२६/११ के हमले में शामिल तहव्वूर राणा को अमरीका भारत को सौंप देगी

नई दिल्ली – मुंबई पर किए गए २६/११ के आतंकवादी हमले के लिए सहायता प्रदान करने में शामिल तहव्वूर राणा को भारत को सौंपने की तैयारी अमरीका ने पूरी की है। अमरीका के ‘कैलिफोर्निया डिस्ट्रिक्ट कोर्ट’ के न्यायाधीश जैकलिन चूलजिअन ने तहव्वूर राण को भारत को सौंपने के आदेश जारी किए। भारत और अमरीका ने गुनहगारों को प्रत्यर्पित करने का समझौता किया है। इसके अनुसार ही राणा को भारत के हवाले करें, ऐसा न्यायाधीश चूलजिअन ने अपने ४८ पन्नों के निर्णय में कहा है। यह भारत के लिए काफी बड़ी जीत है। इससे २६/११ के आतंकवादी हमले में पाकिस्तान का हाथ होने का भारत ने लगाया आरोप नए से साबित होगा, ऐसा दावा किया जा रहा है। भारत के विदेश मंत्रालय ने इसका स्वागत किया है। 

तहव्वूर राणाडेविड कोलमन हेडली और तहव्वूर राणा इन दोनों ने २६/११’ के आतंकवादी हमले में सहायता प्रदान की थी। १६६ लोगों की हत्या करने वाला यह हमला होने के बाद हम ‘रिलैक्स’ है, ऐसा राणा ने हेडली से कहा था। साथ ही अपने इस सेवा के लिए हमें पाकिस्तान से ‘मेडल’ की उम्मीद होने का बयान तहव्वूर राणा ने किया था। पिछले कई सालों से तहव्वूर राणा को अपनी गिरफ्त में लेने के लिए भारत कोशिश कर रहा था। इसे सफलता प्राप्त हुई है और यह भारत के लिए काफी बड़ी जीत है, ऐसा दावा किया जा रहा हैं। क्यों कि, अपने आप को कनाड़ा का पाकिस्तानी वंश का बिझनेसमेन बता हा तहव्वूर राणा आतंकवादियों की सहायता कर रहा था।

मुंबई पर २६/११ का हमला करने पाकिस्तान से पहुंचे आतंकवादियों को आवश्यक सहायता तहव्वूर राणा ने प्रदान की थी, यह पहले ही स्पष्ट हुआ है। इस वजह से अमरीका ने राणा को भारत को प्रत्यार्पित करना इस आतंकवादी हमले में पाकिस्तान का हाथ होने का मुद्दा साबित कर सकता है। इस वजह से यह पाकिस्तान के लिए लगा बड़ा झटका होगा। भारत के विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने अमरिकी अदालत के निर्णय का स्वागत किया है। पिछले कई सालों से भारत तहव्वूर राणा को अपने कब्ज़े में करने के लिए अमरीका से बातचीत कर रहा था, यह जानकारी भी विदेश सचिव क्वात्रा ने साझा की।

२६/११ का हमला करने के लिए पाकिस्तान से भारत पहुंचे आतंकवादियों में से अजमल कसाब को जीवित पकड़ने में मुंबई पुलिस कामयाब हुई थी। इस वजह से यह हमला पाकिस्तान की कुख्यात गुप्तचर संगठन ‘आईएसआई’ ने ‘लश्कर ए तोयबा’ के ज़रिये करने की बात दुनियाभर में ज्ञात हुई थी। लेकिन, अब तहव्वूर राणा से भारतीय जांच एजेन्सीज्‌ इस आतंकवादी हमले की साज़िश की पुरी जानकारी प्राप्त कर सकेगी। इस वजह से यह हमला आतंकवादी संगठनों ने यानी ‘नॉन स्टेट एक्टर्स’ ने किया और हमारा इससे संबंध नहीं हैं, यह पाकिस्तान ने किया दावा निरस्त हो सकता हैं। इसके काफी बड़े परिणाम सामने आ सकते हैं।

पाकिस्तान आतंकवाद का खुले आम इस्तेमाल कर रहा एक देश है, भारत लगा रहे इस आरोप को अधिक मज़बूती मिलेगी। इससे पाकिस्तान को आतंकवादी देश करार देने की मांग को भी सहायता प्राप्त हो सकेगी।

मराठी

Leave a Reply

Your email address will not be published.