चीन को प्रत्युत्तर देने के लिए अमरिका से नए परमाणु हथियारों का निर्माण – अंतरराष्ट्रीय अभ्यास गुट का दावा

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंगटन/मास्को – रशिया के साथ किए ‘इंटरमिजिएट-रेंज न्युक्लिअर फोर्सेस’ (आईएनएफ) समझौते से पीछे हटें अमरिका ने कम तीव्रता के लेकिन दुश्मनों के ठिकानों पर सटिक हमला करने में सक्षम परमाणु हथियारों का निर्माण शुरू किया है| रशिया के साथ बने तनाव के पृष्ठभुमि पर अमरिका ने इन हथियारों का निर्माण शुरू किया होने की बातें हो रही है| लेकिन, अमरिका के इन हथियारों का निर्माण रशिया के विरोध में ना होने का दावा अंतरराष्ट्रीय विश्‍लेषिका ने किया है|

पिछले कुछ वर्षों में तेजीसे लष्करी सामर्थ्य बढानेवाले चीन को प्रत्युत्तर देने के लिए अमरिका ने इन परमाणु हथियारों का निर्माण शुरू किया है, यह ‘न्युक्लिअर ऍण्ड स्पेस पॉलिसी इनिशिएटिव्ह ऑब्झर्व्हर रिसर्च फाऊंडेशन’ इस अभ्यास गुट की विश्‍लेषिका ‘राजेश्‍वरी पिल्लई’ इनका कहना है|

अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प इन्होंने पिछले वर्ष ‘आईएनएफ’ से पीछे हटने का ऐलान किया था| ‘आईएनएफ’ के समझौते का सम्मान रखकर अमरिका ने परमाणु हथियारों की संख्या कम कर रही थी, ऐसे में ही रशिया और अन्य देश परमाणु हथियारों की संख्या तेजीसे बढा रहे है, या परमाणु हथियारों का परीक्षण कर रहे है, यह आरोप राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प इन्होंने किया था| साथ ही अपनी मांगे मंजूर नही की तो इस ऐतिहासिक समझौते से बाहर होने का इशारा भी अमरिका ने दिया था| उसके नुसार कुछ हफ्तों पहले अमरिका ‘आईएनएफ’ से बाहर हुई है, यह दावा रशियन यंत्रणाओं ने किया था|

इसके अलावा दो दिनों पहले ही ‘आईएनएफ’ से बाहर पहुए अमरिका ने कम तीव्रता के नए परमाणु हथियारों का निर्माण शुरू किया है, ऐसी घोषणा ‘नैशनल न्युक्लिअर सिक्युरिटी एजन्सी’ (एनएनएसए) इस अमरिकी संगठन ने की थी| यह घोषणा करते समय इस संगठन ने अमरिकाने कितने परमाणु हथियारों का निर्माण किया है, इसकी जानकारी दी नही है| लेकिन, दुसरे विश्‍व युद्ध में अमरिका ने जपान के हिरोशिमा’ पर गिराए ‘लिटिल बॉय’ से भी कम क्षमता के यह बम है, यह दावा किया जा रहा है| साथ ही वर्ष के अंत तक ‘एनएनएसए’ इन परमाणु हथियारों का बेडा अमरिकी नौसेना के हाथ में सौंप देगा, यह दावा रक्षा विषय के वृत्त दे रहे वृत्तसंस्था ने किया है|

रशिया के साथ बने तनाव की पृष्ठभुमि पर अमरिका इन परमाणु हथियारों का निर्माण कर रही है, यह कहा जा रहा था| ब्रिटेन, एवं युरोप के माध्यमों ने रशिया के परमाणु तैयारी के विरोध में अमरिका ने भी अपनी परमाणु क्षमता बढाने की नीति अपनाई है, ऐसी खबरें प्रसिद्ध की थी| ‘आईएनएफ’ से पीछे हटने से अमरिका एवं रशिया के बीच परमाणु स्पर्धा शुरू होने की चिंता भी पश्‍चिमी विश्‍लेषकों ने व्यक्त की| लेकिन, ‘राजेश्‍वरी पिल्लई’ इन्होंने यह संभावना ठुकराई है|

अमरिका और रशिया ने इसके पहले भी ‘आईएनएफ’ समझौते का उल्लंघन करके एक दुसरे पर आरोप किए थे| ऐसे में रशिया ‘आईएनएफ’ का उल्लंघन करना यह अमरिका के चिंता का विषय नही रहता| बल्की परमाणु हथियारों की संख्या सीमित रखने के लिए हुए इस समझौते में चीन का समावेश नही है| यह अमरिका की चिंता है| चीन को प्रत्युत्तर देने के लिए ही अमरिका ने परमाणु अस्त्रों का निर्माण शुरू किया है, यह पिल्लई इनका कहना है|

चीन के ‘डीएफ-२६’ के विरोध में अमरिका जापान में राडार तैनात करेगा

टोकिओ – अमरिका जल्द ही जापान में प्रगत राडार यंत्रणा की तैनाती करेगा| दुश्मनों ने छोडे मिसाइल और सैटलाईट पर नजर रखने के लिए अमरिका यह राडार यंत्रणा तैनात कर रही है, यह जानकारी जापान के समाचार पत्र ने प्रसिद्ध की है| चीन ने हालही में ‘डीएफ-२६’ मिसाइल का परीक्षण किया था| इस पृष्ठभुमि पर अमरिका जापान में यह राडार तैनात कर रहा है, यह दावा हो रहा है|

पिछले हफ्तें में चीन ने ‘डीएफ-२६’ इस युद्धपोत विरोधी मिसाइल का परीक्षण करके अमरिका को चेतावनी दी थी| एशिया-प्रशांत क्षेत्र में तैनात अमरिका की विमान वाहक युद्धपोत एवं गुआम द्विप चीन के इस मिसाइल के पहुंच में आ रहे है, यह बताया जा रहा है|

 

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