मानवी संहार के लिए ‘सायबर वेपन्स’ का इस्तेमाल, ‘पेंटॅगॉन’ की योजना

US Cyber Weapons

अमेरिका के रक्षा विभाग ने शत्रूपक्ष के अहम संस्थापनों में विस्फोट करते हुए उसके विनाश की क्षमता रखनेवाले तथा मानवी संहार करनेवाले नये प्रगतिशील ‘सायबरवेपन्स’ विकसित करने की योजना तैयार की है। रक्षा विभाग मुख्यालय ‘पेंटॅगॉन’ द्वारा इस योजना के लिए करीब 46 करोड डॉलर्स की पूँजी आरक्षित रखी गयी है। अमेरिका में शस्त्र का निर्माण करनेवाली प्रमुख कंपनियों का इस योजना में शामिल होने की संभावना है। इस से पहले अमेरिका ने विपक्ष की संगणक प्रणाली तथा उससे जुडे व्यवहार रोकनेवाले ‘सायबरवेपन्स’ विकसित किये है।

अमेरिका के रक्षा विभाग ‘पेंटॅगॉन’द्वारा स्थापित किये गये ‘यूएस सायबर कमांड’ पर नये ‘सायबरवेपन्स’ की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। कुछ महीने पहले रक्षा विभाग द्वारा ‘लॉ ऑफ वॉर मॅन्युअल’ नामक विशेष दस्तावेज प्रकाशित किया गया था। इस ‘लॉ ऑफ वॉर मॅन्युअल’ में परंपरागत ढंग से लडे जानेवाले युद्ध के साथ ही नये युग के ‘सायबर वॉरफेअर’ से जुडे नियमों का जिक्र किया गया है। इस दस्तावेज में ‘सायबर वॉरफेअर’ पर एक प्रकरण लिखा गया है और उस में ‘सायबर वेपन्स’ से जुडी जानकारी दी गयी है।

इस जानकारी में बताया गया है कि, प्रगतिशील ‘सायबरवेपन्स’ शत्रुपक्ष के परमाणु योजना में विस्फोट करना, नागर इलाके में बांध फोडना तथा हवाई नियंत्रण सेवा खंडित करने जैसे कारवाई के लिए इस्तेमाल किये जा सकते है। इस में मानवी संहार की संभावना भी जतायी गयी है तथा यह संहार ‘कोलैटरल डैमेज’ के स्तर पर समझने की सलाह भी दे दी गयी है। ‘सायबरवेपन्स’ का उल्लेख ‘लॉजिक बॉम्ब्स’ नाम से भी किया गया है।

पिछले कई सालों से अमेरिका पर हो रहे सायबरहमलों में काफी बढोतरी दिखाई पडी है। इन सायबरहमलों में चीन, रशिया, ईरान जैसे देशों का हाथ होने की जानकारी भी सामने आयी है। इन बढतें हमलों को देखते हुए अमेरिका द्वारा ‘सायबर वॉरफेअर’ के लिए गतिविधियाँ तेज कर दी गयी है। सायबर क्षेत्रपर होनेवाले हमले और अन्य गतिविधियों के लिए अमेरिका के रक्षा विभाग द्वारा एक विशेष दल के रूप में ‘यूएस सायबर कमांड’ की स्थापना की गयी है। इस ‘यूएस सायबर कमांड’ पर सायबर क्षेत्र में होनेवाले हमले रोकने की तथा आवश्यकता होने पर प्रतिपक्ष पर जवाबी हमले करने की जिम्मेदारी दी गयी है।

कुछ महीनें पहले ‘यूएस सायबर कमांड’द्वारा सायबर वॉरफेअर के लिए करीब छह हजार विशेषज्ञों का सहभाग होनेवाले विशेष दल के निर्मिती की तैयारी शुरू हो चुकी है। यह दल अमेरिका की तरफ से सायबर वॉरफेअर की जिम्मेदारी संभाल सकता है। इसके चलते मानवी संहार की क्षमता रखने वाले प्रगतिशील ‘सायबर वेपन्स’ के निर्माण की योजना विशेष तौर पर ध्यान खींचती हुई नजर आ रही है।

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