अमरीका को ‘हायब्रिड वॉरफेअर’ के लिए अपनी क्षमता बढ़ानी होगी – ‘ब्लैकवॉटर’ के प्रमुख एरिक प्रिन्स की सलाह

वॉशिंग्टन – भविष्य का संघर्ष ‘हायब्रिड वॉरफेरअर’ का इस्तेमाल करके प्रभावी पद्धति से नियंत्रित करना मुमकिन हो सके और इसके लिए छोटी, तेज़ और स्थानीय माहौल के साथ मेल करनेवाली युनिटस्‌ की तैनाती अहम साबित होगी, ऐसा बयान ‘ब्लैकवॉटर’ कंपनी के प्रमुख एरिक प्रिन्स ने किया है। ‘हायब्रिड वॉरफेअर’ का इस्तेमाल होनेवाले यह संघर्ष परंपरागत रक्षाबलों के बजाय गुप्तचर प्रणाली, स्पेशल युनिटस्‌ और निजी सैन्य कान्ट्रैक्टर अधिक बेहतर लड़ सकते हैं, यह दावा भी प्रिन्स ने किया।

‘एशिया टाईम्स’ नामक हाँगकाँग के ‘ऑनलाईन न्यूज प्लैटफॉर्म’ को दिए गए साक्षात्कार के दौरान प्रिन्स ने अमरिकी रक्षा विभाग ने वियतनाम, सोमालिया, अफ़गानिस्तान की तरह युद्ध के दौरान अपनाई हुई परंपरागत नीति की आलोचना की। निजी सैन्य कान्ट्रैक्टर एवं स्पेशल युनिटस्‌ यह कोई नई संकल्पना नहीं है बल्कि, इतिहास में अलग अलग तरीके से इनका इस्तेमाल हुआ है, यह दावा प्रिन्स ने किया। दूसरा विश्‍वयुद्ध एवं उसके बाद के दौर में अमरीका ने इनका इस्तेमाल कम किया और इसका परिणाम अमरीका को भुगतना पड़ा, ऐसा ब्लैकवॉटर के प्रमुख ने कहा है।

अमरीका ने इससे पहले वर्ष १९७० एवं १९८० के दशक में प्रभावी पद्धति से ‘प्रॉक्सी’ संघर्ष का इस्तेमाल किया है। इसका नियंत्रण अमरीका की गुप्तचर प्रणाली कर रही थी, इस ओर ध्यान आकर्षित करके अफ़गानिस्तान का संघर्ष भी ‘पेंटॅगॉन’ यानी रक्षा विभाग के बजाय ‘सीआईए’ के पास देना चाहिये था, इन शब्दों में प्रिन्स ने अमरीका की अफ़गानिस्तान से की गई वापसी की आलोचना की। वर्तमान में अमरीका नहीं बल्कि, रशिया और चीन अधिक प्रभावी तरीके से ‘हायब्रिड वॉरफेअर’ का इस्तेमाल कर रहे हैं, यह इशारा भी उन्होंने दिया। इस माध्यम से यह दोनों देश अलग अलग हिस्सों पर कब्ज़ा करने के साथ ही वहां के साधन और संपत्ति लूट रहे हैं, इस ओर भी प्रिन्स ने ध्यान आकर्षित किया।

एरिक प्रिन्स की ‘ब्लैकवॉटर’ अमरीका की शीर्ष निजी सैन्य कान्ट्रैक्टर कंपनी है और वर्ष १९९७ से यह कंपनी सक्रिय है। इस कंपनी ने अमरीका के लिए अफ़गानिस्तान, इराक, सीरिया, लिबीया जैसे कई देशों में गोपनीय अभियान किए हैं। इराक एवं लिबीया के अभियानों को लेकर इस कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी जारी है।

वर्ष २०१७ में ‘ब्लैकवॉटर’ के प्रमुख एरिक प्रिन्स ने अफ़गानिस्तान का युद्ध निजी सैन्य कान्ट्रैक्टर कंपनियों के हाथ सौंपने का प्रस्ताव पेश किया था। इसके बाद वर्ष २०१९ में वेनेजुएला के तानाशाह निकोलस मदुरो की हुकूमत का तख्ता पलटने के लिए ‘प्राइवेट आर्मी’ का इस्तेमाल करने की सलाह भी उन्होंने अमरिकी सरकार को दी थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published.