महाराष्ट्र के नमूनों में ‘डबल म्यूटेशन’ कोरोना के ६१ प्रतिशत मामले

नई दिल्ली/मुंबई – महाराष्ट्र में बुधवार के दिन भी कोरोना के ६० हज़ार नए मामले सामने आए और २७८ संक्रमितों की मौत हुई। महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण बढ़ने के पीछे जनता द्वारा कोरोना से संबंधित नियमों का पालन ना होने के साथ ही ‘डबल म्यूटेशन’ कोरोना का कारण होने की आशंका जताई जा रही है। जनवरी से मार्च के दौरान जिनोम विश्‍लेषण के लिए भेजे गए ३६१ नमूनों में से ६१ प्रतिशत नमूने ‘डबल म्यूटेशन’ कोरोना के विषाणुओं की जानकारी स्पष्ट हो रही है। इसी बुनियाद पर यह दावा किया जा रहा है। लेकिन, जिनोम विश्‍लेषण के लिए भेजे गए नमूनों की संख्या काफी कम है और इस बुनियाद पर महाराष्ट्र में ६१ प्रतिशत संक्रमण ‘डबल म्यूटेशन’ के कोरोना वायरस से होने का अनुमान नहीं लगाया जा सकता, ऐसा दावा जिनोम विश्‍लेषक विशेषज्ञ ने किया हैं।

maharashtra-coronaदेश में मंगलवार की सुबह से बुधवार की सुबह तक के २४ घंटों के दौरान कोरोना के १.८४ लाख नए मामले पाए गए और १,०२७ संक्रमितों की मौत हुई। यह एक दिन में पाए गए कोरोना के मामलों का नया रिकॉर्ड है और देश में पाए जा रहे कोरोना संक्रमितों में हो रही बढ़ोतरी को देखा जाए तो जल्द ही देश में रोजाना दो लाख कोरोना के नए मामले दर्ज़ होंगे, यह ड़र जताया जा रहा है। बुधवार के दिन महाराष्ट्र में फिर से कोरोना के ६० हज़ार नए मामले सामने आए। इस दौरान मुंबई में ९९२५ मामले दर्ज़ हुए और ५४ संक्रमित मृत हुए। पुणे में कोरोना के ७८८८ मामले सामने आए और ९४ संक्रमितों की मौत हुई। नागपुर में ६ हज़ार मामले पाए गए और ५७ की मौत हुई।

महाराष्ट्र के अलावा अब अन्य राज्यों में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या काफी बढ़ी है। उत्तर प्रदेश में २४ घंटों के दौरान २० हज़ार से अधिक मामले पाए गए और ६७ की मौत हुई। दिल्ली में १७ हज़ार से अधिक संक्रमित पाए गए और १०४ की मौत हुई। मध्य प्रदेश में १० हज़ार मामले सामने आए और ५१ की मौत हुई।

इस पृष्ठभूमि पर अलग अलग राज्य सरकारों ने नए प्रावधान शुरू किए हैं। कुछ शहरों में लॉकडाउन और नाईट कर्फ्यू लगाने का प्रावधान किया गया है। ‘सीबीएसई’ की १०वीं की परीक्षा रद करने का निर्णय सरकार ने किया है और साथ ही १२वीं की परीक्षा के समय में बदलाव किया है। अब छोटे बच्चों में भी कोरोना संक्रमण बढ़ने की बात सामने आने से यह निर्णय किया गया। राज्य सरकार भी ऐसा ही निर्णय कर रहे है।

इसी बीच, केंद्रीय स्वास्थ्यमंत्री हर्ष वर्धन ने फिर एक बार देश में कोरोना की वैक्सीन की कमी नहीं है और राज्य सरकारों के स्तर पर नियोजन की कमी होने की बात स्पष्ट की है। साथ ही केंद्र सरकार ने रेमडेसिवीर इंजेक्शन का उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ इसकी कीमत कम करने के आदेश भी कंपनियों को दिए होने की जानकारी उन्होंने साझा की।

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