अमरीका में प्रदर्शनों के दौरान हिंसाचार करनेवाले १० हज़ार से भी अधिक लोग गिरफ़्तार

वॉशिंग्टन – अमरीका में जॉर्ज फ्लॉईड की मृत्यु के बाद शुरू हुए प्रदर्शन लगातार दसवें दिन भी जारी हैं। शांतिपूर्ण तरीक़े से शुरू हुए इन प्रदर्शनों में अभी भी हिंसक घटनाओं का प्रमाण कम नहीं हुआ होकर, सुरक्षा यंत्रणाओं ने अबतक लगभग १० हज़ार से भी अधिक लोगों को ग़िरफ़्तार किया है। राजधानी वॉशिंग्टन समेत न्यूयॉर्क, अटलांटा, पोर्टलँड, सिएटल जैसे शहरों में प्रदर्शन क़ायम होकर, पुलीस पर हमलों की घटनाएँ भी घटित हुईं हैं। इसी बीच, इस आंदोलन के हँडलिंग को लेकर राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प की आलोचना की जा रही होकर पूर्व रक्षामंत्री जेम्स मॅटिस ने, ट्रम्प अमरीका में दरार खड़ी कर रहे हैं, ऐसा खलबलीजनक आरोप किया है।

पिछले महीने में २५ मई को, अमरीका के मिनेसोटा राज्य में पुलीस की कार्रवाई में कृष्णवर्णीय नागरिक जॉर्ज फ्लॉईड की मृत्यु हुई थी। इस मृत्यु के बाद अमरीका के कृष्णवर्णीय समाज में ग़ुस्से की लहर उठी होकर, पुलीस के अत्याचारों के निषेध में देशव्यापी आंदोलन खड़ा हुआ है। अमरीका के लगभग २५ राज्यों के ७५ से भी अधिक शहरों में प्रदर्शन शुरू होकर, बड़े पैमाने पर हिंसक घटनाएँ भी घटित हुईं हैं। आंदोलन तथा उसमें हो रही हिंसा का फ़ायदा कुछ राजनीतिक गुट और आंदोलन उठा रहे होने के आरोप भी हो रहे हैं।

इस पृष्ठभूमि पर, देश के कई प्रमुख शहरों में संचारबंदी लागू की होकर, वह ७ जून तक क़ायम रहनेवाली है। कुछ शहरों में नॅशनल गार्ड तैनात किये गए हैं और स्थानीय पुलीस यंत्रणाओं ने हिंसा करानेवाले प्रदर्शनकारियों को गिरफ़्तार करना शुरू किया है। अब तक लगभग दस हज़ार से भी अधिक प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया गया है, ऐसा कहा जाता है। इस कार्रवाई के बाद भी हिंसा जारी ही होने के कारण, पुलीस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के के लिए आँसू गैस तथा वॉटर कॅनन का इस्तेमाल किया है।

इसी बीच, फ्लॉईड की मृत्यु के मामले में राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प को लक्ष्य करने की कोशिशें शुरू हैं। अमरीका के पूर्व रक्षामंत्री जेम्स मॅटिस ने एक लेख में ट्रम्प की आलोचना की है। आंदोलन का हँडलिंग करने में ट्रम्प असफल साबित हुए होकर, वे देश में दरार पैदा करने की कोशिशें कर रहे हैं, ऐसा आरोप मॅटिस ने किया। अमरीका में गत तीन वर्ष सुयोग्य नेतृत्व ना होकर, देश अब उसका अंजाम भुगत रहा है, ऐसा ताना भी उन्होंने मारा है।

मॅटिस ने की आलोचना का राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने मुँहतोड़ जवाब दिया। जनरल मॅटिस फ़ज़ूल का महत्त्व प्राप्त हुए अधिकारी हैं, ऐसे शब्दों में ट्रम्प ने फ़टकार लगाई।

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