पहले परमाणु हमला करने का अधिकार अमरिका रखेगा – रक्षा विभाग के संकेत

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंगटन – अमरिका ने अपने परमाणु नीति में बहुत बडा बदलाव करने की तैयारी की है| इसके आगे युद्ध में परमाणु हमला करने का अधिकार अमरिका सुरक्षित करेगा, यह संकेत पेंटॅगॉन के वरिष्ठ अधिकारी ने दिए है| ‘नो फर्स्ट युज’ यानी पहले परमाणु हथियारों का हमला नही करेंगे, यह नीति अमरिका ने आज तक रखी है| इस नीति की वजह से मित्रदेशों में असुरक्षितता की भावना बढेगी एवं वह देश परमाणु हथियारों से सज्ज होने की कोशिश करेंगे, यह ध्यान में रखकर परमाणु नीति में बदलाव किया जा रहा है, यह दावा इस अधिकारी ने किया है|

पिछले वर्ष अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प इन्होंने, ‘न्युक्लिअर पोश्‍चर रिव्ह्यू’ के माध्यम से अमरिका ने परमाणु नीति में बदलाव करने के संकेत दिए थे| इसके नुसार देश की परमाणु क्षमता में बढोतरी करने के लिए नए एटमी हथियार विकसित करने के साथ ‘नॉन न्युक्लिअर स्ट्रॅटेजिक अटॅक्स’ एवं पारंपरिक युद्ध में भी परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने की भूमिका रखी थी| रशिया और चीन की बढती परमाणु क्षमता अमरिका की सुरक्षा के लिए खतरा है और उसे प्रत्युत्तर देने की जरूरत है, इन शब्दों में नीति में बदलाव करने के समर्थन किया गया था|

‘न्युक्लिअर पोश्‍चर रिव्ह्यू’ प्रसिद्ध होने के बाद अमरिका ने रशिया के साथ ‘आईएनएफ’ इस परमाणु हथियारों पर नियंत्रण करने के बारे में किए समझौते से वापसी की थी| इस वापसी के पर दुनियाभर में तीव्र गुंज सुनाई दी है और यह निर्णय नई परमाणु हथियारों की स्पर्धा शुरू करनेवाला साबित होगा, यह इशारा विश्‍लेषकों ने दिया था| ‘आईएनएफ’ से दोनों देशों ने वापसी करने का तय हो रहा था, तभी नई परमाणु हथियारों की तैयारी शुरू होने के दावे भी सामने आ रहे थे|

इस पृष्ठभूमि पर ही अब अमरिका ने ‘नो फर्स्ट युज पॉलिसी’ में बदलाव करने के संकेत दिए है| अमरिका की इस नीति के तहेत काफी गंभीर स्थिती निर्माण हुई तो ही अमरिका प्रतिद्वंदी पर परमाणु हमला कर सकेगी| लेकिन, राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने इस नीति में बदलाव करने का आग्रह रखा है और इसके लिए ‘मिनी न्यूक्स’ विकसित करने पर भी जोर दिया है| अमरिका के नए प्रगत बॉम्बर्स विमानों पर तैनात करना मुमकिन हो, ऐसे परमाणु हथियार पहले परमाणु हमला करने के लिए उपयोगी साबित होंगे, यह दावा अमरिकी अधिकारी कर रहे है| साथ ही फिलहाल यूरोप में तैनात परमाणु हथियारों का आधुनिकीकरण भी किया जा रहा है, यह बात भी स्पष्ट हो रही है|

अमरिकी पनडुब्बीयों पर परमाणु हथियारों की तैनाती बढेगी – ‘स्ट्रैटकॉम’ के प्रमुख का दावा

अमरिका ने यदि ‘लो यिल्ड’ प्रकार के परमाणु हथियार विकसित करने का निर्णय किया तो अमरिकी नौसेना की पनडुब्बीयों पर इन हथियारों की तैनाती की जाएगी, यह दावा ‘स्टैटेजिक कमांड’ के प्रमुख जनरल जॉन हायटन इन्होंने किया है| ‘लो यिल्ड’ वर्ग के परमाणु हथियार प्रतिद्वंदी को रोकने के लिए अधिक प्रभावी साबित होंगी, यह भी जनरल हायटन इन्होंने संसद के सामने हुई सुनावणी में स्पष्ट किया|

 

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