ब्रिटीश अर्थव्यवस्था को ३०० वर्षों में सबसे बड़ी गिरावट का झटका लगेगा – वित्तमंत्री ऋषि सुनक का दावा

लंदन – कोरोना की महामारी की वजह से बनी स्थिति की पृष्ठभूमि पर, ब्रिटीश अर्थव्यवस्था को बीते ३०० वर्षों की सबसे बड़ी गिरावट का सामना करना पड़ेगा, यह दावा ब्रिटेन के वित्तमंत्री ऋषि सुनक ने किया है। ब्रिटेन की संसद में बात करते समय वित्तमंत्री सुनक ने, विश्‍व की छठी क्रमांक की अर्थव्यवस्था बनें ब्रिटेन के जीडीपी में इस वर्ष में ११.३ प्रतिशत गिरावट होगी, ऐसा कहा। साथ ही, ब्रिटेन में बेरोज़गारी ७.५ प्रतिशत तक जाएगी, यह संभावना जताकर, लगभग २६ लाख लोग नौकरियाँ खो सकते हैं, यह ड़र भी उन्होंने जताया। अपने भाषण में वित्तमंत्री सुनक ने ‘ब्रेक्ज़िट’ का ज़िक्र नहीं किया, फिर भी ब्रिटेन की सेंट्रल बैंक ने, ‘नो डील बेक्ज़िट’ का झटका कोरोना से भी बड़ा होगा, यह चेतावनी दी है।

ब्रिटेन में कोरोना के १५ लाख से भी अधिक संक्रमित देखें गए हैं और ५६ हज़ार से भी अधिक संक्रमितों की मौत हुई है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन भी कोरोना संक्रमित होने की बात सामने आयी थी। ब्रिटेन में इससे पहले जारी किए गए ‘लॉकडाउन’ की वजह से उद्योग क्षेत्र का बड़ा नुकसान हुआ है और ब्रिटेन के अलग अलग हिस्सों में इसके खिलाफ बड़े प्रदर्शन भी हुए हैं। इसी पृष्ठभूमि पर दोबारा ‘लॉकडाउन’ घोषित करने की तैयारी हो रही है। इस पृष्ठभूमि पर, वित्तमंत्री ने दिखाया चित्र ब्रिटेन की काफी बिगड़ी स्थिति दर्शानेवाला साबित होता है।

चीन से फैली कोरोना की महामारी से पूरे विश्‍व को झटका लगा है और अमरीका एवं यूरोप के साथ सभी देशों की अर्थव्यवस्थाएँ टूट गईं हैं। वर्ल्ड बैंक एवं आन्तर्राष्ट्रीय मुद्राकोष के साथ सभी प्रमुख यंत्रणाओं ने, आन्तर्राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था दोबारा मंदी में धकेली जा सकती है, यह अंदाज़ा भी जताया है। ब्रिटेन के वित्तमंत्री ने साझा की हुई जानकारी उसी की पुष्टि करनेवाली है। ब्रिटीश संसद के सामने किए भाषण में वित्तमंत्री सुनक ने, सन २०२५ तक का समय ब्रिटेन के लिए चुनौतियों से भरा रहने के संकेत दिए हैं। इस वर्ष के अन्त में ११.३ प्रतिशत तक गिरावट का मुकाबला करनेवाली अर्थव्यवस्था अगले वर्ष सँभलेगी, लेकिन उसके बाद इसमें फिर से गिरावट होगी, यह बात ब्रिटेन के वित्तमंत्री ने स्पष्ट की।

कोरोना की महामारी से हुए नुकसान से बाहर निकलने के लिए ब्रिटेन को भारी मात्रा में कर्ज़ उठाना पड़ेगा और इस वर्ष में यह कर्ज़ ४०० अरब पौंड़ तक जा पहुँचेगा, यह बयान सुनक ने किया है। ब्रिटेन में स्वास्थ क्षेत्र का आपात्काल खत्म नहीं हुआ है और आर्थिक आपात्काल अब शुरू हो रहा है, इन शब्दों में उन्होंने भविष्य के आर्थिक संकट का एहसास कराया। सिर्फ कोरोना की महामारी का मुकाबला करने के लिए सन २०२० में ब्रिटेन को २८० अरब पौंड़ खर्च करने होंगे, यह बात भी ब्रिटीश वित्तमंत्री ने स्पष्ट की।

Leave a Reply

Your email address will not be published.