अमेरिका द्वारा चीन को चेतावनी, ‘एशिया-पॅसिफिक’ में जरूरी सेना कायम रखेगी अमेरिका

चीन के अप्राकृतिक द्वीपसमुहों का ‘साऊथ चायना सी’ में हो रहा विस्तार गंभीरता का विषय है। इन परिस्थितियों में अमेरिका और अपने दोस्त राष्ट्रों के हितसंबंधों को संरक्षित करने के लिए अमेरिका ‘एशिया-पॅसिफिक’ में आवश्यक सेना को तैनात करेगी, ऐसी घोषणा अमेरिका के डिप्टी रक्षामंत्री डेव्हिड शिअर ने की। अगले हफ्ते चीन के राष्ट्रपति ‘शि जिनपिंग’ अमेरिका के दौरे पर आ रहे हैं। उससे पहले अमेरिका के डिप्टी रक्षामंत्री की यह घोषणा मतलब चीन को साफ शब्दों में दी गई चेतावनी मानी जा रही है।US China Warning

एशिया-पॅसिफिक क्षेत्र के देशों में सेना के आधुनिकीकरण के लिए दौड़ लगी हुई है। साथ ही समुद्री संघर्ष के लिए आवश्यक तैयारी में ये देश जुट गए है। इसी कारण एशिया-पॅसिफिक क्षेत्र में अस्थिरता बढ़ने की चिंता अमेरिका के डिप्टी रक्षामंत्री ने जताई। इस अस्थिरता को रोकने के लिए अमेरिका एशिया-पॅसिफिक क्षेत्र के देशों के सहकार्य बढ़ा रहा है, साथ ही युद्धाभ्यास भी कर रहा है, ऐसी जानकारी शिअर ने दी।

एशिया-पॅसिफिक क्षेत्र में अमेरिका के हितसंबंधों को संरक्षित करने के लिए एक योजना बनाई गई है। इस योजनानुसार, संबंधित क्षेत्र में अमेरिका के सैनिकी सामर्थ्य को लेकर कोई भी ढिलाई नहीं दिखाई जाएगी। अमेरिकी सेना इस क्षेत्र में संघर्ष तथा समुद्री घुसपैठ को रोकने के लिए हमेशा चौकन्नी रहेगी। साथ ही इस क्षेत्र में तैनात अमेरिकी सेना को आधुनिक शस्त्रों से लैस किया जाएगा, ऐसी घोषणा डिप्टी रक्षामंत्री शिअर ने की।

अमेरिका के डिप्टी रक्षामंत्री ने चीन की तरफ इशारा देते हुए यह घोषणा की, ऐसा कहा जाता है। अमेरिका के रक्षा मंत्रालयद्वारा एशिया-पॅसिफिक क्षेत्र में बढ़ती अस्थिरता के लिए चीन जिम्मेदार है, ऐसी आलोचना की जा रही हैं। पिछले हफ्ते ही पेंटॅगॉन द्वारा जारी की गई रिपर्ट में ‘साऊथ चायना सी’ में बढ़े तनाव के लिए चीन को दोषी बताया था। इस समुद्री क्षेत्र में चीन द्वारा निर्माण किए गए अप्राकृतिक द्वीपसमुहों के कारण पड़ोसी देशों में बेचैनी बढ़ गई है। जिस कारण चीन के सभी पड़ोसी देश अपनी सैनिकी क्षमता बढ़ाने की कोशिश में लगे है।

कुछ महीनों पहले चीन द्वारा ‘साऊथ चायना सी’ के क्षेत्र में लगभग 2000 एकड़ जमीन का निर्माण करने का दावा अमेरिका के रक्षा मंत्रालयन के किया था। लेकिन हालही में जारी किए गए नए रिपर्ट में चीन द्वारा 2900 एकड़ से अधिक जमीन का निर्माण किया गया है। याने अप्राकृतिक द्वीपसमुहों के लिए अमेरिका के अनुमान से अधिक जमीन का निर्माण कर चीन ने खलबली मचा दी है।

साथ ही इन द्वीपसमुहों के सैनिकिकरण के लिए चीन द्वारा कोशिशें जारी है। इन द्वीपसमुहों पर सेना की तैनाती के साथ ही लड़ाकू विमान तथा विमानों को नष्ट करनेवाली तोफों को तैनात करने में चीन जुटी हुई है। चीन द्वारा शुरू ये कोशिशे इस पूरी समुद्री क्षेत्र पर जोर जबरदस्ती से कब्जा जमाने के लिए है, ऐसी आलोचना पेंटॅगॉन ने अपनी रिपर्ट में की है।

चीन की ‘साऊथ चायना सी’ में चल रहीं इन्हीं हरकतों के कारण आनेवाले दिनों में अमेरिका और चीन में संघर्ष भड़क सकता है, ऐसी चेतावनी भी अमेरिका स्थित कई विशेषज्ञ दे रहें है। इस पृष्ठभूमिपर अमेरिका के डिप्टी रक्षामंत्री द्वारा दी गई घोषणा को अहम माना जा रहा है।

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