अमरीका, दक्षिण कोरिया के युद्धाभ्यास की वजह से चीन बेचैन

सेऊल – कुल पांच साल के अंतराल के बाद अमरीका और दक्षिण कोरियन सेनाओं के सबसे बड़े युद्धाभ्यास की शुरूआत हुई है। उत्तर कोरिया के बढ़ते खतरे की पृष्ठभूमि पर इस संयुक्त युद्धाभ्यास का आयोजन होने की बात दक्षिण कोरिया के अधिकारी ने साझा की। लेकिन, इस युद्धाभ्यास की वजह से चीन काफी बेचैन हुआ है। इस युद्धाभ्यास के माध्यम से अमरीका इस क्षेत्र में अपनी तैयारी का प्रदर्शन कर रही है और इस युद्धाभ्यास की वजह से इस क्षेत्र में अस्थिरता निर्माण होगी, यह आरोप चीन के मुखपत्र ने लगाया।

अमरीका और दक्षिण कोरिया की सेनाओं के ‘उल्ची फ्रीडम शील्ड’ नामक युद्धाभ्यास की सोमवार से शुरूआत हुई। १ सितंबर तक जारी रहनेवाले अमरीका और दक्षिण कोरियन सेनाओं का अब तक का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास होने का दावा किया जा रहा है। इस युद्धाभ्यास में दोनों देशों के लड़ाकू विमान, युद्धपोत, विध्वंसक, तोप और हज़ारों सैनिक शामिल होंगे। दो चरणों में इसका आयोजन होगा। पहले चरण में उत्तर कोरिया के खतरे को ध्यान में रखकर युद्धाभ्यास का प्लैन बनाया गया है।

उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया के हवाई अड्डे पर आतंकी हमला किया या सेमीकंडक्टर कारखाने पर किए जानेवाले हमले पर जवाबी कार्रवाई करने के साथ उत्तर कोरिया के परमाणु ऊर्जा प्रकल्प पर हमला करने का युद्धाभ्यास किया जाएगा। दूसरे चरण के युद्धाभ्यास में लाईव फायरिंग के ज़रिये जवाबी हमला करने की तैयारी की जाएगी। साल २०१७ के बाद अमरीका और दक्षिण कोरिया के इस युद्धाभ्यास का आयोजन किया गया है। पिछले साल से अपने मिसाइल्स परीक्षणों के माध्यम से आतंक फैला रहे उत्तर कोरिया के खतरे के विरोध में इस युद्धाभ्यास का आयोजन किया गया है, ऐसा दक्षिण कोरिया का कहना है।

अमरीका और दक्षिण कोरिया का युद्धाभ्यास हमारे खिलाफ युद्ध की तैयारी है, यह आरोप उत्तर कोरिया ने पहले ही लगाया था। इस युद्धाभ्यास को समय पर रोका नहीं गया तो गंभीर परीणामों का सामना करना पडेगा, ऐसी धमकी उत्तर कोरिया ने दी थी। इस वजह से अमरीका और दक्षिण कोरिया के इस युद्धाभ्यास पर उत्तर कोरिया की प्रतिक्रिया अभी प्राप्त नहीं हुई है। लेकिन, चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत के मुखपत्र ने अमरीका और दक्षिण कोरिया का यह युद्धाभ्यास सामर्थ्य का प्रदर्शन करने का प्रकार है, ऐसी आलोचना की है।

इस युद्धाभ्यास के ज़रिये इस क्षेत्र में तनाव निर्माण करने की अमरीका की सच्ची मंशा अधिक स्पष्ट तौर पर सामने आ रही है, यह आरोप चीन के मुखपत्र ने लगाया है। कोरियन क्षेत्र में स्थिरता निर्माण करने के बजाय अमरीका का यह युद्धाभ्यास यहां पर तनाव बढ़ानेवाला साबित होगा, ऐसा आरोप इस मुखपत्र ने लगाया है। इस युद्धाभ्यास का आयोजन करके अमरीका संघर्ष की तैयारी कर रही है, ऐसा दावा भी बीजिंग स्थित विश्‍लेषक के दाखिले से चीनी मुखपत्र ने किया है।

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