ईरान से सहयोग कर रही चीन की कंपनी पर अमरीका ने लगाए प्रतिबंध

वॉशिंग्टन, (वृत्तसंस्था) – अमरीका ने ब्लैकलिस्ट की हुई ईरान की विमान कंपनी से सहयोग कर रही चीन की कंपनी पर अमरीका के कोषागार विभाग ने प्रतिबंध लगाए हैं। चिनी कंपनी ने यदि ईरान से सहयोग करना इसके आगे भी जारी रखा, तो और भी कड़े प्रतिबंध लगाने की चेतावनी अमरीका ने दी है।

अमरीका ने ‘आतंकी संगठन’ घोषित किए ईरान के ‘रिव्होल्युशनकरी गार्डस्‌’ का समर्थन करने के मामले में, सन २०११ में अमरीका ने ईरान की ‘महन एअर’ इस यात्री विमान कंपनी पर प्रतिबंध लगाए थे। सीरिया के संघर्ष में आतंकियों को हथियारों की आपूर्ति करने का आरोप करके अमरीका ने ईरान की इस यात्री विमान कंपनी पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया था। ईरान की विमान कंपनी ने सीरिया में सर्वसंहारक हथियार उतारें थे, यह आरोप अमरीका ने किया था।

इन प्रतिबंधों के अनुसार, ईरान की महन एअर से सहयोग कर रही, किसी भी देश की कंपनी पर प्रतिबंध लगाने की चेतावनी अमरीका ने पहले ही दी थी। फिर भी इस चेतावनी को अनदेखा करके चीन की ‘शांघाई सेंट लॉजिस्टिक लिमिटेड़’ कंपनी ने ईरान की महन एअर के लिए ‘जनरल सेल्स एजंट’ (जीएसए) के तौर पर काम किया, यह आरोप अमरीका के कोषागार विभाग ने रखा है। इसके साथ ही चीन ईरानी विमान कंपनी के ज़रिये वेनेजुएला के मदुरो की हुकूमत की सहायता कर रहा हैं, यह आरोप भी अमरीका ने किया है।

अमरीका की चीनविषयक भूमिका अधिक से अधिक आक्रामक हो रही है और चीन की कंपनी पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान करने के लिए अमरीका के कोषागर विभाग ने तय किया हुआ समय ध्यान आकर्षित कर रहा है। चीन ने कोरोना वायरस की जानकारी छिपाकर अमरीका समेत पूरे विश्‍व को संकट की खाई में धकेला है, यह आरोप अमरीका कर रही है। साथ ही, इस भयंकर गलती का बड़ा मुआवज़ा चीन से वसूल करना ही होगा, यह माँग अमरीका कर रही है। अमरीका की इस माँग को अब अन्य देशों का भी समर्थन प्राप्त होने लगा है। ऐसी स्थिति में अमरीका ने सभी स्तरों से चीन पर दबाव बढ़ाना शुरू किया है। चीन की कंपनी पर अमरीका के कोषागार विभाग ने लगाए प्रतिबंध भी अमरीका की इसी व्यापक योजना का हिस्सा साबित हो रहे हैं।

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