाल्ड ट्रम्प को दोबारा जिताने के लिए रशिया ने यह दखलअंदाज़ी की, ऐसा बायडेन प्रशासन का कहना है। रशिया ने यह दोनों आरोप ठुकराया और इन आरोपों को सबूतों का आधार ना होने की बात कही थी।

अमरीका का बायडेन प्रशासन रशिया पर अन्य गंभीर आरोप भी लगा रहा है। अफ़गानिस्तान में तैनात अमरिकी सैनिकों को मौत के घाट उतारने के लिए रशिया ने तालिबान को इनाम देने की तैयारी की थी, यह आरोप भी लगाया गया था। लेकिन, यह सुरक्षा से संबंधित और काफी संवेदनशील मुद्दा है और इस मुद्दे पर ज्यादा कहना संभव नहीं होगा, ऐसा अमरिकी अफसरों का कहना है। रशिया ने यह आरोप भी बेबुनियाद होने की बात कहकर अमरीका को फटकार लगाई थी। इसके बाद अमरीका ने रशिया के खिलाफ की हुई कार्रवाई दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ानेवाली साबित हो रही है। इसके अनुसार अमरीका ने करीबन ३० रशियन व्यक्ति और संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाए हैं। साथ ही अमरीका में कार्यरत १० रशियन राजनीतिक अफसरों को देश से बाहर खदेड़ने का निर्णय भी अमरीका ने किया है।

us-new-sanctions-russiaइसी दौरान अमरिकी कंपनियों पर रशियन बान्ड की खरीद पर रोक लगाई गई है। राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने रशिया के विरोध में यह कार्रवाई करने के बाद दोनों देशों के बीच नाव कम करने के लिए जारी कोशिशें पूरी तरह से नाकाम हो सकती हैं, ऐसी चिंता अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यक्त की जा रही है। खास तौर पर युक्रैन की सीमा पर रशियन सेना ने शुरू की हुई गतिविधियों पर गौर करें तो अमरीका और रशिया के बीच बातचीत जारी रखना आवश्‍यक था। लेकिन, यह प्रक्रिया अब खतरे में पड़ गई है।

राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने कुछ दिन पहले ही यह ऐलान किया था कि, वह रशियन राष्ट्राध्यक्ष पुतिन से बातचीत के लिए तैयार है। लेकिन, अब यह मुलाकात संभव ना होने का ऐलान रशिया ने किया है। अब अमरीका को जल्द ही रशिया से प्रत्युत्तर प्राप्त होगा, ऐसे संकेत भी दिए जा रहे हैं।

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