सीरिया में रशियन दूतावास पर मॉर्टर्स हमलें

दमास्कस, दि. ५ (वृत्तसंस्था) – सीरिया की राजधानी दमास्कस स्थित रशियन दूतावास पर मॉर्टर्स हमले किए गए| पश्‍चिमी देशों ने आतंकी और उनसे जुड़े विद्रोही संगठनों के साथ बेबुनियादी सहयोग बढ़ा हुआ होने की वजह से रशियन दूतावास पर मॉर्टर्स के हमले हो रहे हैं, ऐसा इल्ज़ाम रशिया ने लगाया है| इसी दौरान, दूतावास पर हुए हमले का विरोध दर्शाने के लिए, रशिया द्वारा संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद के सामने प्रस्ताव रखने की कोशिश की जाने के बाद, अमरीका ने उसे अवरोधित किया, जिससे नया विवाद निर्माण हो सकता है|

रशियन दूतावासरशिया के विदेश मंत्रालय ने दी जानकारी के अनुसार, दो दिन पहले सीरियन राजधानी में रशिया के दूतावास पर मॉर्टर्स के हमले हुए| कुछ मॉर्टर्स दूतावास के करीब गिरे| वहीं, दूतावास के कर्मचारियों के लिए बनाई गयी ईमारत के सामने कुछ मॉर्टर्स का हमला हुआ| भाग्यवश इन मॉर्टर्स हमलों में कोई हताहत नहीं हुई, ऐसी जानकारी रशिया के विदेश मंत्रालय ने दी|

दमास्कस के पास के जोबार इलाके से रशियन दूतावास पर ये हमले किए गए, ऐसी जानकारी दूतावास की रक्षा के लिए तैनात सुरक्षाकर्मियों ने दी| ‘जोबार’ इलाके पर, ‘जबात फतेह अल-शाम’ और ‘फैलाक अर-रेहमान’ इन दो आतंकी संगठनों का कब्ज़ा है| कुछ हफ्तों पहले ‘जबात अल-नुस्र’ इस अल कायदा से जुड़े संगठन में से कुछ आतंकी बाहर निकलकर ‘जबात फतेह अल-शाम’ इस संगठन का निर्माण हुआ था| ‘अल-नुस्र’ से बाहर निकलने के बाद ‘जबात फतेह’ के आतंकियों ने, सीरिया में अमरीका से जुड़े कुछ विद्रोही संगठनों से हात मिलाए थे|

अपने दूतावास पर हुए इस हमले के बाद रशिया से प्रतिक्रिया आई है| रशियन दूतावास पर हुए इन हमलों के लिए, अमरीका ने सीरिया के विषय में अपनायीं गलत नीतियाँ ज़िम्मेदार हैं, ऐसा आरोप रशिया ने किया है| रशिया द्वारा किए गए अनुरोध के बाद भी, अमरीका और दोस्त देशों ने इन आतंकी संगठनों पर हमलें नहीं किए| पश्‍चिमी देशों ने इन आतंकी संगठनों को हर तरह से सहायता की| इसी के परिणाम अब सामने आ रहे हैं, जिस कारण सीरिया में खूनखराबा शुरू है, ऐसा आरोप रशिया ने किया| साथ ही, सीरिया में शांति और स्थिरता प्रदान करने के लिए रशिया सभी विकल्पों का विचार करेगा, ऐसा रशिया के विदेश मंत्रालय ने कहा|

रशिया ने मंगलवार को अपने दूतावास पर हुए हमलों के जानकारी, संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद के सामने पेश करने की कोशिश की| लेकिन रशिया सीरिया के संदर्भ में कुछ कहें, इससे पहले अमरीका ने रशिया के प्रस्ताव को ही अवरोधित किया, ऐसी जानकारी रशिया की मीडिया ने प्रकाशित की है| अमरीका के साथ ब्रिटन और युक्रेन ने भी रशिया के, सीरिया संदर्भ के प्रस्ताव का विरोध किया|

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