अमरीकी राष्ट्राध्यक्षपद चुनाव पर ‘नज़र’ रखने की रशिया की माँग को अमरीका ने ठुकराया

वॉशिंग्टन/मॉस्को, दि. २३ (वृत्तसंस्था) – अमरीका में नवंबर महीने में हो रहे राष्ट्राध्यक्षपद के चुनाव पर नज़र रखने की रशिया द्वारा की गयी माँग अमरीका ने ठुकरा दी है| रशिया के अमरीका स्थित दूतावास द्वारा यह जानकारी दी गयी है| उसमें अमरिकी एजन्सियों द्वारा रशिया के अधिकारियों के खिलाफ़ गुनाह दाखिल करने की धमकी का भी ज़िक्र किया गया है| पिछले कई महीनों से अमरिकी राजनीतिक दलों की वेबसाईट्स तथा चुनाव एजन्सियों पर हुए सायबरहमलों के पीछे रशिया का हाथ होने का दावा किया गया था|

चुनाव पर नज़रअमरीका में ८ नवंबर को राष्ट्राध्यक्षपद के चुनाव हो रहे हैं| इसमें डेमोक्रॅटिक पार्टी की हिलरी क्लिंटन और रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रम्प के बीच मुकाबला होगा| चुनाव के प्रचार अभियान के दौरान रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन ने ट्रम्प के बारे में किये वक्तव्य के बाद, रशिया इस चुनाव में महत्त्वपूर्ण मुद्दा बनकर सामने आना शुरू हुआ| ट्रम्प द्वारा, अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा की तुलना में रशिया के राष्ट्राध्यक्ष अच्छे नेता हैं, ऐसा कहा जाने के बाद यह मसला उछलकर सामने आया था|

इसी दौरान हिलरी क्लिंटन के प्रचार अभियान की वेबसाईट पर तथा डेमोक्रॅट पार्टी की वेबसाईट पर भी सायबरहमले हुए| इन हमलों की वजह से चुनाव से जुड़ी महत्त्वपूर्ण जानकारी खुली हुई| अमरिकी चुनाव एजन्सी की कुछ वेबसाईट्स के साथ भी छेड़ख़ानी हुई होने की बात सामने आयी थी| अमरीका की खुफ़िया तथा जाँच एजन्सियों ने, इसके पीछे रशिया का हाथ होने का दावा किया| उसके बाद अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष के साथ कई नेताओं द्वारा, ‘रशिया अमरिकी चुनाव में दख़लअंदाज़ी करने के प्रयास कर रहा है’ ऐसा इल्ज़ाम लगाया गया|

इस पृष्ठभूमि पर, अमरीका स्थित रशियन दूतावास और अधिकारियों द्वारा, चुनाव पर नज़र रखने की इजाज़त माँगी जाने की ख़बर ने खलबली मचा दी है| अमरीका स्थित रशियन दूतावास द्वारा, देश के विभिन्न प्रांतों के प्रादेशिक चुनाव आयोगों को खत भेजा गया था| उनमें से, ओक्लाहोमा, टेक्सास और लुईझियाना प्रांत की चुनाव एजन्सियों ने, रशियन दूतावास के अधिकारियों को यह इजाज़त नहीं दी जायेगी, ऐसा जवाब दिया| इस जवाब में धमकी भी दी गयी कि यदि रशियन दूतावास ने चुनाव पर नज़र रखने की कोशिश की, तो उनके खिलाफ़ गुनाह दाखिल किया जायेगा| यह जानकारी रशियन दूतावास द्वारा जारी बयान में दी गयी है|

अमरिकी विदेशमंत्रालय द्वारा रशिया के दावे खारिज़ किये गये हैं| विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता मार्क टोनर ने बताया कि ‘हमने उन्हें ‘ओएससीई’ संगठन के माध्यम से, चुनाव पर नज़र रखने के अभियान में शामिल होने का प्रस्ताव दिया था| पर उन्होंने उस प्रस्ताव पर ना कर दी| इसलिए रशिया द्वारा किये जा रहे दावे ग़लत हैं और यह महज़ पब्लिसिटी पाने के लिए किया गया ‘स्टंट’ है|’

Leave a Reply

Your email address will not be published.