अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था ३० प्रतिशत से घटेगी – अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की चेतावनी

IMF-Afghan-economyकाबुल – तालिबान ने कब्ज़ा करने के बाद अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था संकट में फँसी है। अगर ऐसी ही परिस्थिति कायम रही, तो इस देश की अर्थव्यवस्था ३० प्रतिशत से कम होगी, ऐसी चेतावनी अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने दी। अफगानिस्तान का यह आर्थिक मसला हल करने के लिए अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय प्रयास करें, ऐसा आवाहन संयुक्त राष्ट्र संगठन के अध्यक्ष अँटोनियो गुतेरस ने कुछ दिन पहले किया था।

हाँगकाँगस्थित न्यूज़ एजेंसी ने जारी की जानकारी के अनुसार, अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था को लेकर मुद्रा कोष चिंतित है। अमरीका और मित्र देशों की सेनावापसी और तालिबान के हाथ में अफगानिस्तान की बागडोर जाने के बाद इस देश पर सबसे बड़ा आर्थिक संकट आ धमका है।

अफगानिस्तान धीरे-धीरे सबसे भीषण अकाल की ओर मुड़ने लगा है। अमरीका, युरोपीय महासंघ के बाद जागतिक बैंक और अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष संगठन ने अफगानिस्तान की अर्थ सहायता फ्रीज़ की है। इसका परिणाम अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था पर और जनता पर होने की चिंता व्यक्त की जाती है।

आनेवाले कुछ घंटों में कतार की राजधानी दोहा में अमरीका के दूत और तालिबान के आतंकवादियों के बीच विशेष बैठक संपन्न होनेवाली है। अमरीका अफगानिस्तान की साढ़े नौं अरब डॉलर्स की निधि खुली करें, ऐसी माँग तालिबान इस बैठक में करनेवाला है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.