उत्तर कोरिया के परमाणु हमले पर जोरदार और निर्णायक जवाब दिया जाएगा – अमरीका-दक्षिण कोरिया की चेतावनी

सेऊल – देश की परमाणु नीति में बदलाव करके शत्रु देश पर परमाणु हमला करने की धमकी उत्तर कोरिया ने दी थी। तानाशाह किम जाँग उन के खिलाफ साज़िश की गई तब भी परमाणु हमला किया जाएगा, ऐसा उत्तर कोरिया ने धमकाया था। इस पृष्ठभूमि पर अमरीका और दक्षिण कोरिया के वरिष्ठ अधिकारियों में संयुक्त बैठक हुई। इसमें उत्तर कोरिया के परमाणु हमले पर जोरदार और निर्णायक जवाब दिया जाएगा, यह चेतावनी अमरीका और दक्षिण कोरिया ने दी। अमरिकी विशाल विमान वाहक युद्धपोत ‘यूएसएस रोनाल्ड रीगन’ अगले कुछ दिनों में युद्धाभ्यास के लिए दक्षिण कोरिया पहूँच रही है। इससे पहले परमाणु हमले पर दोनों ओर से दिए जा रहे इशारे इस क्षेत्र का माहौल गरमा रहे हैं।

अमरीका और दक्षिण कोरिया के विदेश एवं रक्षा विभाग के उपमंत्रियों में वॉशिंग्टन में ‘एक्स्टेंडेड डिटरन्स स्ट्रैटेजी ऐण्ड कन्स्ल्टेशन ग्रूप’ (इडीएससीजी) की विशेष बैठक हुई। इस बैठक में उत्तर कोरिया की धमकी पर चर्चा हुई। उत्तर कोरिया के अगले परमाणु परीक्षण को भी अमरीका और दक्षिण कोरिया द्वारा जवाब दिया जाएगा, ऐसा संयुक्त निवेदन से सार्वजनिक किया गया है। साथ ही दोनों देशों के सैन्य युद्धाभ्यास की तीव्रता बढ़ाने का ऐलान भी इस दौरान किया गया।

अमरीका और दक्षिण कोरिया के इस युद्धाभ्यास में शामिल होने के लिए अमरीका की विमान वाहक युद्धपोत ‘यूएसएस रोनाल्ड रीगन’  बुसान बंदरगाह की ओर रवाना हुई है। आनेवाले शुक्रवार को अमरिकी युद्धपोत अपने विध्वंसकों के बेड़े के साथ दक्षिण कोरिया पहुँचेगा। इसमें मिसाइलों से सज्जित विध्वंसक एवं पनडुब्बी का भी समावेश है। साल २०१८ के बाद पहली बार अमरिकी विमान वाहक युद्धपोत दक्षिण कोरिया पहुँच रहा है। इसी बीच, विमान वाहक युद्धपोत की इस तैनाती के साथ अमरीका ने उत्तर कोरिया एवं चीन को चेतावनी देने का दावा किया रहा है। इस युद्धाभ्यास के ज़रिये अमरीका और दक्षिण कोरिया हमारे देश पर हमला करने की तैयारी कर रहे हैं, यह आरोप उत्तर कोरिया ने पहले ही लगाया था। दक्षिण कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष युन सूक-येओल संयुक्त राष्ट्रसंघ की बैठक के लिए अमरिका के दौरे पर हैं और इसी बीच इस युद्धाभ्यास का आयोजन हो रहा है।

चीन की नौसेना ताइवान को घेरेगी – वरिष्ठ अमरिकी नौसेना अधिकारी की चेतावनी

वॉशिंग्टन – पिछले कुछ सालों में चीन ने अपना नौसेना सामर्थ्य बढ़ाया है। चीन की यही नौसेना ज़रूरत पडने पर घेरकर ताइवान को मुश्किल में ड़ाल सकती है, ऐसी चेतावनी अमरीका की ‘सेवन्थ फ्लीट’ के कमांडर वाईस ऐडमिरल कार्ल थॉमस ने दी। यदि ऐसा हुआ तो ताइवान को घेरकर कैसें फोड़ना होगा, इस पर अंतरराष्ट्रीय समूदाय को एकजुट होना होगा, यह आवाहन थॉमस ने अमरिकी अखबार को दिए साक्षात्कार में किया।

महीनाभर पहले अमरिकी प्रतिनिधि सदन की सभापति नैन्सी पेलोसी के ताइवान दौरे के बाद चीन ने इस क्षेत्र में अपने युद्धाभ्यास की संख्या बढ़ाई है। पिछले महीने से ताइवान के इर्द-गीर्द विध्वंसक, युद्धपोत और एम्फिबियस जहाज़ों की तैनाती बढ़ाकर चीन ने हम ताइवान की घेर सकते हैं, यह दिखाया है, इस ओर थॉमस ने ध्यान आकर्षित किया।

‘चीन की प्रचलित मैन्ड्रीयन भाषा में शब्द है, ‘कान शी’ यानी रेशम के कीड़े की तरह लगातार कुतरना। इसके अनुसार चीन धीरे-धीरे ताइवान के करीब अपनी हरकतें बढ़ाता रहेगा’, यह दावा वाईस एडमिरल थॉमस ने किया। चीन ने साऊथ चायना सी का पूरा सैन्यकीकरण किया है और इसका इस्तेमाल ताइवान को घेरने के लिए किया जा सकता है, इसका अहसास थॉमस ने कराया।

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