अमरीका ने दक्षिण कोरिया में किए ‘एफ-३५’ विमान तैनात

वॉशिंग्टन/सेऊल – अमरीका की वायुसेना के ‘स्टेल्थ’ वर्ग के छह ‘एफ-३५ ए’ लड़ाकू विमान दक्षिण कोरिया में उतरें हैं। दक्षिण कोरिया के साथ आयोजित किए गए युद्धाभ्यास की पृष्ठभूमि पर अमरीका ने यह तैनाती करने का दावा हो रहा है। लेकिन, पिछले छह महीनों में उत्तर कोरिया ने किए मिसाइल परीक्षण पर जवाब देने के लिए अमरीका ने यह तैनाती की, ऐसा अन्तर्राष्ट्रीय विश्‍लेषकों का कहना है। दक्षिण कोरिया के नए राष्ट्राध्यक्ष युन सूकयेओल ने रखी माँग पर अमरीका ने यह तैनाती की दिख रही है।

हवाई द्वीपों के २५ देशों का ‘रिमपैक’ युद्धाभ्यास खत्म होने के कुछ ही दिन बाद अमरीका और दक्षिण कोरिया के स्वतंत्र युद्धाभ्यास की शुरुआत हो रही है। पिछले कुछ सालों में अमरीका और दक्षिण कोरिया का यह पहला बड़ा युद्धाभ्यास होगा। दक्षिण कोरियन राष्ट्राध्यक्ष युन सूक-येओल अमरीका के साथ लष्करी सहयोग बढ़ाने के लिए उत्सुक हैं। साथ ही, कोरियन क्षेत्र में अमरीका और दक्षिण कोरिया के सेनासामर्थ्य का प्रदर्शन बढ़ाने का प्रस्ताव रखा गया था।

इस पृष्ठभूमि पर जल्द ही हो रहें युद्धाभ्यास के लिए, अमरीका के छह ‘एफ-३५’ विमान मंगलवार को दक्षिण कोरिया पहुँचे। अगले दस दिन ये विमान हमारें ही देश में तैनात रहेंगे, यह जानकारी दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने प्रदान की। अगले कुछ दिनों में उत्तर कोरिया परमाणु परीक्षण करेगा, यह दावा किया जा रहा है। इससे पहले अमरीका और दक्षिण कोरिया सैन्य गतिविधियाँ बढ़ा रहे हैं, यह दावा किया जा रहा है।

इसी बीच, दक्षिण कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष युन सूक-येओल ने अपनी सेना को संबोधित करते समय उत्तर कोरिया को चेतावनी दी। उत्तर कोरिया ने अगर मिसाइल या परमाणु परीक्षण करके तनाव बढ़ाने की कोशिश की, तो फिर दक्षिण कोरिया की सख्त कार्रवाई का सामना करना होगा, यह चेतावनी राष्ट्राध्यक्ष सूक-येओल ने दी।

बता दें, अमरीका ने दूसरें किसी देश में अपने ‘एफ-३५’ लड़ाकू विमानों की तैनाती करने का यह पहला अवसर बना है। अमरीका के अधिक प्रगत स्टेल्थ विमानों की तैनाती यानी उत्तर कोरिया की चुनौतियों का सामना करने से भी अधिक चीन को चेतावनी देनेवाली बात होने का दावा अमरीका के कुछ विश्‍लेषक कर रहे हैं।

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