ठंड़ के मौसम में अमरीका के कुछ प्रांतों को ‘ब्लैक आऊटस्‌’ का सामना करना पडेगा – ईंधन कंपनियों की चेतावनी

वॉशिंग्टन – अमरीका के कुछ प्रांतों को जाडो में बडे पैमाने पर ‘ब्लैक आऊटस्‌’ का सामना करना पडेगा, ऐसी चेतावनी स्थानीय ईंधन कंपनियों ने दी है। अमरीका के ईशान कोण क्षेत्र में न्यू इंग्लैण्ड समेत कुछ प्रांत ठंड़ के दिनों में बिजली की माँग पूरी करने के लिए नैसर्गिक ईंधन वायु आयात करते हैं। लेकिन, इस बार यूरोपिय देशों में ईंधन वायु की माँग बढ़ने से इन प्रांतों के लिए पर्यात ईंधन वायु उपलब्ध नहीं होगा, ऐसे संकेत मिल रहे हैं। यह खबर सामने आने के साथ ही राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने अमरीका के आरक्षित ईंधन भंड़ार में से डेढ़ करोड़ बैरल्स कच्चे तेल की बिक्री करने का ऐलान किया है।

‘ब्लैक आऊटस्‌’पिछले महीने ‘रॉयटर्स’ नामक शीर्ष वृत्तसंस्था ने यूरोप को ईंधन वायु की आपूर्ति कर रही अमरीका में ही गैस की किल्लत निर्माण हो सकती है, यह वृत्त प्रसिद्ध किया था। अमरीका में ईंधन वायु का भंड़ार ‘वर्किंग इन्वेन्टरिज्‌ इन अंडरग्राऊंड स्टोरेज’ २,७७१ अरब घनफीट तक घटा है। यह सन २०१० के बाद का दूसरा न्यूनतम स्तर है। कोरोना से पहले अमरीका में मौजूद औसतन भंड़ार का विचार करें तो इसमें अब ४०० अरब घनफीट की कमी है, ऐसा इस वृत्त में कहा गया था।

‘ब्लैक आऊटस्‌’अमरीका के कुछ हिस्सों में सूखे जैसी स्थिति निर्माण होने से जल बिजली निर्माण सीमित हुआ है और कोयले का इस्तेमाल लगभग बंद है। इसलिए बिजली निर्माण करने के लिए ईंधन वायु का इस्तेमाल बडे पैमाने पर बढ़ा है। अमरीका में बिजली उत्पादक कंपनियों ने इस वर्ष के पहले पांच महीनों में ही ४,३७२ अरब घनफीट ईंधन वायु का इस्तेमाल किया है। ठंड़ में यह माँग अधिक बढ़ने की संभावना है। ठंड़ में औसतन माँग डेढ़ से तीन हज़ार अरब घनफीट होने के बावजूद चक्रवात एवं अन्य आपदाओं के दौरान इसमें बड़ी बढ़ोतरी हो सकती है। ऐसी स्थिति में बिजली की सप्लाई के लिए पर्याप्त मात्रा में ईंधन उपलब्ध ना हुआ तो अमरीका के कुछ प्रांत अंधेरे में डूब सकते हैं, ऐसा ड़र स्थानीय बिजली कंपनियों ने जताया है।

‘ब्लैक आऊटस्‌’ईशान कोण अमरीका के न्यू इंग्लैण्ड प्रांत में ईंधन की सप्लाई के लिए पर्यात मात्रा में ईंधन पाइपलाईन मौजूद नहीं है। इस वजह से पिछले कुछ सालों से इन प्रांतों की कंपनियाँ ठंड़ के दिनों में अपनी ज़रूरतें नैसर्गिक ईंधन वायु आयात करके पूरी करती हैं। लेकिन, इस वर्ष अमरीका की अधिकांश ईंधन वायु कंपनियाँ अपना ईंधन यूरोपिय देशों को निर्यात कर रही हैं। इसके लिए समझौते भी किए गए हैं। इस वजह से अमरिकी कंपनियों से स्थानीय स्तर पर ईंधन वायु उपलब्ध नहीं होगा, ऐसा कहा जा रहा है। दूसरी ओर अमरिकी बंदरगाहों में जहाज़ों की संख्या सीमित करने से इस माध्यम से ईंधन वायु का आयात करना भी मुमकिन नहीं। न्यू इंग्लैण्ड के अलावा ईशान कोण अमरीका के मेन, वर्मोन्ट, न्यू हैम्पशायर, मैसेच्युसेटस्‌, कनेक्टिकट और ऱ्होड आयलैण्ड को भी ब्लैक आऊटस्‌ का करना पडेगी, ऐसी आशंका जताई जा ही है।

अमरिकी प्रांतों पर ‘ब्लैकआऊट’ का संकट मंड़रा रहा है और ऐसे में राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने देश के ‘स्ट्रैटेजिक पेट्रोलियम रिज़र्व’ से डेढ़ करोड़ बैरल्स कच्चा तेल बिक्री के लिए खुला करने का निर्णय लिया है। पिछले महीने अमरीका का आरक्षित ईंधन भंड़ार चार दशकों के न्यूनतम स्तर पर होने की बात सामने आयी थी। इस पृष्ठभूमि पर नवंबर में हो रहे चुनावों के लिए बायडेन ने यह निर्णय लिया है, ऐसी आलोचना विपक्षी एवं विश्‍लेषक कर रहे हैं।

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