इराक में सरकार के विरोध में शुरू प्रदर्शनों में ९४ लोगों की मौत – इराकी युवाओं ने सोशल मीडिया के जरिए ईरान पर की आलोचना

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरबगदाद: इराकी पुलिस ने प्रधानमंत्री महदी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे युवकों पर की कार्रवाई में ९४ लोग मारे गए है और लगभग चार हजार जख्मी हुए है| प्रदर्शनकारियों को नियंत्रण में लाने के लिए इराकी पुलिस ‘स्नायपर’ का इस्तेमाल कर रहे है, यह खबर भी सामने आ रही है| इसी बीच प्रदर्शकारी ईरान के विरोध में दुष्प्रचार ना करें, इस लिए सरकार ने सोशल मीडिया को भी ब्लॉक किया है|

इराक के प्रधानमंत्री अदेल अब्दुल महदी ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत करने की तैयारी दिखाई है| लेकिन, इसके बावजूद प्रधानमंत्री ने प्रदर्शनकारियों के विरोध में हो रही कार्रवाई रोकी नही है| इस वजह से प्रधानमंत्री महदी की सरकार के विरोध में बने असंतोष का और भी तीव्रता से विस्फोट हुआ है| इसी बीच इराकी पुलिस ने स्नायपर्स का इस्तेमाल करके १९ प्रदर्शनकारियों का खतम किया है और इस वजह से इराकी पुलिस और प्रदर्शनकारियों में हो रहे संघर्ष में बढोतरी हुई है| पिछले पांच दिनों में इराक की पुलिस ने करीबन छह सौ लोगों को हिरासत में लिया है|

इराक सरकार अपनी ईरान समर्थक भूमिका का समर्थन करने के लिए हमपर कार्रवाई कर रही है, यह आरोप प्रदर्शनकारी सोशल मीडिया के जरिए कर रहे है| ‘ईरान का प्रभाव में होनेवाले धर्मगुरू इराकी जनता के प्रतिनिधी नही हो सकते’, यह हैशटैग इराकी सोशल मीडिया पर काफी ट्रेंड कर रहा है| ईरान में जन्में लेकिन, इराक में धर्मगुरू बने आयातुल्ला अली अल सिस्तानी को उद्देश्य से इराकी प्रदर्शनकारियों ने यह टे्रंड शुरू किया हा, यह दावा खाडी क्षेत्र के माध्यम कर रहे है|

दो दिन पहले ही इराकी जनता को संबोधित करते समय आयातुल्ला सिस्तानी ने इराक में शुरू हिंसा के लिए युवा प्रदर्शनकारी जिम्मेदार है, यह आलोचना की थी| साथ ही काफी देर होने से पहले प्रदर्शनकारी यह हिंसा बंद करे, यह निवेदन भी सिस्तानी ने किया था| लेकिन, इराकी धर्मगरू का इराकी युवकों पर प्रभाव ना होने का दावा खाडी के माध्यम कर रहे है| सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके इराकी युवक आयातुल्ला सिस्तानी पर आलोचना करके यही बात दिखा रहे है, ऐसा खाडी के माध्यमों का कहना है|

पिछले कुछ वर्षों से इराक में ईरान का बढता प्रभाव सौदी अरब और मित्रदेशों के साथ इस्रायल और अमरिका के लिए भी चिंता का विषय बना है| ईरान समर्थक हथियारी गुट इराक में मजबूत हो रहे है और उनके विरोध में स्थानिय लोगों में नाराजगी होने की बात स्पष्ट हुई है| इसी की गुंज इराक में हो रहे सरकार विरोधी प्रदर्शनों में सुनाई दे रही है| साथ ही यह प्रदर्शन इस्रायल और अमरिका पुरस्कृत होने का आरोप भी ईरान कर रहा है|

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