ईरान का सामना करने के लिए इस्रायल को अरबों की जरूरत – इस्रायल के प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरतेल अवीव: ‘सौदी अरब के ईंधन परियोजनाओं पर हमलें करनेवाले ईरान से इस्रायल की सुरक्षा को बना खतरा काफी गंभीर चुनौती बन चुकी है| इस खतरे से बचने के लिए इस्रायल की रक्षा तैयारी बढाना जरूरी है और इसके लिए अरबों शेकेल्स (इस्रायली चलन) की जरूरत है’, यह निवेदन इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने किया है| कुछ घंटे पहले ईरान की लष्करी गतिविधियां डरावनी तरीके से बढी है, यह चेतावनी अमरिका के वरिष्ठ नौसेना अधिकारी ने दी थी|

रविवार के दिन इस्रायल में नेत्यान्याहू के नए मंत्रिमंडल की पहली साप्ताहिक सुरक्षा बैठक हो रही है| इस बैठक से पहले प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने इस्रायली संसद के सामने ईरान से बढ रहे खतरे का एहसास दिलाया| अबतक ईरान ने सौदी अरब या खाडी क्षेत्र के अन्य अरब मित्रदेशों के विरोध में खुलेआम हमलें किए नही थे| लेकिन, पिछले महीने में सौदी के सबसे बडे ईंधन परियोजनाओं पर हमलें करके ईरान ने अपने इरादे स्पष्ट किए है, यह बात प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने रखी है|

सौदी के ईंधन परियोजनाओं पर हमलें करके अपने रक्षा सामर्थ्य में बडी बढोतरी हुई है, यह संकेत ईरान ने इस क्षेत्र के देशों को दिए है, इस ओर भी नेत्यान्याहू ने इस्रायली संसद का ध्यान आकर्षित किया| ईरान की बढती लष्करी ताकद इस्रायली सुरक्षा के लिए बडी चुनौती साबित हो रही है, यह दावा इस्रायली प्रधानमंत्री ने किया| ‘इस्रायल के रक्षा खर्च में बढोतरी जरूरी है और इसके लिए अरबों शेकेल्स की जरूरत रहेगी| इसके आगे इस्रायल की सुरक्षा के लिए सालाना अरबों  शेकेल्स खर्च करने होंगे’, ऐसा नेत्यान्याहू ने कहा है|

‘मन में उठा इस लिए या इस्रायली जनता को मुरख बनाने के लिए नही, एवं ईरान का डर दिखाने के लिए नेत्यान्याहू आया नही है| सच में ईरान से इस्रायल के लिए बने खतरे में बढोतरी हुई है’, ऐसा निवेदन इस्रायली प्रधानमंत्री ने किया|

इस्रायली प्रधानमंत्री की तरह अमरिका ने भी ईरान की बढती लष्करी गतिविधियों से दुनिया को अलर्ट किया है| ईरान अपने क्रूज और बैलेस्टिक मिसाइलों के साथ तेजी से गतिविधियां कर रहा है, यह दावा खाडी में तैनात अमरिकी नौसेना के वाइस एडमिरल मलॉय ने किया है|

इसी बीच सौदी के क्राउन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को ईरान को रोकने का इशारा दिया था| ऐसा नही हुआ तो युद्ध शुरू होगा और ईंधन के दाम सोचे भी नही होंगे उतने गुना बढेंगे, इसका एहसास प्रिन्स मोहम्मद ने कराया था| पिछले सप्ताह में सौदी, अमरिका और अब इस्रायल के प्रधानमंत्री ने ईरान संबंधी ईशारा देकर अगले दौर में ईरान खाडी क्षेत्र में कुछ तो बडा करने की तैयारी में होने के संकेत दिए है|

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