तालिबान की हुकूमत को अस्थिर बनाना किसी के भी हित में नहीं होगा – तालिबान की अमरीका को चेतावनी

दोहा – ‘अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार को अस्थिर बनाना किसी के भी हित में नहीं है। अफगानिस्तान से अच्छे संबंध रखना हर एक के लिए हितकारी साबित होगा। अगर तालिबान की सरकार को कमज़ोर बनाने की कोशिश की, तो सभी के लिए समस्याएँ निर्माण होंगी’, ऐसी चेतावनी तालिबान का विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी ने दी। उसी के साथ, ड्रोन्स द्वारा अमरीका अफगानिस्तान की हवाई सीमा का उल्लंघन ना करें, ऐसा भी मुत्ताकी ने जताया। पहली ही दोहा बैठक में अमरीका को धमकानेवाले तालिबान की तथा उनके साथ चर्चा के लिए तैयार हुए बायडेन प्रशासन की अमरीका में आलोचना हो रही है।

Taliban-regime-USतालिबान ने काबुल पर कब्ज़ा करने के दो महीने जल्द ही पूरे होंगे। इस दौर में तालिबान ने, दोहा बैठक में हुए समझौते का पालन नहीं किया होने की आलोचना अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर की जा रही है। इस समझौते के लिए मध्यस्थता करनेवाले कतार ने भी पिछले हफ्ते तालिबान की नीतियों की आलोचना की थी। तालिबान ने इस कालावधी में महिलाओं के अधिकारों को नकार कर उनके साथ गुलामों जैसा बर्ताव किया, आरोपियों को सरेआम चौक में फाँसी पर लटका दिया। हजारा अल्पसंख्यक समुदाय का हत्याकांड करवाने की बात सामने आने के बाद अमरीका में भी गुस्सा ज़ाहिर किया गया था।

ऐसी परिस्थिति में अमेरिका ने ही तालिबान के साथ दोहा में चर्चा शुरू करने के कारण हैरान की जाहिर हो रही है। 2 दिनों की इस बैठक कसारा विवरण सार्वजनिक नहीं हुआ है। लेकिन तालिबान का विदेश मंत्री मुत्ताकी ने शनिवार की बैठक के बाद माध्यमों के साथ बात करते समय अमेरिका को धमकाया। अमेरिका अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार अस्थिर कर रही है कमा ऐसा अप्रत्यक्ष आरोप मुत्ताकी ने किया।

Taliban-regime-US-01उसी के साथ, अफगानिस्तान का रोका हुआ फंडिंग अमरीका खुला करें, मानवतावादी सहायता का मार्ग खुला करें और अफगानिस्तान की जनता के लिए कोरोनाप्रतिबंधक टीकों की आपूर्ति करें, ऐसी माँगे मुत्ताकी ने की। अमरीका तथा अन्य देशों के साथ सहयोग का नया पर्व शुरू करना तालिबान चाहता है, ऐसा भी मुत्ताकी ने कहा। अमरीका के बाद तालिबान के नेता दोहा में ही युरोपीय महासंघ के नेताओं से मुलाकात करनेवाले हैं, ऐसी खबरें आ रही हैं।

लेकिन सर्वसमावेशक सरकार, महिलाओं के अधिकार, अल्पसंख्यकों की सुरक्षा तथा अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात करना तालिबान के नेता ने टाला। २० साल के बाद भी तालिबान की मानसिकता में अंशमात्र भी फ़र्क नहीं पड़ा है, ऐसा आरोप हो रहा है। इस कारण तालिबान के साथ चर्चा शुरू करनेवाले बायडेन प्रशासन की अमेरिका में आलोचना हो रही है। राष्ट्राध्यक्ष बायडेन तालिबान के संदर्भ में नर्म रवैया अपना रहे हैं, ऐसी फटकार लगाई जा रही है। उसी में तालिबान ने अमरीका को धमकाने के कारण, अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष बायडेन की होनेवाली आलोचना की धार और भी तेज़ हुई है।

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