अमरीका का दबाव ठुकराकर भारत बढ़ाएगा रशिया से व्यापार

नई दिल्ली – भारत ने रशिया के साथ सहयोग जारी रखा तो इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी, ऐसी धमकियॉं और इशारे अमरीका विभिन्न तरिकों से दे रही हैं| दोनों देशों ने ‘टू प्लस टू’ चर्चा के दौरान भी अमरीका ने भारत को इसका अहसास कराया था| लेकिन, अमरीका के दबाव का हम पर असर नहीं होगा, यह संदेश भारत दे रहा है| अमरीका और पश्‍चिमी देशों ने रशिया पर सख्त प्रतिबंध लगाए हैं और ऐसे में भारत रशिया को दो अरब डॉलर्स का निर्यात बढ़ाने की तैयारी कर रहा है|

अमरीका का दबाव ठुकराकर भारत बढ़ाएगा रशिया से व्यापारअमरीका और यूरोपिय देशों ने सख्त प्रतिबंध लगाने का रशियन अर्थव्यवस्था को काफी बड़ा नुकसान पहुँचा है| कई उत्पादनों के लिए रशिया यूरोपिय देशों से आयात पर निर्भर थी| इन प्रतिबंधों की वजह से यह निर्यात बंद होगा| ऐसी स्थिति में रशिया के करीबी मित्रदेश भारत के उद्योग क्षेत्र के लिए यह काफी बड़ा अवसर है| रशियन नेता इस पर ध्यान आकर्षित कर रहे हैं| इसकी वजह से भारत की औषध कंपनियॉं, रसायन, कृषि सामान, चाय-कॉफी एवं डेरी और वस्त्रोद्योग का रशिया में निर्यात काफी बढ़ सकता है| इसके लिए भारत द्वारा रशिया से चर्चा की खबरें सामने आ रही हैं|

एक ओर अमरीका दबाव ड़ाल रही है कि, भारत रशिया से ईंधन ना खरीदे, तथा रशिया से ईंधन खरीदना भारत के हित में नहीं होगा, ऐसा धमकीभरा इशारा अमरिकी रक्षामंत्री ने दिया था| तो, भागीदार के रूप में अमरीका नहीं थी भारत ने रशिया से हथियार खरीदे| लेकिन, अब स्थिति बद चुकी है| अमरीका भारत को हथियार एवं अन्य सहयोग के लिए तैयार होने का बयान अमरिकी विदेशमंत्री ने किया है| भारत अमरीका के लिए रशिया से सहयोग तोड़ दे, यही सुझाव अमरिकी विदेशमंत्री दे रहे हैं|

लेकिन, भारत ने रशिया के साथ अपनी परंपरागत नीति में बदलाव करने से स्पष्ट इन्कार किया| सिर्फ ईंधन ही नहीं, बल्कि अन्य मोर्चों पर भी रशिया के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए भारत उत्सुक है, इसका अहसास अमरीका को कराया जा रहा है| रशिया भारतीय उत्पादनों के लिए अपना बाज़ार अधिक खोल दे, यह आवाहन भारत सरकार कर रही है| इसके अलावा रशिया में निर्यात करने के लिए भारत ने २० सामान की सूचि बनाई है, यह जानकारी भी पश्‍चिमी माध्यम सूत्रों के दाखिले से साझा कर रहे हैं|

अच्छे संबंधों के बावजूद भारत और रशिया का व्यापार उम्मीद के अनुसार उंचाई प्राप्त नहीं कर सका है| फिलहाल भारत रशिया को हर साल लगभग ३ अरब डॉलर्स का निर्यात करता है| इसी बीच भारत से अमरीका को हो रहा निर्यात ६८ अरब डॉलर्स है| इसके बावजूद भारत अमरीका के लिए रशिया के साथ अपना सहयोग दांव पर लगाने के लिए तैयार नहीं है| बल्कि, अमरीका की नाराज़गी और प्रतिबंधों के खतरे के बावजूद भारत रशिया के साथ संबंध विकसित करेगा, यही दिख रहा है|

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