अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने किया चीन के ‘टिकटॉक’ और ‘वुईचैट’ ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान

वॉशिंग्टन – अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने टिकटॉक और वुईचैट इन चीन के प्रमुख ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है। गुरुवार की रात दो अलग अलग आदेश जारी करके राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने चीन के इन दोनों ऐप्स को 45 दिन का अवधि देने का ऐलान किया। अमरिकी विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने बुधवार के दिन ही सूचना, तकनिकी एवं इंटरनेट क्षेत्र में चीन के प्रभाव को झटका देने के लिए क्लीन नेवटर्क प्रोग्राम का ऐलान किया था। इसके साथ ही राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने जारी किए आदेश चीन के लिए दूसरा बड़ा झटका साबित हुआ है।

‘टिकटॉक’ और ‘वुईचैट’

दो वर्ष पहले ही अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने चीन के विरोध में व्यापार युद्ध का ऐलान किया था। व्यापार युद्ध के तहत ट्रम्प ने अमरीका के सूचना, तकनिकी एवं इंटरनेट क्षेत्र में चीनी कंपनियों के वर्चस्व के विरोध में कार्रवाई भी शुरू की थी। चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत इन कंपनियों के माध्यम से जासूसी, बौद्धिक संपदा की चोरी, झूठी जानकारी का फैलाव एवं अपनी विचारधारा थोपने की कोशिश कर रही है, यह आरोप ट्रम्प ने लगाया था। अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा उठाकर ट्रम्प ने इस मुद्दे पर ‘इमर्जन्सी’ भी घोषित की थी। कोरोना की महामारी की पृष्ठभूमि पर अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने चीन के विरोध में जारी कार्रवाई की तीव्रता और भी बढ़ाई होने की बात दिख रही है।

टिकटॉक और वुईचैट इन चीनी ऐप्स के मालिकाना हक रखनेवाली बाईटडान्स एवं टेन्सेन्ट यह चीनी कंपनियां कम्युनिस्ट हुकूमत को अमरिकी जनता की जानकारी प्रदान कर रही हैं, ऐसा दावा ट्रम्प ने अपने आदेशों में किया था। इस जानकारी का इस्तेमाल ब्लैकमेल एवं जासूसी के लिए हो सकता है, यह कहकर यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा होने का बयान राष्ट्रध्यक्ष ट्रम्प ने किया। भारत और ऑस्ट्रेलिया जैसे प्रमुख देशों ने चीन के ऐप्स पर पाबंदी लगाने का ज़िक्र भी अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने अपने आदेशों में किया है। इसी पृष्ठभूमि पर 45 दिनों की अवधि में चीनी ऐप्स का मालिकाना हक रखनेवाली दोनों कंपनियों में अमरीका में अपने व्यवहार पूरे करने होंगे और इसके बाद किसी भी प्रकार के व्यवहार करने पर इन कंपनियों पर पाबंदी होगी, यह बात ट्रम्प ने स्पष्ट की।

ट्रम्प की कार्रवाई चीनी कंपनियों के साथ ही कम्युनिस्ट हुकूमत के लिए बड़ा झटका होने की बात समझी जा रही है। टिकटॉक का मालिकाना हक होनेनाली चीनी कंपनी ने अपने विरोध में हुई यह कार्रवाई अन्याय होने का दावा करके इस पर कानूनन चुनौती देने का ऐलान किया है। वुईचैट की मालिकाना हक रखनेवाली टेन्सेन्ट कंपनी के शेअर्स की किमतों में दस प्रतिशत गिरावट देखी गई है और इस कंपनी के निवेशवाली अमरिकी कंपनियों के कारोबार पर भी असर होने के संकेत दिए गए हैं। ट्रम्प की कार्रवाई पर चीन के शासकों से कड़ी प्रतिक्रिया प्राप्त होने की संभावना है और मायक्रोसॉफ्ट एवं ऐपल जैसी अमरिकी कंपनियों पर भी कार्रवाई हो सकती है, ऐसे समाचार कुछ माध्यमों ने दिए हैं।

राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने यह आदेश जारी करने से पहले बुधवार के दिन अमरिकी विदेशमंत्री ने क्लीन नेटवर्क प्रोग्राम का ऐलान किया था। चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत से अमरीका का दूरसंचार क्षेत्र एवं तकनिकी क्षेत्र की बुनियादि सुविधा सुरक्षित रखने के लिए इस उपक्रम का ऐलान करने की जानकारी विदेशमंत्री पोम्पिओ ने साझा की थी। इसमें अमरीका के लिए खतरा साबित होनेवाली चीन की मोबाईल कंपनियां एवं चीनी एप्स को दूर रखने के लिए पुख्ता कदम उठाने की बात कही गई थी।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published.