महाराष्ट्र और छत्तसीगढ़ से १०० माओवादियों ने किया मध्य प्रदेश में प्रवेश – वरिष्ठ अधिकारी की जानकारी

बालाघाट –  महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ से १०० से अधिक माओवादियों ने मध्य प्रदेश में घुसपैठ की है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी साझा की। माओवादी मध्य प्रदेश में अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं और इस योजना के तहत ही उन्होंने यह घुसपैठ की है, यह दावा किया जा रहा है। इस पृष्ठभूमि पर मध्य प्रदेश की सरकार ने अर्ध-सैनिक बल की छह टुकड़ियां बालाघाट और मंडला जिलों में तैनात करने का निर्णय किया है। इसके साथ ही माओवादियों के खिलाफ मुहिम चलाने के लिए मध्य प्रदेश पुलिस ने तैयार की हुई ‘हॉक फोर्स’ की तैनाती भी बढ़ाई जा रही है, यह जानकारी संबंधित अधिकारी ने साझा की है।

बीते चार-पांच वर्षों में देशभर में माओवादियों के खिलाफ जोरदार कार्रवाई शुरू है। साथ ही माओवादियों के प्रभाववाले दुर्गम आदिवासी इलाकों में विकास कार्यों की शुरूआत की गई है। इस वजह से माओवादियों का प्रभाव कम हुआ है। कई माओवादीओं ने बीते कुछ महीनों में आत्मसमर्पण भी किया है, कुछ माओवादी पकड़े गए हैं। इसके अलावा कार्रवाई में बड़ी संख्या में माओवादी मारे भी गए हैं। इस पृष्ठभूमि पर माओवादी अब अपना प्रभाव बढ़ाने के लिए सरहदी क्षेत्र के अन्य इलाकों में प्रवेश कर रहे हैं।

छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में माओवादियों के विरोध में शुरू जोरदार कार्रवाई के बाद करीबन १०० माओवादियों ने मध्य प्रदेश में प्रवेश करने की जानकारी वरिष्ठ अधिकारी ने प्रदान की। बीते कुछ महीनों में यह माओवादी मध्य प्रदेश के बालाघाट और मंडला जिलों में दाखिल हुए हैं और वहां पर माओवादियों ने अपना प्रभाव बढ़ाने की योजना के तहत कोशिश शुरू की है। दिसंबर में बालाघाट में हुई अलग अलग मुठभेड़ में तीन माओवादी महिलाएं मारी गई थीं। इनमें से दो छत्तीसगढ़ से और एक महाराष्ट्र से थीं। इनके सर पर लाखों रुपयों का इनाम भी था। इनमें से एक के सर पर तीन, दूसरी के पांच और तीसरी के सर पर १४ लाख रुपयों का इनाम रखा गया था। यह तीनों माओवादी महिलाएं मध्य प्रदेश में मुठभेड़ में मारी गईं, इस ओर वरिष्ठ अधिकारी ने ध्यान आकर्षित किया। साथ ही कुछ महीने पहले एक माओवादी को बालाघाट में गिरफ्तार किया गया था। छत्तीसगढ़ के इस माओवादी के सर पर भी बड़ा इनाम होने की जानकारी इस अधिकारी ने प्रदान की।

बालाघाट और मंडला इन छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र से सटे सरहदी जिलों में छह नक्षल दलम कार्यरत हैं और इनमें से एक दल का गठन कुछ ही महीनों पहले हुआ है। इससे माओवाद मध्य प्रदेश में अपना प्रभाव बढ़ाने की तैयारी में होने की बात स्पष्ट होती है, ऐसा दावा भी इस अधिकारी ने किया। इस पृष्ठभूमि पर बालाघाट और मंडला में अर्धसैनिक बलों की टुकड़ियां तैनात करने की माँग की गई है।

बीते महीने में ही मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मित्रा ने बालाघाट का दौरा किया था। उस समय माओवादियों की मौजुदगी वाले इलाकों में अर्ध-सैनिक बल की छह टुकड़ियां तैनात करने का ऐलान भी किया गया था। इसके अलावा इन दो जिलों में हॉक फोर्स को भी तैनात करने की बात गृहमंत्री मिश्रा ने कही थी, यह जानकारी वरिष्ठ अधिकारी ने प्रदान की।

इसी बीच, रविवार के दिन झारखंड़ में हिंसा की कई घटनाएं और अपराधिक मामलों में शामिल एक माओवादी को गुजरात के कोसांबा में गिरफ्तार किया गया था। उसका नाम गुड्डू सिंह बताया गया है और दोनों राज्यों के पुलिस ने संयुक्त मुहिम चलाकर उसे गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के कुछ दिनों पहले से ही गुड्डू सिंह की गतिविधियों पर पुलिस नज़र रखे हुए थी।

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