‘क्लायमेट चेंज’ से जागतिक अर्थव्यवस्था को २० ट्रिलियन डॉलर्स का नुकसान होगा – रशियन समाचार चैनल का दावा

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरमास्को – मौसम में हो रहे बदलाव की वजह से अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को भारी २० ट्रिलियन डॉलर्स का नुकसान होगा, यह दावा रशियन समाचार चैनल ने किया है| पिछले कुछ महीनों में अलग अलग अंतरराष्ट्रीय गुट, विशेषज्ञ एवं विमा कंपनियों ने जारी किए रपटों का दाखिला देकर यह दावा किया गया है| इसमें गृहनिर्माण, ईंधन, पर्यटन आदि क्षेत्रों से जुडे अन्य उद्योगक्षेत्रों का बडा नुकसान होगा, यह बात भी दर्ज की गई है| पिछले वर्ष संयुक्त राष्ट्रसंघ के वरिष्ठ अफसरों ने भी नैसर्गिक आपत्ती के कारण अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था का प्रतिवर्ष ५०० अरब डॉलर्स से भी अधिक नुकसान उठाना पडेगा, यह इशारा दिया था|

अंतरराष्ट्रीय स्तर की विमा एवं सलाहकार कंपनीएऑनने अपनी रपट में वर्ष २०१७ एवं २०१८ के दौरान देखी गई नैसर्गिक आपत्ति के कारण हुए नुकसान का जिक्र किया है| लगातार दो वर्ष देखी गई आपत्ति के कारण हुए आर्थिक नुकसान का दायरा बढा है और अबतक के इतिहास का विचार करें तो यह नुकसान सबसे अधिक होने का दावा भी किया है| संपत्ति का असल में होनेवाला नुकसान छोडकर अन्य तरह के हुए नुकसान पर भी इस दौरान ध्यान दिया गया है| इसमें स्थावर संपत्ति का मुल्य बदलना यानी कम होना भी नुकसान का हिस्सा होने की बात कही गई है

अगले शतक के आखीर तक समुद्र के जलस्तर में छह फीट की बढोतरी होनेपर अमरिका में करीबन ९०० अरब डॉलर्स किमत के घर एवं संपत्ति पानी में डुबेगी, यह दावा सेंटर फॉर अमरिकन प्रोग्रेसने किया है| इस कारण गृहनिर्माण क्षेत्र को बडा झटका लगेगा और यह क्षेत्र बडी गिरावट का सामना करेगा, यह डर भी इस गुट के रपट में जताया गया है| अंतरराष्ट्रीय निवेष संबंधी संस्थापीआरआयने हवामान में होनेवाले बदलाव औड़ इससे बदलती नीति की वजह से ईंधन क्षेत्र को दो ट्रिलियन डॉलर्स से भी अधिक नुकसान होगा, यह डर जताया है|

ब्रिटीश विश्लेषक और विशेषज्ञ एडम टूझ ने नुकसान के यह आंकडे अधिक होंगे, यह दावा किया| मात्र, ईंधन क्षेत्र को एक से चार ट्रिलियन डॉलर्स का नुकसान हो सकता है, यह बात टूझ ने रखी है| साथ ही ईंधन क्षेत्र से जुडे अन्य उद्योग क्षेत्रों को होनेवाला नुकसान २० ट्रिलियन डॉलर्स तक होगा, यह इशारा ब्रिटीश विशेषज्ञ ने दिया है| टूझ नेफॉरेन पॉलिसीइस पत्रिका में लिखें लेख में इस संभावित नुकसान का वित्त क्षेत्र पर होनेवाले परिणामों पर भी बयान किया है|

दुनिया के अलग अलग हिस्सों में होनेवाला बडा नुकसान और स्थावर संपत्ति की किमत में देखी जानेवाली कमी मिसालकर आर्थिक संकट को निमंत्रण प्राप्त होगा, यह दावा रशियन समाचार चैनल ने किया है| जागतिक बैंकिंग एवं विमान क्षेत्र ईंधन, गृहनिर्माण एवं संपत्ति क्षेत्र के निवेष से काफी मात्रा में जुडा हुआ है| इस वजह से इन्हें होनेवाला नुकसान बैंकिंग समेत अन्य आर्थिक क्षेत्रों को भी उठाना होगा और इससे मंदि की संभावना बढ सकती है, यह संकेत रशियन समाचार चैनल ने दिए है|

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