कल्याण में भूमि अधिग्रहण के मसले पर हिंसक प्रदर्शन

ठाने, दि. २२: गुरुवार को कल्याण के नजदीक के नेवाली में, हवाई अड्डे की भूमि के मसले को लेकर स्थानीय लोगों ने हिंसक प्रदर्शन किए| इस हवाई अड्डे के लिए संपादित की गई ज़मीन वापस मिलने चाहिए, ऐसी प्रदर्शनकारियों की माँग थी| इसके लिए उन्होंने डोंबिवली-हाजिमलंग रास्ता रोककर रखा| प्रदर्शनकारियो को रोकनेवाली पुलिस पर भी इस समय हमला किया गया| इसम पुलिस अधीक्षक के साथ १० से १२ पुलिस घायल होने की खबर है|

पिछले साल नेवाली हवाई अड्डे की जगह नौसेना को स्थानांतरित की गई थी| इस भूमि पर हुए अतिक्रमण को रोकने के लिए नौसेना ने इस भूमि के चहुँ ओर दीवार खड़ी करने का काम शुरु किया था| यहाँ की ज़मीन पर कुछ किसान कई सालों से खेती करते आये हैं| इन किसानों ने यह प्रदर्शन शुरु किया है, ऐसा कहा जाता है| जवानों का आवागमन आसान हों, इसके लिए दूसरे महायुद्ध के समय अँग्रेज़ों ने इस हवाई अड्डे का निर्माण किया था| इसके लिए इस इलाके की करीब १६०० एकड़ जमीन उस समय संपादित की गयी थी| यह भूमि आसपास के १८ गाँवों के किसानों से ली गई थी, ऐसा दावा कुछ किसान कर रहे हैं|

आज़ादी के बाद यह जगह रक्षा विभाग के कब्ज़े मे आ गई| लेकिन ‘यह भूमि हमारी है और हमें वापस मिलनी चाहिए’ ऐसी यहाँ के किसानों की माँग है| यहाँ की रिक्त भूमि पर इससे पहले कुछ जगह अतिक्रमण हुआ है| इस पृष्ठभूमि पर पिछले साल, रक्षा विभाग ने यह भूमि नौसेना के कब्ज़े में दी| साथ ही, ज़िला प्रशासन ने यहाँ की भूमि के सर्वेक्षण का काम शुरु किया|

इसे विरोध कर रहे किसानों ने कुछ दिन पहले मुंबई उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की और आज़ादी से पहले संपादित की गयी इस भूमि पर अपना हक जताया| लेकिन गुरुवार को आसपास के गाँव के किसानों ने इकट्ठा होकर, ‘यह भूमि हमें मिलनी चाहिए’ ऐसी माँग करते हुए प्रदर्शन किये| इन प्रदर्शनकारियों ने डोंबिवली-हाजिमलंग रास्ता रोककर रखा| इन प्रदर्शनों ने हिंसक मोड़ ले लिया| रास्ता रोके रखनेवाले प्रदर्शनकारियो को हटाने के लिए पहुँची पुलिस पर भी प्रदर्शनकारियो ने हमला किया| इनमें पुलिस अधिकारी के साथ साथ १०-१२ पुलिसकर्मियों को पीटा गया| इनमें महिला पुलिस भी शामिल हैं|

इस हिंसक जमावड़े ने बाद में दो पुलिस व्हैन, मोटर साईकल, जीप और अन्य कुछ वाहन जला देने की खबर है| इस इलाके में और पुलिस टुकड़ियाँ भेज दीं गईं हैं| प्लास्टिक के बुलेट्स की फायरिंग हुई| इसके बाद पुलिस को इन प्रदर्शनकारियों पर नियंत्रण पाना आसान हुआ| कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने वारदात की जगह पहुँचकर प्रदर्शनकारियों की समझाया, ऐसी खबर है|

इसी दौरान, रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने, ‘यह भूमि रक्षाविभाग की है’ ऐसा स्पष्ट किया है| ‘राज्य सरकार के, भूमिसंबंधित रिकार्ड से भी यह बात स्पष्ट होती है| इस भूमि का ७/१२ यह रक्षा विभाग के नाम पर है’ ऐसा भी इस प्रवक्ता ने स्पष्ट किया| इस भूमि पर अतिक्रमण ना हों, इसके लिये नौसेना ने यहाँ दीवार खड़ी करने का काम किया है| राज्य सरकार को भी इसका पूरा अंदाज़ा है, ऐसा भी रक्षा विभाग के प्रवक्ता ने स्पष्ट किया है|

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