सीरिया संघर्ष पर अमरीका द्वारा रशिया को चेतावनी

वॉशिंग्टन, दि. २९ (वृत्तसंस्था) – ‘सीरिया पर हवाई हमले नहीं रोके गए, तो आतंकवादी रशिया के और प्लेन्स गिरायेंगे, रशिया पर भी हमले करेंगे’ ऐसी चेतावनी अमरीका ने दी| साथ ही, रशिया के साथ बातचीत बंद करते हुए, सीरिया की अस्साद हुकूमत के खिलाफ सैनिकी कार्रवाई करने के संकेत भी अमरीका के विदेश मंत्री ने दिये हैं| सीरिया की सेना पूर्व अलेप्पो में दाखिल होने की खबरें प्रकाशित होने के बाद अमरीका से ये तीव्र प्रतिक्रिया आ रही है|

सीरियासीरिया के अलेप्पो में भड़क उठे संघर्ष पर बातचीत करने के लिए बुधवार को अमरिकी विदेशमंत्री जॉन केरी ने रशियन विदेशमंत्री सर्जेई लॅव्हरोव्ह से संपर्क किया था| उस समय, अमरीका के विदेशमंत्री ने रशिया को, सीरिया में शुरू हवाई हमले रोकने का आवाहन किया, ऐसी जानकारी अमरीका के विदेश मंत्रालय ने दी| रशिया और सीरियन लड़ाकू प्लेन्स जब तक पूर्व अलेप्पो के हवाई हमले नहीं रोकते, तब तक सीरिया के संघर्षविराम के संदर्भ में अमरीका और रशिया में किसी भी प्रकार की बातचीत संभव नहीं है, ऐसा केरी ने स्पष्ट किया| अमरीका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किरबाय ने यह जानकारी दी|

रशिया द्वारा अलेप्पो में आतंकवादियों पर कार्रवाई की जा रही होने के बावजूद भी, सीरिया में और भी बहुत ठिकाने है, जिन पर आतंकी हमले कर सकते हैं| सीरिया में रहनेवाले रशिया के हितसंबंधों पर, यहाँ तक कि रशियन शहरों पर भी आतंकवादी हमले कर सकते हैं| सीरिया में यदि रशिया के हवाई हमले शुरू रहते हैं, तो फिर उनपर अपने जवानों के शव वापिस ले जाने की नौबत आ सकती है| सीरिया के आतंकी रशिया के और लड़ाकू प्लेन्स गिरा सकते हैं, ऐसी चेतावनी किरबाय ने दी| सीरिया में ‘आयएस’ के खिलाफ के संघर्ष में रशिया ने अमरीका को सहयोग का प्रस्ताव दिया था| इस पर भी प्रतिक्रिया देते हुए, रशिया ने यदि अमरीका की माँग पूरी की, तो ही सहयोग प्रस्थापित होगा, ऐसा किरबाय ने कहा|

लेकिन रशिया के विदेश मंत्रालय ने अमरीका द्वारा किया गया दावा झुठला दिया| केरी और लॅव्हरोव्ह में हुई बातचीत में, सीरिया के विद्रोहियों में फ़र्क़ करने का मुद्दा रखा गया था| साथ ही, अमरीका से जुड़े विद्रोही संगठन और उनके ठिकानों की जानकारी देने की माँग भी रशिया ने फिर एक बार की| लेकिन अमरीका ने यह जानकारी देने से इन्कार कर दिया|
साथ ही, दो दिन पहले जर्मनी के अख़बार में, पूर्व अलेप्पो के ‘अल-नुस्र’ के कमांडर की प्रकाशित हुई मुलाकात पर भी दोनों देशों के विदेशमंत्रियों में चर्चा हुई| इस आतंकी कमांडर ने दी जानकारी में, अमरीका और दोस्त राष्ट्रों से अपने संगठन को हथियार मिलने की बात कही गयी थी| इस मुलाकात पर केरी और लॅव्हरोव्ह में बातचीत हुई, ऐसा रशिया के विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया| साथ ही, आज भी सीरिया में अमरीका से जुड़े कुछ विद्रोही गुट ‘आयएस’, ‘अल-नुस्र’ जैसे आतंकी संगठनों से संबंध बनाए हुए हैं, इसकी विदेशमंत्री लॅव्हरोव्ह ने याद दिलाई, ऐसा रशिया के विदेश मंत्रालय ने कहा|
लेकिन सीरिया के संघर्ष पर दोनों विदेशमंत्रियों में मतभेद होने का दावा अमरिकी विदेश मंत्रालय ने किया है| रशिया और सीरिया के लड़ाकू प्लेन्स अलेप्पो की जनता पर हवाई हमले कर रहे हैं, ऐसा आरोप अमरीका कर रहा है| इन हवाई हमलों को लेकर अमरीका के विदेश मंत्रालय ने रशिया को चेतावनी दी है|

‘आयएस’ से जुड़े आतंकी, साथ ही विद्रोहियों के नियंत्रण में रहनेवाले पूर्व अलेप्पो स्थित ठिकानों पर लगातार छठे दिन सीरिया और रशियन लड़ाकू प्लेन्स ने हमले किये| सुबह चार बजे से सीरिया के लड़ाकू प्लेन्स ने विद्रोहियों के ठिकानों पर हमले चढ़ाए, ऐसी जानकारी स्थानिकों ने दी| इन हवाई हमलों में अस्पताल, बेकरी का भी बड़ा नुकसान होने का दावा किया जाता है| बीते शुक्रवार से रशिया और सीरियाई लड़ाकू प्लेन्स ने १०० से अधिक हमले किए, जिनमें १३० से अधिक लोग मारे जाने की और ३०० से अधिक जख़्मी हुए होने की ख़बर आये है|

इन हवाई हमलों में, बुधवार सुबह सीरिया के जवान, रणपोत पूर्व अलेप्पो में दाखिल होने की खबरें सीरिया और अरब मीडिया में प्रकाशित हुई हैं| अलेप्पो के ‘फराफ्रा’ इलाके पर ‘आयएस’ से जुड़े विद्रोहियों का नियंत्रण होने की बात कही जाती है| इसी को मद्देनज़र रखते हुए सीरियाई सेना ने फराफ्रा से अपनी कार्रवाई की शुरुआत की है, ऐसी संभावना जताई जाती है| फराफ्रा के कुछ इलाकों में सीरियन सेना और विद्रोहियों में हलका संघर्ष छिड़ा है, ऐसा सीरियन मीडिया का कहना है| इस संघर्ष के चालू रहते सीरियन सेना का अतिरिक्त बल फराफ्रा में दाखिल हुआ होने का दावा किया जाता है|

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