अमरिकी युद्धपोत ‘रोनाल्ड रिगन’ वियतनाम पहुंचा

हनोई – अमरीका का विशाल विमान वाहक युद्धपोत ‘यूएसएस रोनाल्ड रिगन’ रविवार को अपने पूरे बेड़े के साथ वियतनाम के ‘ना दांग’ बंदरगाह में दाखिल हुआ। वियतनाम के नौसेना अधिकारियों ने अमरिकी युद्धपोत का स्वागत किया। दस वर्ष पहले अमरीका और वियतनाम का स्थापीत हुए विशेष सहयोग की पृष्ठभूमि पर अमरिकी युद्धपोत का यह पहला दौरा होने का दवा किया जा रहा है। लेकिन, वियतनाम और चीन के बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि पर ‘यूएसएस रोनाल्ड रिगन’ के इस दौरे को देखा जा रहा है।

वर्ष २०१३ में दोनों देशों ने ‘वियतनाम-यूएस कॉम्प्रिहेन्सिव पार्टनरशीप’ नामक सहयोग का समझौता किया था। इसके १० वर्ष पूरे हो रहे हैं। यह सहयोग रेखांकित करने के लिए अमरिकी विमान वाहक युद्धपोत ३० जून तक दा नांग बंदरगाह में ही तैनात रहेगा। इस दौरान अमरीका और वियतनाम की नौसेना विभिन्न सहयोग के मुद्दे पर चर्चा करेगी, यह दावा हो रहा है।

पिछले छह सालों में अमरीका के विमान वाहक युद्धपोत ने वियतनाम का दौरा करने का यह तीसरा अवसर है। इससे पहले वर्ष २०१८ में और २०२० में अमरिकी विमान वाहक युद्धपोत वियतनाम पहुंचे थे। लेकिन, रविवार को इस अमरिकी युद्धपोत ने वियतनाम पहुंचना और उसके वहां किए गए स्वागत पर चीन की बड़ी प्रतिक्रिया सामने आने की उम्मीद है।

कुछ दिन पहले चीन के जहाजों ने वियतनाम की समुद्री सीमा में घुसपैठ की थी। पूरा ‘साउथ चाइना सी’ हमारा क्षेत्र होने का दावा करके चीन के जहाज़ों ने वियतनाम की सीमा में मछली पकड़ना शुरू किया था। वियतनाम की सरकार ने इसपर सख्त भूमिका अपनाने के बाद चीन के जहाज़ों को वहां से पीछे हटना पड़ा था। इसके बाद अमरिकी युद्धपोतों के वियतनाम दौरे और वहां इन युद्धपोतों के हो रहा स्वागत चीन को बेचैन कर सकता है।

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