‘साऊथ चायना सी’ में अमरिकी विमानवाहक युद्धपोत की गश्ती शुरू

वॉशिंग्टन, दि. १९ : अमरीका का ‘निमित्झ’ श्रेणि का विमानवाहक युद्धपोत अपने अन्य युद्धपोतों के काफ़िले के समेत ‘साऊथ चायना सी’ में दाखिल हो चुका है, जिसने इस समुद्री क्षेत्र में गश्ती शुरू कर दी है| चीन ने ‘साऊथ चायना सी’ में निर्माण किये हुए अप्राकृतिक द्वीपों की सीमा में गश्ती करते हुए, चीन के युद्धपोतों को इस इलाके में प्रवेश ना देने की घोषणा कुछ ही दिन पहले अमरीका ने की थी| वहीं, अमरीका इस समुद्री क्षेत्र में हमारी संप्रभुता को चुनौती ना दें, ऐसी धमकी चीन के विदेशमंत्रालय ने दी थी|

विमानवाहक युद्धपोत‘साऊथ चायना सी’ के मसले पर अमरीका और चीन में तनाव काफ़ी बढ़ रहा है| इस पृष्ठभूमि पर, ‘युएसएस कार्ल विन्सन’ इस विमानवाहक युद्धपोत ने शनिवार से इस समुद्री क्षेत्र में गश्ती शुरू कर दी| इस विमानवाहक युद्धपोत द्वारा सोशल मीडिया पर जारी किये गए पोस्ट में इस संदर्भ में जानकारी दी गई है| साथ ही ‘बुर्के’ वर्ग का, प्रक्षेपास्त्रभेदी सिस्टम से लैस युद्धपोत, गश्ती जहाज और तेज़ रफ्तार से चलनेवाले गश्ती जहाज़ भी इस समुद्री क्षेत्र में दाखिल हो चुके हैं, ऐसी जानकारी सामने आई है| लेकिन अमरिकी युद्धपोतों की यह गश्ती आंतर्राष्ट्रीय नियमों के अनुसार है, ऐसा खुलासा अमरिकी नौसेना ने किया|

साऊथ चायना सी’ में दाखिल होने से पहले ‘कार्ल विन्सन’ ने प्रशांत महासागर में बड़ा युद्धअभ्यास किया| पिछले कई हफ्तों से शुरू इस बहुत ही कड़े युद्धअभ्यास में विमानवाहक युद्धपोत और विध्वंसकों का बड़ा काफिला शमिल हुआ था| इस युद्धाभ्यास से, अपना पथक कौनसी भी कार्रवाई का मुकाबला करने के लिए तैयार है, ऐसी जानकारी इस युद्धपोत के वरिष्ठ कमांडर ‘रेअर ऍडमिरल जेम्स किल्बी’ ने दी| ’युएसएस कार्ल विन्सन’ के कमांडर की यह चेतावनी चीन के लिए है, ऐसा दावा किया जाता है|

पिछले कई दिनों से, अमरीका ने ‘साऊथ चायना सी’ के मसले पर आक्रामक नीति अपनाई है| अमरीका ने इस क्षेत्र में समुद्री यातायात की स्वतंत्रता का मसला उपस्थित करते हुए, चीन द्वारा निर्माण किए गए अप्राकृतिक द्वीपों के निर्माण पर ऐतराज़ जताया था| साथ ही, चीन के युद्धपोतों को अप्राकृतिक द्वीपों की सीमा में प्रवेश करने से रोकने के संकेत अमरीका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने दिए थे| इसके बाद अमरिकी नौसेना ने इस समुद्री क्षेत्र के लिए विमानवाहक युद्धपोत का काफ़िला रवाना करने की घोषणा करते हुए अपनी नीति स्पष्ट कर दी थी|

वहीं, ‘साऊथ चायना सी’ के मसले पर अमरीका द्वारा अपनायी गयी नीति की चीन ने कड़ी आलोचना की थी| ‘समुद्री यातायात, साथ ही हवाई स्वतंत्रता का चीन सम्मान करता है, इसीलिए आंतर्राष्ट्रीय नियमों का पालन करता है| लेकिन इस समुद्री क्षेत्र पर चीन की मालिक़ियत होकर, चीन की संप्रभुता मान्य न रहनेवाले किसी भी देश का चीन प्रखर विरोध करेगा’, ऐसी चेतावनी चीन के विदेशमंत्रालय ने दी थी|

इस समुद्री क्षेत्र में अपने प्रभुत्व का प्रदर्शन करने के लिए चीन ने ‘लिओनिंग’ इस विमानवाहक युद्धपोत के समेत बड़े युद्धअभ्यास का आयोजन किया था| पिछले कई हफ्तों से यह युद्धअभ्यास शुरू था| दोन दिन पहले शुक्रवार को ही चीन का युद्धअभ्यास ख़त्म हुआ और अमरीका का युद्धपोत इस समुद्री क्षेत्र में दाखिल हुआ है|

इसी दौरान, पिछले महीने में चीन ने, इस समुद्री क्षेत्र में तैनात किया गया अमरीका का समुद्री ड्रोन कब्जे में लिया था| डोनाल्ड ट्रम्प ने अमरीका की कमान सँभालने से पहले यह कार्रवाई करते हुए चीन ने अमरीका के भावी राष्ट्राध्यक्ष को चेतावनी दी, ऐसा कहा जाता है| अब अमरिकी युद्धपोतों का काफिला ‘साऊथ चायना सी’ में गश्ती करते समय, चीन कौनसी प्रतिक्रिया देता है, इसपर सबकी नज़रें गड़ी हैं|

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