इराक, सीरिया में स्थित ईरान से जुड़े गुटों पर अमरीका के हवाई हमले

us-iraq-strike-1वॉशिंग्टन – बीते तीन महीनों से इराक में तैनात अमरिकी सैनिक, लष्करी अड्डे और दूतावासों पर हुए ड्रोन एवं रॉकेट हमलों का अमरीका ने प्रत्युत्तर दिया है। अमरीका के हितों को लक्ष्य कर रहे इराक और सीरिया में स्थित ईरान से जुड़े आतंकियों के ठिकानों पर हवाई हमले करने का ऐलान पेंटॅगॉन ने किया है। इसके बाद ईरान से जुड़े आतंकी संगठन ने अमरीका के इन हमलों का जवाब देने की धमकी दी है। तभी, यह हमले यानी इराक की संप्रभुता के उल्लंघन की आलोचना इराक सरकार ने की है।

पेंटॅगॉन के प्रवक्ता जॉन किरबाय ने इराक और सीरिया में किए गए इन हमलों की जानकारी साझा की। अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन के आदेश पर यह कार्रवाई की गई है, ऐसा किरबाय ने कहा। रविवार की शाम को सीरिया में दो और इराक के एक ठिकाने पर यह हमले किए गए। अमरीका के ‘एफ-१५’ और ‘एफ-१६’ लड़ाकू विमानों ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। इस हमले में इराक-सीरिया में स्थित ईरान से जुड़े आतंकियों के अड्डे एवं हथियारों के भंड़ारों को लक्ष्य किया गया। इराक में मौजूद अमरिकी सैनिक, लष्करी-हवाई अड्डे एवं दूतावासों के करीब हुए ड्रोन हमलों के लिए कतैब हिज़बुल्लाह एवं कतैब सईद अल-शुदा इन ईरान से जुड़े आतंकी संगठनों ने इन्हीं तीन ठिकानों का इस्तेमाल किया था। इसी कारण अमरीका ने वहीं पर हमले किए, ऐसा किरबाय ने कहा।

us-iraq-strike-2अंतरराष्ट्रीय और अमरीका के नियमों के अनुसार यह कार्रवाई पूरी तरह से जायज़ और आवश्‍यक थी, ऐसा किरबान ने माध्यमों से कहा। इन हमलों में कितने लोग मारे गए, इसका ब्यौरा किरबाय ने सार्वजनिक नहीं किया है। लेकिन, इस हवाई कार्रवाई में ईरान से जुड़े आतंकी संगठनों का बड़ा नुकसान होने का दावा किया जा रहा है। पेंटॅगॉन ने जारी किए वीडियो से यह स्पष्ट हो रहा है। बीते छह महीनों के दौरान इराक में मौजूद अमरीका के हितों पर ड्रोन्स एवं रॉकेट के ४३ हमले हुए। अप्रैल के बाद इराक में स्थित अमरीका के अड्डों पर पांच बार ड्रोन हमले हुए हैं। ऐसे में इराक और सीरिया के आतंकी संगठनों पर हमले करके बायडेन प्रशासन ने ईरान को चेतावनी दी है, यह दावा किया जा रहा है।

इस हमले के बाद कतैब के आतंकियों ने अमरीका को प्रत्युत्तर देने की धमकी दी है। इराक में अमरीका के ढ़ाई हज़ार सैनिक एवं लष्करी अड्डों पर निजी कान्ट्रैक्टर भी तैनात है। अमरीका अपने सैनिकों समेत इराक से बाहर निकले, यह माँग इराक में स्थित ईरान से जुड़े नेता एवं हथियारी संगठन कर रहे हैं। लेकिन, अफ़गानिस्तान के बाद अमरीका ने इराक से भी वापसी की तो इस क्षेत्र में बड़ा खालीपन निर्माण होगा और इसका लाभ ईरान से जुड़े आतंकी संगठन उठाएंगे, ऐसा इशारा अमरीका के ‘सेंटकॉम’प्रमुख ने कुछ हफ्ते पहले ही दिया था।

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